नामचीन अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के डेटिंग ऐप बम्बल की मालकिन बनने के बाद से इसके पहले दुनिया भर में चर्चित रहे डेटिंग ऐप टिंडर ने भी भारत में अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए फिल्मी हस्तियों को अपने साथ लाना शुरू कर दिया है। टिंडर के निशाने पर भारतीय महिलाएं खास तौर से हैं और इन्हें डेटिंग के उकसाने के लिए उसने सोशल मीडिया पर एक शो भी शुरू किया है। ‘टिंडर स्वाइप राइड’ नामक इस शो में इन दिनों 50 साल की हो चुकीं पूजा भट्ट डेटिंग के नुस्खे और इसके फायदे गिना रही हैं। गौरतलब है कि पूजा भट्ट अपने करियर में शुरू से ही काफी बिंदास रही हैं और तब एक मैगजीन कवर पर इनका अपने पिता के साथ लिपलॉक करते हुए छपा एक फोटो खूब चर्चित हुआ था। आइए देखतें हैं कि पूजा भट्ट का डेटिंग को लेकर क्या कहना है..
प्यार के बिना जीवन का अस्तित्व नहीं
पूजा भट्ट कहती हैं, ‘हमारे यहां पिछले कुछ वर्षो से डेटिंग विकसित हुई है, लेकिन आज के युवाओं को डेटिंग नियम पर भी ध्यान देना जरूरी है। इस तरह के प्लेटफार्म होने से महिलाएं प्यार और रिश्तों पर चर्चा कर सकती हैं, अपने मनपसंद के बारे में चर्चा करती हैं। अब मेरी सोच पहले से काफी विकसित हो गई है। मैं अभी सिंगल हूँ और अकेले ही जीवन का आनंद ले रही हूं। मुझे लगता है प्यार जीवन है और जीवन प्यार है, इसके बिना आप का कोई अस्तित्व नहीं।’
डर के जिंदगी नहीं जी जाती
साल 2003 में पूजा भट्ट ने होटल व्यवसायी मनीष मखीजा से शादी की थी। दोनों का रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चला और 11 साल के बाद दोनों ने तलाक ले लिया। पूजा भट्ट कहती हैं, ‘रिश्ते दिल से बनते है, कागज तो महज एक औपचारिकता पूरी करता करता है। अगर रिश्तो में कड़वाहट आ जाए तो उस रिश्ते को समाप्त कर देने में ही भलाई है। मैंने देखा है कि ज्यादातर शादियां के परिणाम अच्छे नहीं होते। लोग दया और करुणा से ज्यादा नफरत को समझते और स्वीकार करते हैं। यही वजह है कि लोग अपने बारे में सच्चाई नहीं बताते और जिस रिश्ते में वे हैं उसका सामना करने की बजाय झूठ में जीते हैं। मेरा तो मानना गै कि ‘लोग क्या कहेंगे’ इस डर से जिंदगी नहीं जी जाती।’
शादी के बिना जिंदगी अधूरी होना फिजूल बात
पूजा भट्ट कहती है, ‘अतीत को भूलकर एक नए जीवन की शुरुआत करनी चाहिए। जब मैंने तलाक लिया तो मेरी दूसरी शादी की बातें होने लगी। लोग पूछते थे कि दूसरी शादी कब कर रही हो? लेकिन शादी के बिना जिन्दगी अधूरी है, ऐसी बात नहीं है। मेरा जीवन शादी के बिना अधूरा नहीं है। क्योंकि मुझे पता है कि मुझे अपनी जिंदगी कैसे जीनी है। लोग महिलाओं के अचीवमेंट से ज्यादा उनकी शादी और बच्चे के बारे में पूछते हैं। भले ही आपने नोबेल पुरस्कार क्यों न जीत लिया हो, महिलाएं कुछ भी अचीवमेंट कर ले, घर आने पर ‘खाने में क्या है’ यही पूछा जाता है।’
बिंदास लड़की रही हूं मैं
अपने बिंदासपन पर भी पूजा भट्ट नाज करती हैं। वह कहती हैं, ‘मेरी सोच अब काफी बदल गई है, हालाकिं मैं शुरू से ही काफी बिंदास तरह की लडकी रही हूं। मुझे लड़कों के कमरे में अकेले जाने से डर नहीं लगता था।’ पूजा भट्ट कितनी बिंदास प्रवृति के परिवार से रही हैं, ये जानने के लिए इतना बताना ही काफी है कि जब उनका पिता महेश भट्ट के साथ लिपलॉक वाला फोटो एक मैगज़ीन में छपा, तो काफी बवाल हुआ था। उस समय महेश भट्ट का यह बयान भी काफी सुर्ख़ियों में रहा कि अगर पूजा भट्ट मेरी बेटी नहीं होती तो उससे शादी कर लेता।