धर्मशाला में लिखी जा रही देश के नवनिर्माण की गाथा, पीएम मोदी ने इन 3 विषयों पर की मुख्य सचिवों से चर्चा


धर्मशाला. देवभूमि हिमाचल की दूसरी राजधानी धर्मशाला नव निर्माण की दिशा में अग्रसर भारत की पृष्ठभूमि का गवाह बनने जा रहा है. जिसकी गाथा लिखने के लिये धर्मशाला में तीन दिवसीय बड़े स्तर पर राष्ट्रीय सम्मेलन चल रहा है. जिसमें खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमाम राज्यों के मुख्य सचिव और केंद्रीय कैबिनेट रैंक के अधिकारी शिरकत कर रहे हैं.

नए भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाले तीन दिवसीय मुख्य सचिवों के सम्मेलन में मंथन चल रहा है. सम्मेलन के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्मशाला पहुंच कर मुख्य सचिवों के एक विशेष सत्र को संबोधित कर अगले 25 सालों के नए भारत को लेकर जहां अपना संबोधन दिया. वहीं उन्हें इस मार्ग को प्रशस्त करने का रास्ता भी दिखाया. दिल्ली के आपाधापी वाले माहौल से परे धौलाधार की शांत वादियों में विश्व के सबसे सुंदर क्रिकेट स्टेडियम में नए भारत की पटकथा लिखी जा रही है.

पीएम मोदी ने इस सम्मेलन को लेकर एक घंटे पहले ट्वीट किया है, “मुख्य सचिवों के सम्मेलन में सार्थक विचार-विमर्श हुआ. हमने आकांक्षी जिलों की प्रगति में तेजी लाने के तरीकों, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, फसल विविधीकरण, अनुपालन बोझ को कम करने और ऐसे अन्य विषयों पर चर्चा की.”

PM Modi in Dharamshala

धर्मशाला में मुख्य सचिवों के सम्मेलन को लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट किया है.

धर्मशाला के इतिहास में इस आयोजन को स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा
धर्मशाला के इतिहास में इस सम्मेलन को स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा. राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन को देश की राजधानी से दूर हिमाचल के छोटे से शहर धर्मशाला को तब्बजो देना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल के प्रति विशेष लगाव को भी दर्शाता है. मोदी ने कई बार ये साबित किया है कि हिमाचल भले ही एक छोटा राज्य हो लेकिन यहां पर बैठकर देश के हित के लिए जो नीतियां बनाई जाती हैं, वो आने वाले भारत के भविष्य के लिए कारगर साबित होंगी. मोदी पूर्व में हिमाचल भाजपा के प्रभारी रहते इस पहाड़ी प्रदेश की हर खासियत से बाकिफ हैं.

100 से अधिक बैठकों बाद हुआ मुख्य सचिवों का सम्मेलन
धर्मशाला में चल रहे मुख्य सचिवों के सम्मेलन से पूर्व इसे सफल बनाने के लिए पिछले छह महीनों में 100 से अधिक बैठकों में विचार विमर्श हो चुका है. सम्मेलन में मुख्य रूप से तीन विषयों राष्ट्रीय शिक्षा का कार्यन्वयन, शहरी शासन और फसल विविधिकरण समेत तिलहन एवं अन्य कृषि वस्तुओं में आत्मनिर्भता की पहचान की गई है। सम्मेलन में राष्ट्रीय शिक्षा के तहत स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों पर मंथन किया जा रहा है. इस सम्मेलन में केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री ने मुख्य सचिवों के साथ मंथन किया.

Tags: Dharamshala News, PM Modi



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