यमन: हैती विद्रोहियों की कैद से सात भारतीय नाविक रिहा, ओमान के सुल्तान ने की मदद


सार

ओमान के विदेश मंत्री अलबुसैदी ने सात भारतीयों सहित 14 लोगों की रिहाई की पुष्टि की है।हैती विद्रोहियों ने तीन महीने पहले संयुक्त अरब अमीरात के एक व्यापारी जहाज को जब्त कर लिया था।

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यमन की राजधानी सना में रविवार को हैती विद्रोहियों के कैद से रिहा किए गए 14 विदेशियों में सात भारतीय नाविक भी शामिल हैं। इसकी जानकारी ओमान के विदेश मंत्री बद्र अलबुसैदी ने दी। ओमान के राजा, सुल्तान हैथम बिन तारिक के हस्तक्षेप के बाद, ओमानी सरकार ने यमन में हिरासत में लिए गए सात भारतीयों की सुरक्षित रिहाई में मदद की।

भारतीय नाविकों और विभिन्न देशों के कम से कम सात अन्य लोगों को यमन के हैती विद्रोहियों ने बंदी बना लिया था। हैती विद्रोहियों ने तीन महीने पहले संयुक्त अरब अमीरात के एक व्यापारी जहाज को जब्त कर लिया था।

ओमान के विदेश मंत्री अलबुसैदी ने सात भारतीयों सहित 14 लोगों की रिहाई की पुष्टि की है। ओमान के विदेश मंत्री ने ट्वीट किया कि यह पुष्टि करते हुए खुशी हो रही है कि कैप्टन कार्लोस डेमाटा, मोहम्मद जशीम खान, अयानाचेव मेकोनेन, दीपाश मुता परम्बिल, अखिल रेघु, सूर्य हिदायत परमा, श्रीजीत सजीवन, मोहम्मद मुनवर समीर, संदीप सिंह, ल्यूक साइमन और उनकी पत्नी और बच्चे, मौंग थान और वीरा वीएसएसजी वासमसेट्टी को आज यमन में हिरासत से रिहा कर दिया गया है।

अलबुसैदी के ट्वीट का जवाब देते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मामले में ओमान की मदद के लिए उनका शुक्रिया अदा किया। जयशंकर ने ट्वीट किया कि आपकी मदद और सहायता के लिए शुक्रिया मेरे दोस्त बद्र अलबुसैदी। भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी का इंतजार है।

ओमान सुल्तान ने की मदद 
ओमान सुल्तान हैथम बिन तारिक के हस्तक्षेप के बाद ओमानी सरकार ने यमन में हिरासत में लिए गए सात भारतीय नागरिकों की सुरक्षित रिहाई करने में मदद की।

मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि भारत के सात, यूके के तीन और इंडोनेशिया, फिलीपींस, म्यांमार और इथियोपिया के एक-एक सहित कुल 14 विदेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया था और यमन में रखा गया। इस साल फरवरी में हैती विद्रोहियों के कब्जे वाले मालवाहक जहाज से सात भारतीयों को हिरासत में लिया गया था।

विस्तार

यमन की राजधानी सना में रविवार को हैती विद्रोहियों के कैद से रिहा किए गए 14 विदेशियों में सात भारतीय नाविक भी शामिल हैं। इसकी जानकारी ओमान के विदेश मंत्री बद्र अलबुसैदी ने दी। ओमान के राजा, सुल्तान हैथम बिन तारिक के हस्तक्षेप के बाद, ओमानी सरकार ने यमन में हिरासत में लिए गए सात भारतीयों की सुरक्षित रिहाई में मदद की।

भारतीय नाविकों और विभिन्न देशों के कम से कम सात अन्य लोगों को यमन के हैती विद्रोहियों ने बंदी बना लिया था। हैती विद्रोहियों ने तीन महीने पहले संयुक्त अरब अमीरात के एक व्यापारी जहाज को जब्त कर लिया था।

ओमान के विदेश मंत्री अलबुसैदी ने सात भारतीयों सहित 14 लोगों की रिहाई की पुष्टि की है। ओमान के विदेश मंत्री ने ट्वीट किया कि यह पुष्टि करते हुए खुशी हो रही है कि कैप्टन कार्लोस डेमाटा, मोहम्मद जशीम खान, अयानाचेव मेकोनेन, दीपाश मुता परम्बिल, अखिल रेघु, सूर्य हिदायत परमा, श्रीजीत सजीवन, मोहम्मद मुनवर समीर, संदीप सिंह, ल्यूक साइमन और उनकी पत्नी और बच्चे, मौंग थान और वीरा वीएसएसजी वासमसेट्टी को आज यमन में हिरासत से रिहा कर दिया गया है।

अलबुसैदी के ट्वीट का जवाब देते हुए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मामले में ओमान की मदद के लिए उनका शुक्रिया अदा किया। जयशंकर ने ट्वीट किया कि आपकी मदद और सहायता के लिए शुक्रिया मेरे दोस्त बद्र अलबुसैदी। भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी का इंतजार है।

ओमान सुल्तान ने की मदद 

ओमान सुल्तान हैथम बिन तारिक के हस्तक्षेप के बाद ओमानी सरकार ने यमन में हिरासत में लिए गए सात भारतीय नागरिकों की सुरक्षित रिहाई करने में मदद की।

मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि भारत के सात, यूके के तीन और इंडोनेशिया, फिलीपींस, म्यांमार और इथियोपिया के एक-एक सहित कुल 14 विदेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया था और यमन में रखा गया। इस साल फरवरी में हैती विद्रोहियों के कब्जे वाले मालवाहक जहाज से सात भारतीयों को हिरासत में लिया गया था।



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