हाइलाइट्स
नेशनल पेंशन स्कीम मतलब NPS में भी किए गए निवेश पर जोखिम रहता है.
PFRDA के बनाए गए इन नियमों के तहत जोखिम के 6 स्तर बनाए गए हैं.
पेंशन फंड योजनाओं की रिस्क प्रोफाइल के बारे में अब अनिवार्य रूप से जानकारी देते हैं.
नई दिल्ली. घर में रखा पैसा भी चोरी होने का खतरा रहता है. बैंकों में डिजिटल हैकिंग से रुपये चुराए जाने के कई किस्से आपने पढ़े-सुने होंगे. शेयर बाजार में तो खुला जोखिम है ही. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि जहां पैसा है, वहां जोखिम अपने-आप आज जाता है. लेकिन आम नागरिक को सरकार की योजनाओं पर भरोसा होता है. उन्हें लगता है कि सरकारी योजनाओं में लगे पैसे पर रिटर्न बेशक कम मिलेगा, लेकिन वह सुरक्षित रहेगा. परंतु ध्यान रहे, कुछ सरकारी योजनाओं में भी जोखिम होता है.
जी हां, हम बात कर रहे हैं नेशनल पेंशन स्कीम की. नेशनल पेंशन स्कीम मतलब NPS में निवेश किए गए आपके पैसे पर भी कुछ न कुछ जोखिम तो होता ही है. रिक्स का होना ज्यादा खतरे की बात नहीं है, लेकिन उस रिस्क के बारे में निवेशक को पता न होना बड़ी बात है. ऐसा समझिए कि आप कहीं पर निवेश कर रहे हैं और उसके जोखिम के बारे में आपको कुछ भी मालूम न हो. परंतु, यदि आपको जोखिम के बारे में पहले से पता होगा तो आप भविष्य में परेशान नहीं होंगे.
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आखिर क्या जोखिम है NPS में
नेशनल पेंशन सिस्टम में 15 जुलाई 2022 से कुछ जरूरी बदलाव किए गए थे. इन बदलावों के अनुसार, पेंशन फंडों को अब हर तिमाही की समाप्ति से पहले 15 दिन के भीतर अपनी वेबसाइटों पर सभी NPS योजनाओं के जोखिम की जानकारी देनी होगी. इस कदम का मकसद NPS सब्सक्राइबर्स को यह फैसला करने में मदद करना है कि उन्हें विभिन्न एसेट्स में से किसमें निवेश करना चाहिए. निवेशकों को इस बात के बारे में जानकारी देनी होगी ताकि वे खुद के लिए निवेश करने का निर्णय ले सकें, ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिल सके.
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जोखिम का स्तर
PFRDA के बनाए गए इन नियमों के तहत जोखिम के 6 स्तर बनाए गए हैं. इनमें लो (Low), लो टू मॉडरेट (Low to Moderate), मॉडरेट (Moderate), मॉडरेटली हाई (Moderately High) हाई, और वेरी हाई (Very High) के लेवल बनाए गए हैं. इस रिस्क प्रोफाइल का तिमाही के आधार पर विश्लेषण किया जायेगा. इसे टियर-1 और टियर-2, एसेट क्लास इक्विटी (ई), कॉरपोरेट डेट (सी), सरकारी सिक्योरिटीज (जी) और स्कीम ए वाले पेंशन फंड को योजनाओं की रिस्क प्रोफाइल के बारे में अनिवार्य रूप से बताना होगा.
कैसे पता करें पेंशन फंड पर जोखिम
जारी सर्कुलर में बताया गया था है कि इस्ट्रूमेंट की कंजरवेटिव क्रेडिट रेटिंग के बेस पर 0 से लेकर 12 तक की क्रेडिट रिस्क की वैल्यू दी जाएगी. यहां पर 0 क्रेडिट वैल्यू हाई क्रेडिट क्वालिटी को दर्शाती है, जबकि 12 क्रेडिट वैल्यू सबसे कम क्रेडिट क्वालिटी को प्रदर्शित करती है. आप पेंशन फंड की बेवसाइट पर जाकर अपने रिस्क प्रोफाइल की जांच कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 03, 2022, 16:09 IST