PGIM म्‍यूचुअल फंड के सीईओ अजीत मेनन के इन निवेश मंत्रों में छुपा है मुनाफे का राज


हाइलाइट्स

पिछले 27 सालों से भारतीय म्‍यूचुअल फंड सेक्‍टर में सक्रिय हैं अजीत मेनन.
मेनन का कहना है कि निवेशक को रिटर्न की बजाय अपने वित्‍तीय लक्ष्‍यों की चिंता ज्‍यादा करनी चाहिए.
पोर्टफोलियो में विविधता को मेनन वित्‍तीय लक्ष्‍यों की प्राप्ति के लिए सबसे जरूरी मानते हैं.

नई दिल्‍ली. पिछले 27 वर्षों से भारतीय म्‍यूचुअल फंड सेक्‍टर में सक्रिय पीजीआईएम म्‍यूचुअल फंड (PGIM) के चीफ एग्जिक्‍यूटिव ऑफिसर अजीत मेनन (PGIM Mutual Fund CEO Ajit Menon) का कहना है निवेशकों को रिटर्न के बजाय अपने वित्‍तीय लक्ष्‍यों को लेकर ज्‍यादा चिंतित होना चाहिए. वित्‍तीय लक्ष्‍यों की प्राप्ति में वित्‍त सलाहकार बहुत महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. मेनन का कहना है कि यही कारण है कि उन्‍होंने खुद पिछले 10 सालों से एक वित्त सलाहकार की सेवाएं ले रखी हैं.

मेनन का कहना है कि कहीं भी पैसा निवेश करने से पहले एक निवेशक को अपने वित्‍तीय हालातों की अच्‍छे से समीक्षा कर लेनी चाहिए. पहले उसे अपने घर का बजट बनाना चाहिए. इसके बाद अपने खर्चों की सूची बनानी चाहिए तथा उसे यह देखना चाहिए कि इमरजेंसी के लिए उसके पास कितना फंड उपलब्‍ध है. निवेशक के पास इंश्‍योरेंस जरूर होना चाहिए. इन सब का हिसाब-किताब लगाने के बाद जो धन बचता है, वही, सही अर्थों में निवेश पूंजी है, जिसे कहीं लगाया जा सकता है.

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कहां लगाएं पैसा?

मनीकंट्रोल को दिए एक साक्षात्‍कार में अजीत मेनन ने कहा कि आज अगर किसी को 10 लाख रुपये निवेश करने हैं तो उसे अपने निवेश पूंजी का 90 फीसदी लॉर्ज कैप फंड, मिडकैप फंड और स्‍मॉल कैप फंड में लगाना चाहिए. बाकी बची 10 फीसदी पूंजी थिमेटिक फंड में लगाएं. कुछ इंटरनेशनल फंड्स अच्‍छे थिमेटिक फंड ऑफर करते हैं.

इक्विटी एलोकेशन का यह है फार्मूला   

अजीत मेनन का कहना है कि हर निवेशक एक समान पूंजी आवंटन नहीं कर सकता. यह व्‍यक्ति की जरूरतों और वित्‍तीय लक्ष्‍यों पर निर्भर करता है. मेनन का कहना है कि इक्विटी में पूंजी आवंटन का एक सामान्‍य सिद्धांत है. 100 माइनस में निवेशक की उम्र. मान लीजिए की किसी निवेशक की उम्र 30 साल है. इस तरह 100 में से 30 घटाने पर 70 आएगा. इसलिए इस निवेशक को अपनी कुल पूंजी में से 70 फीसदी को इक्विटी में लगाना चाहिए. बाकि बची 30 फीसदी पूंजी को ऐसी एसेट में लगाएं, जहां से निवेशक को फिक्‍स्‍ड इनकम होने लगे. इस तीस में से 5 फीसदी पूंजी का निवेश सोने में किया जा सकता है.

वित्‍तीय सलाहकार जरूरी

अजीत मेनन का कहना है कि पैसे के साथ हमारा बहुत भावनात्‍मक लगाव होता है. इसी कारण हम पैसों के मामले में कई बार गलती कर जाते हैं कि हम सबकुछ जानते हैं. इसलिए अपने वित्‍तीय लक्ष्‍य निर्धारत करने या फिर निवेश संबंधी दूसरे कामों के लिए वित्तीय सलाहकार की राय लेना बहुत जरूरी भी है और फायदेमंद भी. मेनन का कहना है कि वह पिछले दस सालों से वित्तीय मामलों में राय ले रहे हैं.

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विविधता के बिना सफलता नहीं

अजीत मेनन का कहना है कि सबसे बड़ा निवेश मंत्र है विविधता. निवेशक के पोर्टफोलियो में विविधता होनी चाहिए. यह विविधता न केवल इक्विटी एलोकेशन में होने चाहिए, बल्कि फंड मैनेजमेंट के विभिन्‍न स्‍टाइल के रूप में भी होनी चाहिए. मेनन का कहना है कि बहुत से निवेशक सोचते हैं कि उन्‍होंने अपना पैसा चार-पांच इक्विटी स्‍कीम में डाल दिया है तो उनके निवेश में विविधता आ गई. लेकिन, उनका ऐसा सोचना सही नहीं है. ऐसा भी हो सकता है कि सभी स्‍कीम्‍स एक ही तरह के स्‍टॉक्‍स में इनवेस्‍ट कर रही हों. इससे उनका पोटफोलियो ओवरलैप्‍स हो जाता है.

Tags: Investment, Investment tips, Mutual fund, Personal finance

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