फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल: गिरफ्तार ताहिर खाने में मांगता है बिरयानी, दी गई रोटी-सब्जी


हाइलाइट्स

ताहिर ने पाकिस्तान में बैठे 3 लोगों से चैटिंग की थी. उनमें से 2 से फेसबुक के जरिए संपर्क साधा था.
ताहिर के ग्रुप चैट को अभी एजेंसी डिकोड नहीं कर सकी है. हालांकि उसे अहम जानकारियां मिली हैं.

पटना. गजवा ए हिंद का सक्रिय सदस्य और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे पटना के फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार मरगूब अहमद उर्फ ताहिर ने 48 घंटे में 4 से 5 बार भोजन की मांग की. उसने बिरयानी खाने की इच्छा जताई. हालांकि उसे रोटी-सब्जी दी गई. पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी.

गुरुवार को ताहिर की रिमांड अवधि खत्म हो गई और उसे पटना पुलिस ने कोर्ट में पेश कर दिया. इसके बाद वह वापस बेऊर जेल भेज दिया गया है. रिमांड खत्म होने से पहले 48 घंटे की पूछताछ में ताहिर ज्यादातर समय अधिकारियों को झांसा देता रहा. कई सवालों के जवाब सीधे तौर पर न देकर उसने बातें घुमाने की कोशिश कीं. जांच एजेंसी को वह गुमराह करने का प्रयास करता रहा. सूत्रों के मुताबिक, कई बार ताहिर ने कहा कि क्या आप मुझे ही समझ रहे हैं आईएसआई का एजेंट?

सही दिशा में जांच

बता दें कि वॉट्सऐप और बीआईपी पर ग्रुप के माध्यम से गजवा ए हिंद और तकरीब ए लब्बेक से जुड़कर ताहिर देशद्रोह जैसी हरकतों में शामिल रहा है. बीआईपी ऐप पर किए गए ग्रुप चैट को अभी एजेंसी डिकोड नहीं कर सकी है. हालांकि, पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि कुछ अहम जानकारियां मिली हैं, जिससे पता चलता है कि जांच सही दिशा में चल रही है.

पाकिस्तान में बैठे लोगों से चैट

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ताहिर ने 48 घंटे में 4 से 5 बार भोजन की मांग की. उसने बिरयानी खाने की इच्छा भी जताई. हालांकि उसे खाने के लिए रोटी और सब्जी ही उपलब्ध कराई गई. मंगलवार की देर रात से गुरुवार तक उससे कई राउंड पूछताछ की गई है. पुलिस के साथ एनआईए, आईबी और एटीएस की टीम उससे लगातार सवाल करती रही. सूत्रों की माने तो उसने पाकिस्तान में बैठे 3 लोगों से चैटिंग की थी. उनमें से 2 पाकिस्तानियों से फेसबुक के माध्यम से उसने संपर्क साधा था. फेसबुक पर वह ऐसे कई लोगों को सर्च करता था जो पाकिस्तान, बांग्लादेश अफगानिस्तान या फिर यमन समेत इस्लामिक देशों से जुड़े हुए थे. ऐसा करते हुए ताहिर फेसबुक के माध्यम से कई लोगों से जुड़ गया था. इसी दौरान बीआईपी ऐप पर उसने ग्रुप की सदस्यता हासिल कर ली थी और धीरे-धीरे गजवा ए हिंद और दूसरे ग्रुप के माध्यम से तकरीब ए लब्बेक से जुड़ गया था. गौरतलब है कि वॉट्सऐप चैटिंग के दौरान इलियास पटेल ने जिक्र किया था कि एआईएमआईएम को फेवर करने से कोई फायदा नहीं है, अब सीधे 2023 में जिहाद करेंगे.

Tags: ATS, Bihar News, Terror Funding, Trending news



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