Sarabjit Singh: पाकिस्तानी जेल में मारे गए सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर का निधन, भिखीविंड में होगा अंतिम संस्कार


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पाकिस्तानी जेल में कुछ साल पहले मारे गए पंजाब के सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर का निधन हो गया है। दलबीर कौर ने भाई सरबजीत सिंह की पाकिस्तान की जेल से रिहाई के लिए अथक संघर्ष किया था और इस कारण काफी चर्चित हो गई थीं।  दलबीर कौर का अंतिम संस्कार आज भिखीविंड में किया जाएगा।

दलबीर कौर तरनतारन जिले के कस्बा भिखीविंड की निवासी थीं। दलबीर कौर ने अमृतसर के निजी अस्पताल में रात 2 बजे आखिरी सांस ली। उनको शनिवार सांस लेने के दौरान तकलीफ महसूस होने के बाद यहां दाखिल करवाया गया था। दलबीर कौर की अंतरराष्ट्रीय सत्र पर पहचान थी क्योंकि उन्होने अपने भाई सरबजीत सिंह को भारत जिंदा लाने लिए उच्च सत्र पर कानूनी लड़ाई लड़ी थी मगर कामयाब नहीं हो पाईं थीं।

बता दें कि सरबजीत सिंह 28 अगस्त 1990 को नशे की  हालत में भारत पाक सीमा पार करके पाकिस्तान चला गया था। उसको पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था और  बाद में पाक में हुए बम ब्लास्ट में आरोपित करार देते फांसी की सजा सुनाई गई थी।

सरबजीत सिंह ने पाक से एक पत्र भारत भेजा जिसके बाद पता चला कि सरबजीत पाक की कोट लखपत जेल में बंद हैं। सरबजीत सिंह को बेकसूर करार देते उनकी बहन दलबीर कौर ने कानूनी लड़ाई लड़ी थी जिस दौरान 26 अप्रैल 2013 को जेल में सरबजीत सिंह पर जानलेवा हमला हुआ था बाद में 2 मई की रात को सरबजीत सिंह की मौत हो गईं थीं।

सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर कुछ समय से अस्थमा से पीड़ित थी जिनका इलाज अमृतसर के निजी अस्पताल से चल रहा था। शनिवार को उनकी तकलीफ के चलते अस्पताल दाखिल करवाया गया था। वेंटिलेटर पर दलबीर कौर ने रात 2 बजे अंतिम सांस ली।

पंजाब के पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल, शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा, हलका विधायक सरवन सिंह धुन, पूर्व विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर, विरसा सिंह वल्टोहा, गौरवदीप सिंह वल्टोहा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष किरनबीर सिंह मिठा ने दलबीर कौर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

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पाकिस्तानी जेल में कुछ साल पहले मारे गए पंजाब के सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर का निधन हो गया है। दलबीर कौर ने भाई सरबजीत सिंह की पाकिस्तान की जेल से रिहाई के लिए अथक संघर्ष किया था और इस कारण काफी चर्चित हो गई थीं।  दलबीर कौर का अंतिम संस्कार आज भिखीविंड में किया जाएगा।

दलबीर कौर तरनतारन जिले के कस्बा भिखीविंड की निवासी थीं। दलबीर कौर ने अमृतसर के निजी अस्पताल में रात 2 बजे आखिरी सांस ली। उनको शनिवार सांस लेने के दौरान तकलीफ महसूस होने के बाद यहां दाखिल करवाया गया था। दलबीर कौर की अंतरराष्ट्रीय सत्र पर पहचान थी क्योंकि उन्होने अपने भाई सरबजीत सिंह को भारत जिंदा लाने लिए उच्च सत्र पर कानूनी लड़ाई लड़ी थी मगर कामयाब नहीं हो पाईं थीं।

बता दें कि सरबजीत सिंह 28 अगस्त 1990 को नशे की  हालत में भारत पाक सीमा पार करके पाकिस्तान चला गया था। उसको पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था और  बाद में पाक में हुए बम ब्लास्ट में आरोपित करार देते फांसी की सजा सुनाई गई थी।

सरबजीत सिंह ने पाक से एक पत्र भारत भेजा जिसके बाद पता चला कि सरबजीत पाक की कोट लखपत जेल में बंद हैं। सरबजीत सिंह को बेकसूर करार देते उनकी बहन दलबीर कौर ने कानूनी लड़ाई लड़ी थी जिस दौरान 26 अप्रैल 2013 को जेल में सरबजीत सिंह पर जानलेवा हमला हुआ था बाद में 2 मई की रात को सरबजीत सिंह की मौत हो गईं थीं।

सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर कुछ समय से अस्थमा से पीड़ित थी जिनका इलाज अमृतसर के निजी अस्पताल से चल रहा था। शनिवार को उनकी तकलीफ के चलते अस्पताल दाखिल करवाया गया था। वेंटिलेटर पर दलबीर कौर ने रात 2 बजे अंतिम सांस ली।

पंजाब के पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल, शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा, हलका विधायक सरवन सिंह धुन, पूर्व विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर, विरसा सिंह वल्टोहा, गौरवदीप सिंह वल्टोहा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष किरनबीर सिंह मिठा ने दलबीर कौर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।



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