जिस खिलाड़ी की एक जिद से भारत बना पहली बार वर्ल्ड चैम्पियन, आज है उसका जन्मदिन


नई दिल्ली. पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) के राइड हैंड कहलाने वाले ऑलराउंडर मदन लाल (Madan Lal Birthday) का आज 71वां जन्मदिन है. मदन लाल आज ही के दिन यानी 20 मार्च, 1951 को पंजाब के अमृतसर में पैदा हुए थे. वैसे तो मदन लाल ने कई बार भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. लेकिन 1983 में जब कपिल देव की अगुवाई में भारत पहली बार वर्ल्ड चैम्पियन बना था, तब उनका रोल सबसे अहम रहा था. वो वेस्टइंडीज के खिलाफ फाइनल में 3 विकेट लेकर भारत की जीत के हीरो बने थे. इस मैच से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा है. दरअसल, फाइनल में मदन लाल ने कपिल देव से जिद करके गेंद छीन ली थी और फिर गेंदबाजी में कमाल दिखाते हुए भारत को विश्व चैम्पियन बनाया था.

भारत ने 1983 वर्ल्ड कप फाइनल (1983 World cup final) में पहले बल्लेबाजी करते हुए 183 रन बनाए थे. लगातार दो वर्ल्ड कप जीत चुकी वेस्टइंडीज के लिए यह स्कोर बड़ा मामूली सा नजर आ रहा था. हालांकि, कैरेबियाई टीम को पहला झटका 5 रन के स्कोर पर ही लग गया. गॉर्डन ग्रिनीज को बीएस संधू ने बोल्ड कर दिया. इसके बाद विवियन रिचर्ड्स बल्लेबाजी के लिए उतरे और अपने स्टाइल में ताबड़तोड़ शॉट्स लगाने लगे. उन्होंने हर भारतीय गेंदबाज की पिटाई की. कप्तान कपिल देव को भी नहीं समझ आ रहा था कि वो किसे गेंद थमाएं. वो इधर-उधर देख रहे थे.

तभी मदन लाल उनके पास आए और उनके हाथ से गेंद छीन ली और कहा कि वो गेंदबाजी करेंगे. कपिल देव ने उन्हें गेंद देने से इनकार कर दिया. क्योंकि रिचर्ड्स उनकी गेंद पर भी रन बटोर चुके थे. लेकिन मदन लाल अड़े रहे. उन्होंने कहा कि वो रिचर्ड्स को आउट कर देंगे. उनकी जिद के आगे कपिल को झुकना पड़ा.

मदन लाल की जिद के चलते भारत बना वर्ल्ड चैम्पियन
मदन लाल ने भी अपने कप्तान को निराश नहीं किया और उनकी एक गेंद को पुल करने के चक्कर में विव रिचर्ड्स हवा में शॉट खेल बैठे और कपिल देव ने लंबी दौड़ लगाते हुए उस कैच को लपक लिया. इसके बाद जो हुआ, वो इतिहास है. भारत ने 140 रन पर विंडीज को समेट दिया और 43 रन से फाइनल जीत लिया. इस मैच में मदन लाल ने रिचर्ड्स के अलावा डसमंड हेन्स और लैरी गोम्स का विकेट भी हासिल किया था.

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मदन लाल को अचानक टेस्ट खेलने का बुलावा आया
मदन लाल 1984-85 में टीम से बाहर हो गए थे. तब उनके टेस्ट करियर खत्म होने की अटकलें लगाई जाने लगी थीं. उन्होंने इंग्लैंड में लीग क्रिकेट खेलनी शुरू कर दी थी. लेकिन 1986 में भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी. मदन लाल उस टीम का हिस्सा नहीं थे. लेकिन अचानक उन्हें हेडिंग्ले टेस्ट खेलने के लिए बुलावा आ गया और इस तरह उनके टेस्ट करियर को संजीवनी मिल गई. मदन लाल ने भी इस मौके का पूरा फायदा उठाया और इस टेस्ट की पहली पारी में 18 रन देकर 3 विकेट झटके. भारत ने इस मुकाबले में इंग्लैंड को हराया था. हालांकि, इसी दौरे पर लीड्स टेस्ट उनका आखिरी टेस्ट साबित हुआ.

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भारत के लिए 39 टेस्ट और 67 वनडे खेले
मदन लाल ने 1974 से 1987 तक भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला. इस दौरान उन्होंने देश के लिए 39 टेस्ट और 67 वनडे खेले. दोनों फॉर्मेट में उन्होंने कुल 144 विकेट हासिल किए. इसके अलावा बल्ले से भी योगदान दिए. उन्होंने टेस्ट में 22 से ज्यादा की औसत से 1042 रन बनाए. इसमें पांच अर्धशतक भी शामिल हैं. लेकिन वो टेस्ट में शतक नहीं लगा पाए. मदन लाल ने 67 वनडे में 401 रन बनाए. इस फॉर्मेट में उनके नाम सिर्फ एक अर्धशतक है. अपने ऑलराउंड खेल के दम पर टीम को मुश्किल से उबारने की वजह से फैंस भी उन्हें कई बार प्यार से ‘मदद लाल’ बुलाते थे.

Tags: Kapil dev, Madan Lal, On This Day, World cup 1983

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