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उज्बेकिस्तान में इस हफ्ते होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्री सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान की नई सरकार के बीच बातचीत के आसार जताए जा रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके पाक समकक्ष बिलावल भुट्टो के बीच आमने-सामने की पहली मुलाकात होगी। सम्मेलन में चीनी विदेश मंत्री वांग यी भी मौजूद रहेंगे।
उज्बेकिस्तान में होने जा रही विदेश मंत्रियों की दो प्रमुख बैठकों में भारत भाग लेगा। पहली बैठक अफगानिस्तान पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन है, जो 25 और 26 जुलाई को हो रही है। दूसरी, एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक है, जो 28 और 29 जुलाई को आयोजित होगी।
गौरतलब है कि भुट्टो पिछले दिनों बनी शहबाज शरीफ (पीएमएल-एन) सरकार में विदेश मंत्री चुने गए हैं और उन्होंने भारत के साथ नए सिरे से मैत्री संबंध बनाने की इच्छा जताई है। हालांकि, एससीओ के इतर भारत-पाक की द्विपक्षीय बैठक के अभी कोई संकेत नहीं हैं। जहां तक पाकिस्तान के साथ वार्ता का मामला है तो भारत लगातार कहता रहा है कि आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते।
- एससीओ बैठक में पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध हल करने के लिए भारत-चीन के सैन्य कमांडरों के बीच हुई 16वें दौर की वार्ता के परिणामों की समीक्षा के लिए जयशंकर और यी के बीच द्विपक्षीय बैठक हो सकती है।
- यह वार्ता हुई तो चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच आगे संभावित मुलाकात का रास्ता भी साफ हो सकता है। बता दें, दोनों नेताओं के उज्बेकिस्तान के समरकंद में 15 और 16 सितंबर को एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है।