Punjab elections: नवजोत सिंह सिद्धू के हलके में SAD की सेंध, कई लोगों ने छोड़ी कांग्रेस, पढ़ें पंजाब चुनाव से जुड़ी 5 बड़ी खबरें


चंडीगढ़. शिअद के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया (SAD leader Bikram Singh Majithia) ने अब नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के ही खिलाफ चुनाव लड़ने के बाद उनके हलके में सेंधमारी (cracking down) शुरू कर दी है. कांग्रेस को अमृतसर पूर्वी हलके में उस समय बड़ा झटका लगा, जब चार दर्जन से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ता पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की उपस्थिति में अकाली दल में शामिल हो गए. मजीठिया ने बुधवार को कहा कि अकाली दल में शामिल होने वाले लोगों को पार्टी पूरा मान-सम्मान तथा जिम्मेदारियां दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि जिस तरह आज बड़ी गिनती में कांग्रेसी नेता अकाली दल में शामिल हुए हैं, उससे स्पष्ट हो गया है कि अमृतसर पूर्वी हलके में कांग्रेस का मुकम्मल सफाया हो जाएगा.

मजीठिया ने घर-घर जाकर किया चुनाव प्रचार
अमृतसर पूर्वी से शिअद-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार बिक्रम सिंह मजीठिया ने आजाद नगर में घर-घर जाकर चुनाव प्रचार किया. बिक्रम मजीठिया ने कहा कि हलके के लोग सिद्धू दंपत्ति से बहुत नाराज हैं, जिन्होंने 18 सालों से हलके के लिए कुछ भी नहीं किया. उन्होंने कहा कि हलके के लोग पेयजल, सीवरेज सुविधाओं तथा बिजली की आपूर्ति के लिए तरस गए हैं. सिद्धू दम्पति यह बुनियादी सुविधाएं भी लोगों को प्रदान नहीं कर सका. उन्होंने कहा कि लोगों ने इस बार सिद्धू दम्पति का साथ न देने का मन बना लिया है.

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मजीठिया के मैदान में आते ही सिद्धू वैष्णो देवी पहुंचे
अपने क्षेत्र से अपनी जीत के प्रति आश्वस्त कांग्रेस नेता ने कहा जहां धर्म है, वहां जीत होगी. सिद्धू ने कहा कि अमृतसर पूर्व कांग्रेस की सीट है, यह हमारे लिए भी प्रतिष्ठा का विषय है. बिक्रम सिंह मजीठिया के सिर्फ अमृतसर पूर्व से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद सिद्धू बुधवार अपने दस कार्यक्रम रद्द करने के बाद वैष्णो मां के दरबार में नतमस्तक होने चले गए हैं. मजीठिया ने दावा किया कि सिद्धू अमृतसर पूर्व से हारेंगे, उन्होंने उन पर निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया. अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने पीएलसी प्रमुख को पटियाला छोड़ने और अमृतसर पूर्व से चुनाव लड़ने की चुनौती दी, क्योंकि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह सिद्धू को जीतने नहीं देंगे. पूर्व मुख्यमंत्री ने अमृतसर पूर्व सीट से सिद्धू की अपमानजनक हार की भविष्यवाणी की है.

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चुनावों के लिए 2279 नामांकन
पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिये 20 फरवरी को होने वाले चुनावों के लिये कुल 2279 नामांकन दाखिल किये गए हैं. राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी डा. करुणा राजू के अनुसार नामांकन भरने के एक फरवरी को आखिरी दिन 1348 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं. 2 फरवरी यानी आज नामांकन पत्रों का जांच होगी तथा चार फरवरी तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकते हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में 1805 उम्मीदवारों ने नामांकन भरा था तथा जांच और नाम वापसी के बाद अंतिम संख्या 1145 रह गई थी.

 2,78,969 युवा पहली बार करेंगे मतदान
राज्य विधानसभा चुनाव में इस बार लगभग 2,78,969 युवा पहली बार मतदान करेंगे. ये कुल मतदाता संख्या का 1.31 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि युवाओं के वोट बनाने के लिए पूरे राज्य में बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया और उस दौरान बड़ी संख्या में युवा वोट बनाने के लिए आगे आए. पहली बार मत करने वाले युवाओं को जिला स्तर के निर्वाचन अधिकारी अपने स्तर पर सम्मानित करेंगे. प्रथम बार मतदाताओं के कम वोट होने का कारण युवाओं का विदेश में पढ़ाई करने जाना और दूसरे राज्यों में जाना है. मतदाता सूची के अनुसार 20 से 29 साल के युवा मतदाताओं की संख्या लगभग 40 लाख है जबकि 30 से 39 साल के मतदाताओं की संख्या 56.9 लाख है. पंजाब के कुल मतदाताओं में 40 वर्ष से ऊपर के आयु वर्ग के 1.13 करोड़ मतदाता हैं. राज्य में कुल मतदाता 2,12,75,066 हैं जिनमें पुरूष 1,11,87,857, महिलाएं 1,00,86,514 और थडर् जेंडर 695 हैं. इनमें दिव्यांग 1,44,667, सर्विस मतदाता 1,10,163 और प्रवासी भारतीय 1601 हैं.

सिख शब्दावली को तोड़-मरोड़ कर पेश करने पर घिरी कांग्रेस
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कांग्रेस द्वारा सिख प्रार्थना ‘नानक नाम चाड़दी कला, तेरे भाने सरबत दा भला’ की अंतिम पंक्तियों को अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक हितों के लिए विकृत करने और इसे ‘पंजाब दी चाड़दी कला, कांग्रेस मांगे सरबत दा भला’, के रूप में इस्तेमाल करने पर कड़ी आपत्ति जताई है.
कांग्रेस के इस कृत्य को सिख भावनाओं के साथ खिलवाड़ करार देते हुए एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट धामी ने बुधवार को कहा, ‘सिख प्रार्थना के ये शब्द हर सिख के दिल में बसे हुए हैं जबकि कांग्रेस ने इसे बदलकर सिख भावनाओं को आहत किया है. उन्होंने कहा कि पंजाब चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने यह निंदनीय कृत्य किया है, जिससे संगत में काफी आक्रोश है. गौरतलब है कि कांग्रेस ने सिख शब्दावली को तोड़-मरोड़ कर कई जगहों पर अपने होर्डिंग बोर्ड पर आपत्तिजनक सामग्री प्रस्तुत की है और इसे आज अपने पंजाब कांग्रेस ट्विटर हैंडल पर पोस्ट भी किया है. एडवोकेट धामी ने कहा कि एसजीपीसी ने पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी को एक शिकायत भेजकर उनसे कांग्रेस के इस कदम पर सख्त नोटिस लेने और इसे तुरंत वापस लेने का आग्रह किया है.

जाखड़ बोले मुझे सीएम बनाना चाहते थे विधायक
कांग्रेस की पंजाब इकाई के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने दावा किया है कि पिछले साल अमरिंदर सिंह को हटाए जाने के बाद 42 विधायक उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे. जाखड़ ने अबोहर में मंगलवार को एक सभा को संबोधित किया था और इस सभा की ऑनलाइन सामने आई एक वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है. जाखड़ के भतीजे संदीप जाखड़ पंजाब विधानसभा चुनाव में अबोहर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. सुनील जाखड़ भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल थे. पार्टी ने चरणजीत सिंह चन्नी को तरजीह दी, जो अनुसूचित जाति समुदाय से पंजाब के पहले मुख्यमंत्री बने. जाखड़ ने कहा कि उन्हें 42 वोट, सुखजिंदर रंधावा को 16, महारानी परनीत कौर (अमरिंदर सिंह की पत्नी और पटियाला की सांसद) को 12 वोट, नवजोत सिंह सिद्धू को छह वोट और (चरणजीत सिंह) चन्नी को दो वोट मिले थे.

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