President election 2022: 10 राज्यों के 110 विधायकों ने बिगाड़ा ‘खेल’, यहां देखें क्रॉस वोटिंग की पूरी लिस्ट


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देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा? इस सवाल से पर्दा उठ चुका है। पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा पर भारी पड़ेगीं, हुआ भी वही। हालांकि, मतदान के दौरान हुई क्रॉस वोटिंग ने जीत के अंतर को और बढ़ा दिया। यहां तक कि यशवंत सिन्हा अपने घर झारखंड में ही सभी को एकमत न रख सके। यहां भी विपक्षी विधायकों ने मुर्मू के समर्थन में जमकर वोट किया। आइए जानते हैं किन राज्यों में हुई क्रॉस वोटिंग, कैसे बिगड़ा यशवंत सिन्हा का खेल?

10 राज्यों के 110 विधायकों ने बदले समीकरण 
मुर्मू की जीत तो तय थी। हालांकि, कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के विधायकों द्वारा की गई क्रॉस वोटिंग ने इस जीत को और पुख्ता कर दिया। सबसे ज्यादा क्रॉस वोटिंग असम में हुई। 126 सदस्यीय इस विधानसभा में एनडीए विधायकों की संख्या 79 है, जबकि मुर्मू के समर्थन में 104 वोट पड़े। इसके अलावा मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र में भी जमकर क्रॉस वोटिंग हुई। 
 

राज्य  क्रॉस वोटिंग
असम                22
मध्य प्रदेश    19
महाराष्ट्र          16 
उत्तर प्रदेश   12
गुजरात  10
झारखंड   10
बिहार   6
छत्तीसगढ़    6
राजस्थान   5
गोवा    4

17 सांसदों ने भी क्रॉस वोटिंग 
विधायक तो विधायक, सांसदों तक ने मुर्मू के समर्थन में क्रॉस वोटिंग की। विपक्षी दलों के 17 सांसदों ने पार्टी के रुख के इतर यशवंत सिन्हा की जगह राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मु के पक्ष में वोट किए। बड़ी संख्या में सांसदों की क्रॉस वोटिंग के कारण मुर्म को मत मूल्य में 12000 का इजाफा हुआ। गौरतलब है कि राजग उम्मीदवार को इसके घटक दलों के इतर शिवसेना, बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस, बसपा, अकाली दल, जदएस, सहित कुछ निर्दलीय सांसदों ने समर्थन की घोषणा की थी। संसद के दोनों सदनों को मिला कर इन सभी दलों और राजग के सांसदों की संख्या 529 होती है। इनमें से भाजपा, शिवसेना और बसपा के दो-दो सांसदों ने वोट नहीं डाले थे। इस हिसाब से राजग उम्मीदवार को 523 सांसदों का समर्थन मिलना था, जबकि इसके उलट उसे 540 सांसदों का समर्थन हासिल हुआ।

पहले राउंड से ही बाहर हुए यशवंत
विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा मतगणना के पहले ही राउंड में बाहर हो गए थे। मुर्मू की पहले राउंड में वोट वैल्यू 3.78 लाख थी। जबकि, सिन्हा 1.45 पर टिके थे। इसके बाद तीसरे राउंड तक जीत का अंतर बढ़ता गया। चौथे राउंड में सिन्हा ने वापसी जरूरी की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। आंकड़ों के मुताबिक, मुर्मू को 6,76,803 वोट मिले, जबकि सिन्हा को 3,80,177 वोट मिले। इस तरह द्रौपदी मुर्मू देश की नई राष्ट्रपति होंगी। 

विस्तार

देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा? इस सवाल से पर्दा उठ चुका है। पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा पर भारी पड़ेगीं, हुआ भी वही। हालांकि, मतदान के दौरान हुई क्रॉस वोटिंग ने जीत के अंतर को और बढ़ा दिया। यहां तक कि यशवंत सिन्हा अपने घर झारखंड में ही सभी को एकमत न रख सके। यहां भी विपक्षी विधायकों ने मुर्मू के समर्थन में जमकर वोट किया। आइए जानते हैं किन राज्यों में हुई क्रॉस वोटिंग, कैसे बिगड़ा यशवंत सिन्हा का खेल?

10 राज्यों के 110 विधायकों ने बदले समीकरण 

मुर्मू की जीत तो तय थी। हालांकि, कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के विधायकों द्वारा की गई क्रॉस वोटिंग ने इस जीत को और पुख्ता कर दिया। सबसे ज्यादा क्रॉस वोटिंग असम में हुई। 126 सदस्यीय इस विधानसभा में एनडीए विधायकों की संख्या 79 है, जबकि मुर्मू के समर्थन में 104 वोट पड़े। इसके अलावा मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र में भी जमकर क्रॉस वोटिंग हुई। 

 

राज्य  क्रॉस वोटिंग
असम                22
मध्य प्रदेश    19
महाराष्ट्र          16 
उत्तर प्रदेश   12
गुजरात  10
झारखंड   10
बिहार   6
छत्तीसगढ़    6
राजस्थान   5
गोवा    4

17 सांसदों ने भी क्रॉस वोटिंग 

विधायक तो विधायक, सांसदों तक ने मुर्मू के समर्थन में क्रॉस वोटिंग की। विपक्षी दलों के 17 सांसदों ने पार्टी के रुख के इतर यशवंत सिन्हा की जगह राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मु के पक्ष में वोट किए। बड़ी संख्या में सांसदों की क्रॉस वोटिंग के कारण मुर्म को मत मूल्य में 12000 का इजाफा हुआ। गौरतलब है कि राजग उम्मीदवार को इसके घटक दलों के इतर शिवसेना, बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस, बसपा, अकाली दल, जदएस, सहित कुछ निर्दलीय सांसदों ने समर्थन की घोषणा की थी। संसद के दोनों सदनों को मिला कर इन सभी दलों और राजग के सांसदों की संख्या 529 होती है। इनमें से भाजपा, शिवसेना और बसपा के दो-दो सांसदों ने वोट नहीं डाले थे। इस हिसाब से राजग उम्मीदवार को 523 सांसदों का समर्थन मिलना था, जबकि इसके उलट उसे 540 सांसदों का समर्थन हासिल हुआ।

पहले राउंड से ही बाहर हुए यशवंत

विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा मतगणना के पहले ही राउंड में बाहर हो गए थे। मुर्मू की पहले राउंड में वोट वैल्यू 3.78 लाख थी। जबकि, सिन्हा 1.45 पर टिके थे। इसके बाद तीसरे राउंड तक जीत का अंतर बढ़ता गया। चौथे राउंड में सिन्हा ने वापसी जरूरी की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। आंकड़ों के मुताबिक, मुर्मू को 6,76,803 वोट मिले, जबकि सिन्हा को 3,80,177 वोट मिले। इस तरह द्रौपदी मुर्मू देश की नई राष्ट्रपति होंगी। 



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