नई दिल्ली. वॉलमार्ट ग्रुप की डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे (PhonePe) ने देश के मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी (SEBI) में म्यूचुअल फंड लाइसेंस के लिए अर्जी दाखिल की है. सेबी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) के निवेश वाले फोनपे प्राइवेट लिमिटेड ने 31 दिसंबर 2021 को म्यूचुअल फंड लाइसेंस के लिए आवेदन किया है.
बता दें कि फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर सचिन बंसल, नावी म्यूचुअल फंड (Navi Mutual Fund) के फाउंडर है. नावी म्यूचुअल फंड को पहले ही एमएफ लाइसेंस मिल चुका है और उसने कई नए फंड लॉन्च के लिए आवेदन किया है.
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SEBI की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं ये कंपनियां
दीपक सेनाय की वाइजमार्केट्स एनालिटिक्स प्राइवेट लिमिटेड (Wizemarkets Analytics Pvt. Ltd./Capitalmind), समीर अरोरा की हेलिओस कैपिटल (Helios Capital),राकेश झुनझुनवाला की अल्केमी कैपिटल (Alchemy Capital) और केनेथ एनड्रेड की ओल्ड ब्रिज कैपिटल मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (Old Bridge Capital Management Pvt Ltd) के म्यूचुअल फंड लाइसेंस के लिए किए गए आवेदन सेबी में अंडर प्रोसेस हैं. इसके अलावा एंजेल वन और यूनिफाई कैपिटल ने भी इस लाइसेंस के लिए आवेदन कर रखा है.
बजाज फिनसर्व और जिरोधा ब्रोकिंग को मिल चुकी है सैद्धांतिक मंजूरी
गौरतलब है कि बजाज फिनसर्व, जिरोधा ब्रोकिंग और फ्रंटलाइन कैपिटल सर्विसेस को सेबी से म्यूचुअल फंड लाइसेंस के लिए पहले ही सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है.
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भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने पिछले कुछ सालों में तेज ग्रोथ देखी है एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया यानी एम्फी (Amfi) के आंकड़ों के अनुसार, 30 नवंबर 2016 से 30 नवंबर 2021 के बीच म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की एसेट अंडर मैनेजमेंट 16.50 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 37.34 लाख करोड़ रुपये पर आ गई है.
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