रायसीना डायलॉग: भारत दौरे पर आएंगी यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष, पीएम मोदी और राष्ट्रपति कोविंद से करेंगी मुलाकात


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शिव शरण शुक्ला
Updated Tue, 19 Apr 2022 04:34 PM IST

सार

यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सला वॉन डर लेन भारत की आधिकारिक यात्रा पर आएंगी। वह 24 और 25 अप्रैल को दो दिवसीय भारत यात्रा पर रहेंगी।

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यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सला वॉन डर लेन भारत की आधिकारिक यात्रा पर आएंगी। वह 24 और 25 अप्रैल को दो दिवसीय यात्रा पर भारत आएंगी। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि अपनी यात्रा के दौरान वह पीएम नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगी। साथ ही वह राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और अन्य गणमान्य व्यक्तियों से भी मिलेंगी।
 
विदेश मंत्रालय ने बताया कि उन्हें रायसीना डायलॉग के इस साल के संस्करण के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। वह 25 अप्रैल को उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगी। यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष की यात्रा, प्रगति की समीक्षा करने और यूरोपीय संघ के साथ बहुआयामी साझेदारी को और तेज करने का अवसर बनेगी।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं। दोनों के बीच की ये साझेदारी राजनीतिक और सामरिक, व्यापार और वाणिज्य, जलवायु और स्थिरता, डिजिटल और प्रौद्योगिकी पहलुओं के साथ-साथ लोगों से लोगों के संबंधों में व्यापक और गहन सहयोग के साथ मजबूत विकास देख रही है।

2016  में शुरू हुआ था रायसीना डायलॉग
रायसीना डायलॉग का प्रारंभ साल 2016 में किया गया था। रायसीना डायलॉग वार्षिक सम्मेलन है, जिसमें भू-राजनीतिक एवं भू-आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की जाती है। इसका आयोजन भारत के विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है। रायसीना में विभिन्न देशों के विदेश, रक्षा और वित्त मंत्रियों को शामिल किया जाता है। 

रायसीना डायलॉग का मुख्य उद्देश्य एशियाई एकीकरण के साथ-साथ शेष विश्व के साथ एशिया के बेहतर समन्वय हेतु संभावनाओं एवं अवसरों की तलाश करना है। रायसीना डायलॉग एक बहुपक्षीय सम्मेलन है जो वैश्विक समुदाय के सामने आने वाले चुनौतीपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने के लिये प्रतिबद्ध है।

विस्तार

यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सला वॉन डर लेन भारत की आधिकारिक यात्रा पर आएंगी। वह 24 और 25 अप्रैल को दो दिवसीय यात्रा पर भारत आएंगी। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि अपनी यात्रा के दौरान वह पीएम नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगी। साथ ही वह राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और अन्य गणमान्य व्यक्तियों से भी मिलेंगी।

 

विदेश मंत्रालय ने बताया कि उन्हें रायसीना डायलॉग के इस साल के संस्करण के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। वह 25 अप्रैल को उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगी। यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष की यात्रा, प्रगति की समीक्षा करने और यूरोपीय संघ के साथ बहुआयामी साझेदारी को और तेज करने का अवसर बनेगी।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं। दोनों के बीच की ये साझेदारी राजनीतिक और सामरिक, व्यापार और वाणिज्य, जलवायु और स्थिरता, डिजिटल और प्रौद्योगिकी पहलुओं के साथ-साथ लोगों से लोगों के संबंधों में व्यापक और गहन सहयोग के साथ मजबूत विकास देख रही है।

2016  में शुरू हुआ था रायसीना डायलॉग

रायसीना डायलॉग का प्रारंभ साल 2016 में किया गया था। रायसीना डायलॉग वार्षिक सम्मेलन है, जिसमें भू-राजनीतिक एवं भू-आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की जाती है। इसका आयोजन भारत के विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है। रायसीना में विभिन्न देशों के विदेश, रक्षा और वित्त मंत्रियों को शामिल किया जाता है। 

रायसीना डायलॉग का मुख्य उद्देश्य एशियाई एकीकरण के साथ-साथ शेष विश्व के साथ एशिया के बेहतर समन्वय हेतु संभावनाओं एवं अवसरों की तलाश करना है। रायसीना डायलॉग एक बहुपक्षीय सम्मेलन है जो वैश्विक समुदाय के सामने आने वाले चुनौतीपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने के लिये प्रतिबद्ध है।



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