Nupur Sharma Case: ओवैसी की मांग- नुपुर शर्मा को फौरन गिरफ्तार किया जाए, गल्फ देशों के एक्शन के बाद कार्रवाई क्यों?


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Mon, 06 Jun 2022 02:01 PM IST

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भारतीय जनता पार्टी से निलंबित नेता नुपुर शर्मा द्वारा पैगम्बर मोहम्मद के बारे में की गई विवादित टिप्पणी के बाद से सियसत गरमा गई है। मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ-साथ कई नेताओं ने भी नुपुर की गिरफ्तारी की मांग कर दी है। इन नेताओं में सबसे अधिक ओवैसी ने नुपुर के बयानों का विरोध किया है। उन्होंने भारत सरकार से त्वरित कार्रवाई करते हुए नुपुर की गिरफ्तारी की मांग की है। एक मीडिया टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार में वे मोदी सरकार पर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि गल्फ देश अगर कोई एक्शन नहीं लेता तो मोदी सरकार अभी भी नुपुर के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती। भाजपा सरकार ने नुपुर के खिलाफ इतनी देर से कार्रवाई क्यो की?

पीएम विदेशी देशों के नेताओं को खुश करना चाहते हैं: ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि खाड़ी देशों में यह मामला काफी बड़ा हो गया था इसलिए मजबूरी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता के खिलाफ कार्रवाई की। ओवैसी ने कहा कि अरब देशों के कहने पर ही क्यों कार्रवाई। यह कार्रवाई तो 10 दिन पहले होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि आप विदेशी देशों के नेताओं को खुश करना चाहते हैं। आप उनकी तकलीफ को समझते हैं, आप हमारी तकलीफ नहीं समझते हैं।

तथाकथित सेक्युलर पार्टियों के मुंह में जम गई थी दही: ओवैसी
मोदी सरकार के अलावे ओवैसी ने विपक्षी दलों पर भी हमला बोला। ओवैसी ने विपक्षी दलों पर खामोश रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस मामले में तथाकथित सेक्युलर पार्टियों के मुंह में दही जम गई थी। सिर्फ हम ही बोल रहे थे। तथाकथित सेक्युलर पार्टी कल रात अचानक हरकत में आ गईं।

जानों कौन हैं नुपुर शर्मा? 
नुपुर भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। 2015 में वह पहली बार चर्चा में तब आई थीं, जब भाजपा ने उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतारा था। नुपुर भाजपा दिल्ली की प्रदेश कार्यकारिणी समिति की सदस्य भी थीं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। 2008 में एवीबीपी की ओर से छात्र संघ चुनाव जीतने वाली नुपुर एकमात्र उम्मीदवार थीं। 2010 में नुपुर छात्र राजनीति से निकलने के बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा में सक्रिय हुईं और उन्हें मोर्चा में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया। लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से पढ़ाई करने वाली नुपुर पेशे से वकील भी हैं। इसके अलावा उन्होंने बर्लिन से भी पढ़ाई की है।

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भारतीय जनता पार्टी से निलंबित नेता नुपुर शर्मा द्वारा पैगम्बर मोहम्मद के बारे में की गई विवादित टिप्पणी के बाद से सियसत गरमा गई है। मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ-साथ कई नेताओं ने भी नुपुर की गिरफ्तारी की मांग कर दी है। इन नेताओं में सबसे अधिक ओवैसी ने नुपुर के बयानों का विरोध किया है। उन्होंने भारत सरकार से त्वरित कार्रवाई करते हुए नुपुर की गिरफ्तारी की मांग की है। एक मीडिया टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार में वे मोदी सरकार पर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि गल्फ देश अगर कोई एक्शन नहीं लेता तो मोदी सरकार अभी भी नुपुर के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती। भाजपा सरकार ने नुपुर के खिलाफ इतनी देर से कार्रवाई क्यो की?

पीएम विदेशी देशों के नेताओं को खुश करना चाहते हैं: ओवैसी

ओवैसी ने कहा कि खाड़ी देशों में यह मामला काफी बड़ा हो गया था इसलिए मजबूरी में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता के खिलाफ कार्रवाई की। ओवैसी ने कहा कि अरब देशों के कहने पर ही क्यों कार्रवाई। यह कार्रवाई तो 10 दिन पहले होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि आप विदेशी देशों के नेताओं को खुश करना चाहते हैं। आप उनकी तकलीफ को समझते हैं, आप हमारी तकलीफ नहीं समझते हैं।

तथाकथित सेक्युलर पार्टियों के मुंह में जम गई थी दही: ओवैसी

मोदी सरकार के अलावे ओवैसी ने विपक्षी दलों पर भी हमला बोला। ओवैसी ने विपक्षी दलों पर खामोश रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस मामले में तथाकथित सेक्युलर पार्टियों के मुंह में दही जम गई थी। सिर्फ हम ही बोल रहे थे। तथाकथित सेक्युलर पार्टी कल रात अचानक हरकत में आ गईं।

जानों कौन हैं नुपुर शर्मा? 

नुपुर भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। 2015 में वह पहली बार चर्चा में तब आई थीं, जब भाजपा ने उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतारा था। नुपुर भाजपा दिल्ली की प्रदेश कार्यकारिणी समिति की सदस्य भी थीं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। 2008 में एवीबीपी की ओर से छात्र संघ चुनाव जीतने वाली नुपुर एकमात्र उम्मीदवार थीं। 2010 में नुपुर छात्र राजनीति से निकलने के बाद भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा में सक्रिय हुईं और उन्हें मोर्चा में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया। लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से पढ़ाई करने वाली नुपुर पेशे से वकील भी हैं। इसके अलावा उन्होंने बर्लिन से भी पढ़ाई की है।



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