Russia-Ukraine crisis : भारत के फार्मा सेक्टर की बिगड़ेगी ‘सेहत’, भभकेंगी तेल कंपनियां


नई दिल्ली. Russia-Ukraine Crisis Impact on Indian Companies : रूस और यूक्रेन के बीच लगातार बन रहे युद्ध के हालात के बीच दुनियाभर के शेयर बाजार संकट में हैं. दरअसल, दोनों देश तेल के बड़े उत्पादक हैं और यदि इनमें जंग होती है तो दुनियाभर में तेल की कीमतों में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा. और तेल के रेट बढ़ने का मतलब है कि हर चीज महंगी हो जाएगी.

शेयर बाजार से जुड़े लोगों की घबराहट इस बात को लेकर है कि भारत की जिन कंपनियों का गठजोड़ या कारोबार रूस में है या फिर वे रूस की कंपनियों के साथ मिलकर काम कर ही हैं, उनके शेयर्स की वेल्यूएशन में कमी आ सकती है. उनके प्रॉफिट में कमी आएगी और उनके शेयर गिर सकते हैं. जैसे कि भारत रूस को फार्मा, मशीनरीज़, चाय-कॉफी, तंबाकू, मसाले और ड्राई फ्रूट्स की सप्लाई करता है.

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सबसे ज्यादा असर फार्मा की सेहत पर

मनीकंट्रोल की एक खबर के अनुसार, भारतीय कंपनी डॉ. रेडीज़ लैब (Dr Reddy) की कुल सेल में से लगभग 8-10 प्रतिशत की सेल अकेल रूस में होती है. रूस में बिकने वाली 200 बेस्ट सेलिंग फार्मा उत्पादों में Nise, Omez, Nasivin, Cetrine और Ibuclin शामिल हैं.

इसके अवाला भारतीय शेयर बाजारों में लिस्टेड कंपनी ग्लेनमार्क (Glenmark) की बिक्री का लगभग 10 प्रतिशत हिस्सा रूस से आता है. इसके अतिरिक्त कैडिला (Cadila) और सन-फार्मा (Sun Pharma) के उत्पाद भी 10-13% तक रूस में ही बिकते हैं.

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तेल-गैस और डिफेंस सेक्टर भी होगा प्रभावित

यदि रूस और यूक्रेन जल्द ही शांति की तरफ कदम नहीं बढ़ाते हैं तो भारत की तेल-गैस और डिफेंस सेक्टर से जुड़ी कंपनियों का कारोबार भी प्रभावित होगा. ONGC Videsh का Sakhalin-I प्रोजेक्ट में बड़ा निवेश है. इसी तरह ONGC का Rosneft के साथ करार है.

डिफेंस सेक्टर की बात करें तो HAL का रूस की कंपनियों के साथ 2 ज्वाइंट वेंचर है. ये ज्वाइंट वेंचर एयरोस्पेस और एविएशन के क्षेत्र में है. वहीं, BDL ने Almaz Antey के साथ भारत में Tunguska, Kavadrat,OSA-AKA और Pechora air जैसी एयर डिफेंस मिसाइस सिस्टम बनाने के लिए JVs की संभावनाएं तलाशने के लिए करार किया हुआ है. इसके साथ ही शिल्का सेल्फ-प्रोपेल्ड एयर डिफेंस सिस्टम (Shilka self-propelled air defence gun system) को देश में बनाने लिए JVs की संभावना तलाशी जा रही है.

Tags: Russia, Share market, Ukraine

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