जम्मू: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पूर्व विधायक और भाजपा नेता देवेंद्र सिंह राणा ने दावा किया है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के नेता फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) 2014 में प्रदेश में पार्टी के साथ गठबंधन सरकार बनाने के लिये तैयार थे. नेकां के पूर्व सदस्य राणा पिछले साल अक्टूबर में दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे.
राणा की यह टिप्पणी इसलिये महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के इस बयान के विपरीत है कि उन्होंने पीडीपी प्रमुख मुफ्ती मोहम्मद सईद को 2014 में भाजपा के साथ सरकार बनाने को लेकर आगाह करते हुए कहा था कि यह एक ”त्रासदी” होगी.
राणा ने डोडा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘2014 के विधानसभा चुनावों में त्रिशंकु जनादेश के बाद तत्कालीन नेतृत्व ने मुझे एक प्रतिनिधिमंडल के नेता के रूप में दिल्ली भेजा था, ताकि भाजपा को नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ सरकार बनाने के लिए राजी किया जा सके. हम भगवा पार्टी के साथ गठबंधन सरकार बनाने के लिए तैयार थे.”
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राणा ने उमर के राजनीतिक सलाहकार के रूप में अपना पद छोड़ने के बाद 2011 में नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रांतीय अध्यक्ष का पद संभाला था. उन्होंने कहा कि पीडीपी ने भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन बाद में उसी पार्टी के साथ गठबंधन सरकार बनाई.
उमर अब्दुल्ला ने कहा था, ”मुझे ऐसी स्थिति का पूर्वाभास हो चुका था और मैं सरकार गठन को लेकर बिना शर्त बाहरी समर्थन देने के लिए मुफ्ती साहब के पास गया था. मैंने उनसे कहा था कि वह जिस रास्ते पर चल रहे हैं, वह जम्मू-कश्मीर के लिए एक त्रासदी होगी और हम खुद को नहीं बचा पाएंगे.”
उमर ने कहा था कि, ‘मैंने उनसे कहा कि मुझे सत्ता का कोई लालच नहीं है, क्योंकि मैंने मुख्यमंत्री के रूप में अभी 6 साल पूरे किए हैं. मैंने उनसे उन लोगों को सत्ता में आने से रोकने के लिए कहा था, जिनकी जम्मू-कश्मीर को लेकर अच्छी नीयत नहीं थी.”
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