Ranji Trophy : 706 दिन बाद भारतीय क्रिकेट की ‘रीढ़’ रणजी ट्रॉफी की वापसी, बायो-बबल में होंगे मुकाबले


अहमदाबाद. भारतीय क्रिकेट की ‘रीढ़’ कहे जाने वाले रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) घरेलू टूर्नामेंट की वापसी हो गई है. 706 दिनों के बाद एक बार फिर से इस टूर्नामेंट के मुकाबले खेले जाएंगे. हालांकि खिलाड़ियों को बायो-बबल में रहना होगा. घातक वायरस कोविड-19 के कारण इस टूर्नामेंट का आयोजन  2 साल से नहीं हो सका था. इसमें कई घरेलू क्रिकेटरों को लंबे फॉर्मेट के क्रिकेट में अपना जलवा दिखाने तो अंजिक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) और चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को अपने टेस्ट करियर की संभावनाओं को बरकरार रखने का मौका मिलेगा.

कोविड-19 की तीसरी लहर के कारण देश की प्रमुख घरेलू प्रतियोगिता पर लगातार दूसरे साल खतरा मंडराने लगा था लेकिन संक्रमण में कमी आने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इसका आयोजन करने का फैसला किया. प्रतियोगिता में 38 टीम भाग लेंगी और ऐसे में बायो बबल में हर तरह की तैयारियां करना चुनौती है. सभी की निगाहें मौजूदा चैंपियन सौराष्ट्र और 41 बार के विजेता मुंबई के बीच होने वाले मैच पर टिकी रहेंगी जिसमें अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा आमने-सामने होंगे.

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रहाणे और पुजारा का लक्ष्य बड़ा स्कोर बनाना होगा क्योंकि टेस्ट स्तर पर वह पिछले लंबे समय से ऐसा नहीं कर पाए हैं. ये दोनों अनुभवी बल्लेबाज नेट्स पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उनके कोच को लगता है कि वे बड़ी पारियां खेलेंगे. रहाणे और पुजारा को तुरंत ही प्रभाव छोड़ना होगा क्योंकि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम की घोषणा जल्द की जानी है.

प्रतियोगिता देश के 9 स्थानों पर होगी जहां 9 बायो बबल तैयार किए गए हैं. खिलाड़ियों को 5 दिन तक आइसोलेशन में रहना पड़ा जिसके कारण उन्हें गुरुवार से शुरू होने वाले पहले दौर के मैचों से पहले केवल दो दिन अभ्यास का समय मिला लेकिन खिलाड़ी शिकायत करने के मूड में नहीं हैं. उन्हें खुशी है कि दो सीजन तक सीमित ओवरों में खेलने के बाद आखिर उन्हें सबसे चुनौतीपूर्ण फॉर्मेट में खेलने का मौका मिल रहा है.

यह सबसे कम अवधि का फर्स्ट क्लास सीजन सत्र होगा जिसमें हर टीम को केवल 3 लीग मैच खेलने को मिलेंगे. ऐसे में उनकी मैच फीस प्रभावित होगी और उन्हें गलती सुधारने के ज्यादा मौके भी नहीं मिलेंगे.
एलीट वर्ग में कुल 8 ग्रुप बनाए गए हैं जिसमें हर ग्रुप में 4 टीम रखी गई हैं, प्लेट ग्रुप में 6 टीम हैं. एकमात्र प्री क्वार्टर फाइनल को छोड़कर नॉकआउट चरण के मैच इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बाद 30 मई से शुरू होंगे.

प्रियांक पांचाल, अभिमन्यु ईश्वरन और हनुमा विहारी जैसे खिलाड़ियों पर भी निगाहें टिकी रहेंगी. भारत के अंडर-19 टीम के खिलाड़ियों यश धुल और राज अंगद बावा को प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिलेगा. पहली पारी पूरी नहीं होने पर दोनों टीम को एक-एक अंक दिया जाएगा. मैच राजकोट, कटक, अहमदाबाद, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, दिल्ली, हरियाणा, गुवाहाटी और कोलकाता में खेले जाएंगे.

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