Henley Index 2022 : पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान बहुत पीछे, जापान शीर्ष पर, भारत को मिला 87वां स्थान


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किसी भी देश की अंतरराष्ट्रीय ताकत वहां की पासपोर्ट रैंकिंग से देखी जाती है और इसमें पाकिस्तान को 109वें स्थान से ही संतोष करना पड़ा है। 199 देशों में एक बार फिर जापान की पासपोर्ट रैंकिंग शीर्ष पर है, जबकि अफगानिस्तान इसमें सबसे निचली पायदान पर है। भारत 87वें स्थान पर है।

पासपोर्ट रैंकिंग जारी करने वाले संगठन हेनली एंड पार्टनर्स ने 2022 के लिए हेनली पासपोर्ट इंडेक्स जारी किया है। यदि दुनिया में आतंकवाद की फैक्ट्री बने पाकिस्तान की बात करे तो वह विश्व का चौथा सबसे कमजोर पासपोर्ट रखने वाला देश है। पाकिस्तान की प्रतिष्ठा दुनिया में इतनी खराब है कि उसका पासपोर्ट रखने वाले व्यक्ति को सिर्फ 32 देशों में बिना वीजा के जाने की अनुमति है। 

पाकिस्तान से बाद आखिरी पायदान में सिर्फ 3 देश बचे हैं जिनमें सीरिया (110) इराक (111) और अफगानिस्तान (112) नंबर पर हैं। जापान के नागरिक जहां बिना नागरिक वीजा के 193 देशों में यात्रा कर सकते हैं। सूची में जापान के बाद सिंगापुर और दक्षिण कोरिया (192) का साझा दूसरा नंबर है। जर्मनी व स्पेन (190) तीसरे नंबर पर रहे हैं।

भारत चार पायदान फिसला
रैंकिंग में भारत की रैंकिंग 4 पायदान फिसलकर 87वें स्थान पर जा पहुंची है। इसी साल की शुरुआत में जारी इंडेक्स में भारत 83वें पायदान पर था और देश के नागरिक 60 देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं। भारत के साथ ही तजाकिस्तान और मौरीटानिया को भी यही रैंकिंग मिली है। चीन इस मामले में भारत से थोड़ा आगे है, उसके लिस्ट में 69वां स्थान मिला है और उसका पासपोर्टधारी व्यक्ति 80 देशों में बिना वीजा के घूम सकता है।

जापान इसलिए रहा शीर्ष पर
जापान के पहले नंबर पर आने की वजह यह है कि जापानी लोग शांति पसंद होते हैं और लड़ाई झगड़े से दूर रहते हैं। वे केवल बिजनेस या घूमने के मकसद से दूसरे देश की यात्रा करना पसंद करते हैं। साथ ही यात्रा पर खुलकर खर्च भी करते हैं। 

साल में दो बार होती है रैंकिंग
साल में दो बार यह रैंकिंग जारी की जाती है। पहली बार जनवरी और दूसरे बार जुलाई में इंडेक्स जारी किए जाते हैं। हेनली पासपोर्ट वीजा इंडेक्स की वेबसाइट के मुताबिक- पूरे साल रियलटाइम डेटा अपडेट किया जाता है। वीजा पॉलिसी में बदलाव भी ध्यान में रखे जाते हैं। रैंकिंग इस आधार पर तय की जाती है कि किसी देश का पासपोर्ट होल्डर कितने दूसरे देशों में बिना पूर्व वीजा हासिल किए यात्रा कर सकता है।

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किसी भी देश की अंतरराष्ट्रीय ताकत वहां की पासपोर्ट रैंकिंग से देखी जाती है और इसमें पाकिस्तान को 109वें स्थान से ही संतोष करना पड़ा है। 199 देशों में एक बार फिर जापान की पासपोर्ट रैंकिंग शीर्ष पर है, जबकि अफगानिस्तान इसमें सबसे निचली पायदान पर है। भारत 87वें स्थान पर है।

पासपोर्ट रैंकिंग जारी करने वाले संगठन हेनली एंड पार्टनर्स ने 2022 के लिए हेनली पासपोर्ट इंडेक्स जारी किया है। यदि दुनिया में आतंकवाद की फैक्ट्री बने पाकिस्तान की बात करे तो वह विश्व का चौथा सबसे कमजोर पासपोर्ट रखने वाला देश है। पाकिस्तान की प्रतिष्ठा दुनिया में इतनी खराब है कि उसका पासपोर्ट रखने वाले व्यक्ति को सिर्फ 32 देशों में बिना वीजा के जाने की अनुमति है। 

पाकिस्तान से बाद आखिरी पायदान में सिर्फ 3 देश बचे हैं जिनमें सीरिया (110) इराक (111) और अफगानिस्तान (112) नंबर पर हैं। जापान के नागरिक जहां बिना नागरिक वीजा के 193 देशों में यात्रा कर सकते हैं। सूची में जापान के बाद सिंगापुर और दक्षिण कोरिया (192) का साझा दूसरा नंबर है। जर्मनी व स्पेन (190) तीसरे नंबर पर रहे हैं।

भारत चार पायदान फिसला

रैंकिंग में भारत की रैंकिंग 4 पायदान फिसलकर 87वें स्थान पर जा पहुंची है। इसी साल की शुरुआत में जारी इंडेक्स में भारत 83वें पायदान पर था और देश के नागरिक 60 देशों में वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं। भारत के साथ ही तजाकिस्तान और मौरीटानिया को भी यही रैंकिंग मिली है। चीन इस मामले में भारत से थोड़ा आगे है, उसके लिस्ट में 69वां स्थान मिला है और उसका पासपोर्टधारी व्यक्ति 80 देशों में बिना वीजा के घूम सकता है।

जापान इसलिए रहा शीर्ष पर

जापान के पहले नंबर पर आने की वजह यह है कि जापानी लोग शांति पसंद होते हैं और लड़ाई झगड़े से दूर रहते हैं। वे केवल बिजनेस या घूमने के मकसद से दूसरे देश की यात्रा करना पसंद करते हैं। साथ ही यात्रा पर खुलकर खर्च भी करते हैं। 

साल में दो बार होती है रैंकिंग

साल में दो बार यह रैंकिंग जारी की जाती है। पहली बार जनवरी और दूसरे बार जुलाई में इंडेक्स जारी किए जाते हैं। हेनली पासपोर्ट वीजा इंडेक्स की वेबसाइट के मुताबिक- पूरे साल रियलटाइम डेटा अपडेट किया जाता है। वीजा पॉलिसी में बदलाव भी ध्यान में रखे जाते हैं। रैंकिंग इस आधार पर तय की जाती है कि किसी देश का पासपोर्ट होल्डर कितने दूसरे देशों में बिना पूर्व वीजा हासिल किए यात्रा कर सकता है।



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