संवाद न्यूज एजेंसी, अमृतसर (पंजाब)
Published by: ajay kumar
Updated Mon, 04 Apr 2022 07:06 PM IST
सार
नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा कि कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना। चंडीगढ़ तो बहाना है, पंजाब की नदियों के पानी पे निशाना है। सभी ध्यान रखें, अगली बड़ी लड़ाई पंजाब के पानी को लेकर है।
पंजाब और हरियाणा के बीच चंडीगढ़ को लेकर घमासान मचा हुआ है। अब इस सियासी जंग में नवजोत सिंह सिद्धू भी कूद पड़े हैं। सोमवार को पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया कि पंजाब के 27 गांवों को उजाड़कर चंडीगढ़ बसाया गया था। यह पंजाब का है और पंजाब का रहेगा।
सिद्धू ने अपने ट्वीट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को टैग किया है। सिद्धू ने कहा कि चंडीगढ़ पर पंजाब का हक है और रहेगा। सरकारें चंडीगढ़ के बहाने कुछ और करने की तैयारी में हैं। निशाना नदियों का पानी है।
सिद्धू ने लिखा कि कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना। चंडीगढ़ तो बहाना है, पंजाब की नदियों के पानी पे निशाना है। सभी ध्यान रखें, अगली बड़ी लड़ाई पंजाब के पानी को लेकर है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चंडीगढ़ में केंद्रीय सेवा नियम लागू करने का एलान किया था। केंद्र के इस फैसले का पंजाब में कड़ा विरोध हो रहा है।
पंजाब ने शुक्रवार को विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया और चंडीगढ़ में केंद्रीय सेवा नियम लागू करने के विरोध में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र से तत्काल चंडीगढ़ को पंजाब को सौंपने का आग्रह किया। हालांकि भाजपा ने इसका विरोध किया। वहीं इस प्रस्ताव के खिलाफ हरियाणा ने भी पांच अप्रैल को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। हरियाणा का कहना है कि चंडीगढ़ उसकी राजधानी है और रहेगी।
विस्तार
पंजाब और हरियाणा के बीच चंडीगढ़ को लेकर घमासान मचा हुआ है। अब इस सियासी जंग में नवजोत सिंह सिद्धू भी कूद पड़े हैं। सोमवार को पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया कि पंजाब के 27 गांवों को उजाड़कर चंडीगढ़ बसाया गया था। यह पंजाब का है और पंजाब का रहेगा।
सिद्धू ने अपने ट्वीट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को टैग किया है। सिद्धू ने कहा कि चंडीगढ़ पर पंजाब का हक है और रहेगा। सरकारें चंडीगढ़ के बहाने कुछ और करने की तैयारी में हैं। निशाना नदियों का पानी है।
सिद्धू ने लिखा कि कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना। चंडीगढ़ तो बहाना है, पंजाब की नदियों के पानी पे निशाना है। सभी ध्यान रखें, अगली बड़ी लड़ाई पंजाब के पानी को लेकर है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चंडीगढ़ में केंद्रीय सेवा नियम लागू करने का एलान किया था। केंद्र के इस फैसले का पंजाब में कड़ा विरोध हो रहा है।
पंजाब ने शुक्रवार को विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया और चंडीगढ़ में केंद्रीय सेवा नियम लागू करने के विरोध में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र से तत्काल चंडीगढ़ को पंजाब को सौंपने का आग्रह किया। हालांकि भाजपा ने इसका विरोध किया। वहीं इस प्रस्ताव के खिलाफ हरियाणा ने भी पांच अप्रैल को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। हरियाणा का कहना है कि चंडीगढ़ उसकी राजधानी है और रहेगी।
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