Mutual Fund Investment में कंपाउंडिंग की ताकत, कम निवेश से 15 लाख का फंड कैसे बनाएं ?


Investment Tips : म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है. एफडी पर घटती ब्याज दर और म्यूचुअल फंड में अच्छे रिटर्न निवेशकों को आकर्षित किया है. म्‍यूचुअल फंड में आप एक साथ भी पैसा लगा सकते हैं और हर महीने करके भी निवेश कर सकते हैं. हर महीने निवेश को सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्‍लान यानी सिप (SIP) कहते हैं.

म्‍यूचुअल फंड (Mutual Funds) में एसआईपी (SIP) बैंक (bank) और पोस्ट ऑफिस (post office) की आरडी (RD) का सुधरा हुआ रूप है. यहां पर कभी भी निवेश (Investment) शुरू किया जा सकता है और भी बंद किया जा सकता है या निकाला जा सकता है. जहां तक न्यूनतम निवेश का सवाल है तो यह म्‍यूचुअल फंड (Mutual Funds) हाउस की स्कीम पर तय होता है. आमतौर पर 500 रुपये महीने से एसआईपी (SIP) शुरू की जा सकती है, वहीं अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं होती है.

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म्यूचुअल फंड में कंपाउंडिंग का पावर (Power of Compounding)
म्यूचुअल फंड में निवेशकों के आकर्षण का एक बड़ा कारण इसकी कंपाउंडिंग पावर है. लिहाजा इससे म्यूचुअल फंड पर मिलने वाला निवेश कई गुना बढ़ जाता है. इसको उदाहरण से आप अच्छे से समझ सकते हैं. मान लीजिए राजू नाम के व्यक्ति ने 30 साल की उम्र से 1000 रुपये हर महीने का निवेश शुरू  करता है. रमेश नाम का व्यक्ति भी इतना ही पैसा बचाता है, लेकिन वह 35 साल की उम्र में यह बचत शुरू करता है.

दोनों को अगर सिर्फ 8 फीसदी रिटर्न मिले तो 60 साल की उम्र में राजू के पास 12.23 लाख रुपये होगा. वहीं देर से बचत शुरू करने वाले रमेश के पास केवल 7.89 लाख रुपये ही होगा. यानी पहले निवेश शुरू करने पर करीब 4 लाख रुपये का ज्‍यादा फायदा.

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वहीं अगर कोई व्‍यक्‍ति 30 साल तक 1000 रुपये का निवेश करे तो उसके पास 32 लाख रुपये का फंड तैयार हो जाएगा. यहां भी यह अनुमान 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से लगाया गया है. इसे ही निवेश की दुनिया में पॉवर ऑफ कंपाउंडिंग (Power of Compounding) कहते हैं.

कैसे शुरू कर सकते हैं सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP)
सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी सिप (SIP) को तीन तरह से शुरू किया जा सकता है. सबसे आसान तरीका है किसी म्‍युचुअल फंड (Mutual Funds) एजेंट के माध्‍यम से सिप (SIP) शुरू करना. इसके अलावा लोग किसी भी शेयर ब्रोकर से ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोल कर भी म्युचुअल फंड में सिप (SIP) माध्यम से निवेश (Mutual Funds Investment) शुरू कर सकते हैं.

इसके अलावा एक और तरीका है डायरेक्‍ट प्‍लान में इन्‍वेस्‍टमेंट. इस तरीके में निवेशक म्‍युचुअल फंड (Mutual Funds) कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर सीधे म्‍युचुअल फंड (Mutual Fund) स्‍कीम्‍स में निवेश कर सकते हैं. यह तरीका ज्‍यादा अच्छा माना जाता है. यहां पर निवेश करने पर निवेशकों को कोई कमीशन देना पड़ता है, जिससे उनके निवेश का रिटर्न बढ़ जाता है.

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