तरक्की की राह : नोएडा में हर साल बनेंगे पांच लाख रोबोट, नामी कंपनियां कर रहीं डाटा सेंटर की स्थापना


अमर उजाला ब्यूरो, लखनऊ
Published by: पंकज श्रीवास्‍तव
Updated Wed, 13 Apr 2022 12:12 AM IST

सार

बहुराष्ट्रीय कंपनी माइक्रोसॉफ्ट और एमएक्यू जैसी बड़ी कंपनियां डाटा सेंटर की स्थापना कर रही हैं। वहीं, रोबोट बनाने वाली कई प्रमुख कंपनियों ने फैक्टरी लगाने के लिए पिछले माह जमीन ली है।

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यूपी का गौतमबुद्धनगर जल्द ही बड़े आईटी, मैन्युफैक्चरिंग और रोबोटिक्स हब के रूप में पहचाना जाएगा। योगी सरकार की नई औद्योगिक नीतियों के चलते अब देश-विदेश के नामी निवेशक यहां फैक्टरी लगाने की पहल कर रहे हैं। बहुराष्ट्रीय कंपनी माइक्रोसॉफ्ट और एमएक्यू जैसी बड़ी कंपनियां डाटा सेंटर की स्थापना कर रही हैं। वहीं, रोबोट बनाने वाली कई प्रमुख कंपनियों ने फैक्टरी लगाने के लिए पिछले माह जमीन ली है। इन कंपनियों के ग्रेटर नोएडा में रोबोट बनाने से 12 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। रोबोट कारोबार से जुड़े निवेशकों का कहना है कि इससे जल्द ही नोएडा देश में रोबोट मैन्युफैक्चरिंग का सबसे बड़ा हब बन जाएगा। 

औद्योगिक विकास विभाग के अधिकरियों के मुताबिक प्रदेश की औद्योगिक नीति बड़े कारोबारियों को फैक्टरी लगाने में मददगार साबित हो रही है। ग्रेटर नोएडा में एडवर्ब टेक्नोलॉजीज दुनिया की सबसे बड़ी रोबोटिक्स फैक्टरी लगा रही है। इस कंपनी ने ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक-10 में करीब 13 एकड़ जमीन खरीदी है। कंपनी चार साल में 500 करोड़ रुपये का निवेश कर उत्पादन प्रारंभ कर देगी।

वहां हर साल 5 लाख रोबोट बनेंगे। कंपनी के सह संस्थापक सतीश शुक्ला कहते हैं कि उन्होंने नोएडा में फैक्टरी लगाने के लिए अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्हें कुछ दिनों में ही सेक्टर 156 में जमीन मिल गई। वर्ष 2021 में सेक्टर 156 में बनी उनकी फैक्टरी में रोबोट बनने लगे। इसका इस्तेमाल भारत, यूरोपीय व अन्य देशों में स्थित वेयरहाउस, फैक्टरी, मॉल आदि में दो किलो से दो टन वजन का सामान उठाने में किया जा रहा है। कंपनी अस्पतालों में टेस्टिंग संबंधी कार्यों को करने वाले रोबोट भी बनाती है। अब इस कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी रोबोटिक्स फैक्टरी स्थापित करने के लिए ग्रेटर नोएडा में जमीन ली है।

अन्य विदेशी कंपनियां भी मैदान में 
मोबाइल पार्ट्स बनाने वाली कंपनी एलेनटेक इंडिया ने  ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन में 20,235 वर्ग मीटर के दो प्लॉट खरीदे हैं। कंपनी करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाने वाली टेरॉन माइक्रो सिस्टम ने वहां दो एकड़ जमीन खरीदी है। कंपनी इसमें 23 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। वहीं, आईआईटीजीएनएल में प्लॉट खरीदने वाली गुरु अमरदास इंटरनेशनल भी निवेश करके रोजगार के अवसर मुहैया कराएगी।

विस्तार

यूपी का गौतमबुद्धनगर जल्द ही बड़े आईटी, मैन्युफैक्चरिंग और रोबोटिक्स हब के रूप में पहचाना जाएगा। योगी सरकार की नई औद्योगिक नीतियों के चलते अब देश-विदेश के नामी निवेशक यहां फैक्टरी लगाने की पहल कर रहे हैं। बहुराष्ट्रीय कंपनी माइक्रोसॉफ्ट और एमएक्यू जैसी बड़ी कंपनियां डाटा सेंटर की स्थापना कर रही हैं। वहीं, रोबोट बनाने वाली कई प्रमुख कंपनियों ने फैक्टरी लगाने के लिए पिछले माह जमीन ली है। इन कंपनियों के ग्रेटर नोएडा में रोबोट बनाने से 12 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। रोबोट कारोबार से जुड़े निवेशकों का कहना है कि इससे जल्द ही नोएडा देश में रोबोट मैन्युफैक्चरिंग का सबसे बड़ा हब बन जाएगा। 

औद्योगिक विकास विभाग के अधिकरियों के मुताबिक प्रदेश की औद्योगिक नीति बड़े कारोबारियों को फैक्टरी लगाने में मददगार साबित हो रही है। ग्रेटर नोएडा में एडवर्ब टेक्नोलॉजीज दुनिया की सबसे बड़ी रोबोटिक्स फैक्टरी लगा रही है। इस कंपनी ने ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक-10 में करीब 13 एकड़ जमीन खरीदी है। कंपनी चार साल में 500 करोड़ रुपये का निवेश कर उत्पादन प्रारंभ कर देगी।

वहां हर साल 5 लाख रोबोट बनेंगे। कंपनी के सह संस्थापक सतीश शुक्ला कहते हैं कि उन्होंने नोएडा में फैक्टरी लगाने के लिए अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्हें कुछ दिनों में ही सेक्टर 156 में जमीन मिल गई। वर्ष 2021 में सेक्टर 156 में बनी उनकी फैक्टरी में रोबोट बनने लगे। इसका इस्तेमाल भारत, यूरोपीय व अन्य देशों में स्थित वेयरहाउस, फैक्टरी, मॉल आदि में दो किलो से दो टन वजन का सामान उठाने में किया जा रहा है। कंपनी अस्पतालों में टेस्टिंग संबंधी कार्यों को करने वाले रोबोट भी बनाती है। अब इस कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी रोबोटिक्स फैक्टरी स्थापित करने के लिए ग्रेटर नोएडा में जमीन ली है।

अन्य विदेशी कंपनियां भी मैदान में 

मोबाइल पार्ट्स बनाने वाली कंपनी एलेनटेक इंडिया ने  ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन में 20,235 वर्ग मीटर के दो प्लॉट खरीदे हैं। कंपनी करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाने वाली टेरॉन माइक्रो सिस्टम ने वहां दो एकड़ जमीन खरीदी है। कंपनी इसमें 23 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। वहीं, आईआईटीजीएनएल में प्लॉट खरीदने वाली गुरु अमरदास इंटरनेशनल भी निवेश करके रोजगार के अवसर मुहैया कराएगी।



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