Phone Tapping Case: ईडी ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को किया तलब, अधिकारियों के सामने आज होगी पेशी


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ईडी ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को शुक्रवार को तलब किया है और और उनसे एनएसई कर्मियों के अवैध फोन टैपिंग मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली में पेश होने को कहा है। आपको बता दें कि फोन टैपिंग केस में सीबीआई ने आरोप लगाया था कि नारायण और रामकृष्ण ने मुंबई सेवानिवृत्त पुलिस आयुक्त संजय पांडे की एक कंपनी को शेयर बाजार के कर्मचारियों के फोन कॉल को अवैध रूप से इंटरसेप्ट करने के काम में लगाया था। 

इन केस में आरोपित बनाया है 
पहले सीबीआई और अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी संजय पांडेय, उनकी दिल्ली स्थित कंपनी, एनएसई के पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण, रवि नारायण, कार्यकारी उपाध्यक्ष रवि वाराणसी और एनएसई के प्रेमाइसेज हेड महेश हल्दीपुर को अपने-अपने केस में आरोपित बनाया है। 

अधिकारियों ने बताया कि ईडी को गुप्त निगरानी में कथित अनियमितताओं का पता चला जिसके बाद उसने गृह मंत्रालय (MHA) को इसकी सूचना दी उसके बाद इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी।

 ईडी ने की थी पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडेय से पूछताछ
1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा आईपीएस अधिकारी संजय पांडे, 30 जून को सेवा से सेवानिवृत्त हुए। मुंबई के पुलिस आयुक्त के रूप में चार महीने के कार्यकाल से पहले, उन्होंने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक के रूप में कार्य किया।

इससे पहले पांच जुलाई को एनएसई के को-लोकेशन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय ईडी के सामने पेश हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि संजय पांडेय को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को-लोकेशन घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। वह दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में पेश हुए थे।

पीएमएलए एक्ट के तहत उनके बयानों को रिकॉर्ड किया गया। 1986 बैच के आईपीएस संजय पांडेय का मुंबई पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यकाल काफी विवादों में रहा। वह 30 जून को ही सेवानिवृत्त हुए थे। इसके तीन दिन बाद ही उन्हें ईडी ने समन भेज कर तलब किया था।

विस्तार

ईडी ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को शुक्रवार को तलब किया है और और उनसे एनएसई कर्मियों के अवैध फोन टैपिंग मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली में पेश होने को कहा है। आपको बता दें कि फोन टैपिंग केस में सीबीआई ने आरोप लगाया था कि नारायण और रामकृष्ण ने मुंबई सेवानिवृत्त पुलिस आयुक्त संजय पांडे की एक कंपनी को शेयर बाजार के कर्मचारियों के फोन कॉल को अवैध रूप से इंटरसेप्ट करने के काम में लगाया था। 

इन केस में आरोपित बनाया है 

पहले सीबीआई और अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी संजय पांडेय, उनकी दिल्ली स्थित कंपनी, एनएसई के पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण, रवि नारायण, कार्यकारी उपाध्यक्ष रवि वाराणसी और एनएसई के प्रेमाइसेज हेड महेश हल्दीपुर को अपने-अपने केस में आरोपित बनाया है। 

अधिकारियों ने बताया कि ईडी को गुप्त निगरानी में कथित अनियमितताओं का पता चला जिसके बाद उसने गृह मंत्रालय (MHA) को इसकी सूचना दी उसके बाद इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी।

 ईडी ने की थी पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडेय से पूछताछ

1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा आईपीएस अधिकारी संजय पांडे, 30 जून को सेवा से सेवानिवृत्त हुए। मुंबई के पुलिस आयुक्त के रूप में चार महीने के कार्यकाल से पहले, उन्होंने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक के रूप में कार्य किया।

इससे पहले पांच जुलाई को एनएसई के को-लोकेशन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय ईडी के सामने पेश हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि संजय पांडेय को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को-लोकेशन घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। वह दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में पेश हुए थे।

पीएमएलए एक्ट के तहत उनके बयानों को रिकॉर्ड किया गया। 1986 बैच के आईपीएस संजय पांडेय का मुंबई पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यकाल काफी विवादों में रहा। वह 30 जून को ही सेवानिवृत्त हुए थे। इसके तीन दिन बाद ही उन्हें ईडी ने समन भेज कर तलब किया था।



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