प्रोस्टेट कैंसर होने पर नजर आ सकते हैं ये 9 लक्षण


पुरूषों में होने वाले सबसे आम कैंसर में से है प्रोस्टेट कैंसर। यह एक ऐसा कैंसर है, जो धीरे-धीरे बढ़ता है। हालांकि, यह केवल प्रोस्टेट ग्रंथि तक ही सीमित होते हैं, जिसके कारण इसे पूरे शरीर में ना फैलने की वजह से इसे बहुत गंभीर नहीं माना जाता है।

जिस तरह महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा सबसे अधिक होता है, ठीक उसी तरह पुरूषों में प्रोस्टेट कैंसर का रिस्क रहता है। यह एक ऐसा कैंसर है, जो प्रोस्टेट में होता है। यह वास्तव में पुरुषों में अखरोट के आकार की एक छोटी ग्रंथि होती है जो वीर्य का उत्पादन करती है जो शुक्राणु को पोषण और परिवहन करती है।

पुरूषों में होने वाले सबसे आम कैंसर में से है प्रोस्टेट कैंसर। यह एक ऐसा कैंसर है, जो धीरे-धीरे बढ़ता है। हालांकि, यह केवल प्रोस्टेट ग्रंथि तक ही सीमित होते हैं, जिसके कारण इसे पूरे शरीर में ना फैलने की वजह से इसे बहुत गंभीर नहीं माना जाता है। हालांकि, यह कैंसर होने पर आपको कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं, जिसके बारे में आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं-

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प्रमुख लक्षण

– प्रोस्टेट कैंसर होने पर पुरूषों में कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं-

– यूरिनेशन में कठिनाई।

– पेशाब का कमजोर या बाधित प्रवाह।

– बार-बार पेशाब आना, खासकर रात में।

– मूत्राशय को पूरी तरह खाली करने में परेशानी।

– पेशाब के दौरान दर्द या जलन का अहसास होना

– पेशाब या वीर्य में खून आना।

– पीठ, कूल्हों या श्रोणि में लगातार दर्द का अहसास होना

– बिना किसी कोशिश के लगातार वजन कम होना

– नपुंसकता

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प्रोस्टेट कैंसर के कारण

यह स्पष्ट नहीं है कि प्रोस्टेट कैंसर का क्या कारण है। लेकिन यह कहा जाता है कि प्रोस्टेट कैंसर तब शुरू होता है जब प्रोस्टेट की कोशिकाएं अपने डीएनए में बदलाव विकसित करती हैं। परिवर्तन कोशिकाएं सामान्य कोशिकाओं की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ने और विभाजित होने के लिए कहती हैं। असामान्य कोशिकाएं जीवित रहती हैं और यह जमा होने वाली असामान्य कोशिकाएं एक ट्यूमर बनाती हैं।

प्रोस्टेट कैंसर के रिस्क

ऐसी कई वजहें हैं, जो प्रोस्टेट कैंसर के रिस्क को बढ़ाती हैं। मसलन-

– यूं तो प्रोस्टेट कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन 50 साल की उम्र के बाद इसके होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। 

– यदि किसी रक्त संबंधी को प्रोस्टेट कैंसर हो चुका है, तो ऐसे में परिवार के अन्य सदस्यों को भी यह होने का खतरा काफी बढ़ जाता है।  

– स्वस्थ वजन वाले लोगों की तुलना में मोटे लोगों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा अधिक हो सकता है।

– मिताली जैन

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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