आज है रघुराम राजन का जन्मदिन : बेबाक बयानों के लिए दबंग अर्थशास्त्री के तौर पर जानती है सारी दुनिया


नई दिल्‍ली. Happy Birthday Raghuram Rajan : भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के पूर्व गवर्नर और मशहूर अर्थशास्‍त्री रघुराम राजन का आज जन्‍मदिन (Raghuram Rajan Birthday) है. भारत का यह दबंग अर्थशास्‍त्री आज 59 वर्ष का हो गया है. रघुराम राजन का जन्‍म 3 फरवरी 1963 को भोपाल में हुआ था. अपने बेबाक बयानों की वजह से राजन हमेशा चर्चाओं में रहते हैं. आरबीआई गर्वनर रहते हुये राजन के बोल कई नेताओं और मंत्रियों को खूब चुभे थे.

भले ही नेताओं को उनके बयान पसंद न आये हों, लेकिन रघुराम राजन (Raghuram Rajan) के ज्ञान और सरल तरीके से चुटीले अंदाज में अपनी बात कहने की कला के बहुत लोग कायल हैं. उनकी छवि एक अडिग रहने वाले शख्‍स की है, जो अपनी बात डंके की चोट कहने का साहस रखता है. उन्‍हें जेम्‍स बांड और रॉक स्‍टार अर्थशास्‍त्री (Rock Star Economist) भी कहा जाता है. आइये नजर डालते हैं रघुराम राजन के कुछ उन बयानों पर जिन्‍होंने खूब सुर्खियां बटोरीं और विवाद भी पैदा किये.

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मुझे जो करना है, वह करता हूं

रघुराम राजन के रिजर्व बैंक का गर्वनर रहते रिजर्व बैंक ने लोगों की उम्‍मीद से ज्‍यादा रेट कम किये तो कुछ लोगों ने उन्‍हें सांता क्‍लॉज (Santa Claus Raghuram Rajan) कहकर पुकारा. इस पर टिप्‍पणी करते हुये राजन ने कहा कि- “कोई कुछ भी कहे मुझे फर्क नहीं पड़ता. मेरा नाम रघुराम राजन है और मुझे जो करना है, वह करता हूं.”

महंगे डोसा के लिये तवा जिम्‍मेदार

रिज़र्व बैंक में रघुराम राजन से एक छात्रा ने पूछा कि जब महंगाई बढ़ती है तो डोसा के दाम बढ़ जाते हैं, लेकिन महंगाई के घटने के साथ डोसा के दाम नहीं घटते, क्यों? इस सवाल पर राजन ने कहा कि डोसा के दाम बढ़ने के लिये तवा जिम्मेदार है. अपनी बात को समझाते हुये राजन ने कहा कि डोसा बनाने की तकनीक में बदलाव नहीं हुआ है. उसे पारंपरिक तवे पर बनाया जा रहा है, जिससे खर्च बढ़ता है.

हमारी स्थिति “अंधों में काना राजा” जैसी

IMF सहित विभिन्न वैश्विक संस्थाओं ने भारतीय अर्थव्यवस्था को आर्थिक वृद्धि के लिहाज से ‘चमकते बिंदुओं में से एक’ करार दिया था. रघुराम राजन तब आरबीआई के गवर्नर थे. जब उनसे इस पर राय मांगी गई तो उन्‍होंने कहा कि हमारी स्थिति “अंधों में काना राजा” जैसी है. राजन की इस टिप्‍पणी पर तब खूब बवाल हुआ.

आरक्षण ये बेहतर हैं कारोबार के मौके

एक यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुये एक बार रघुराम राजन ने कहा कि दलितों को आरक्षण देने से बेहतर है कि उन्‍हें कारोबार के मौके उपलब्ध कराए जाएं. राजन ने कहा कि सामाजिक रुतबा बढ़ाने के लिये यह एक बेहतर रास्‍ता है, क्योंकि धन लोगों को किन्हीं और चीजों से ज्यादा सशक्त बनाता है.

बेकर की मेहरबानी नहीं है हमें ब्रेड देना

Raghuram Rajan Book : अपनी किताब Saving Capitalism from the Capitalists: Unleashing the Power of Financial Markets to Create Wealth and Spread Opportunity में रघुराम राजन ने लिखा है कि बेकर की मेहरबानी से नहीं, बल्कि उसके पैसे बनाने की चाहत की वजह से हमें सुबह-सुबह खाने के लिए ताजा ब्रेड मिल जाते हैं.

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शानदार उपलब्धियां हैं राजन के पास

Raghuram Rajan Education : रघुराम राजन का पूरा नाम (Full Name of Raghuram Rajan) रघुराम गोविंदा राजन है. IIT दिल्ली से इन्होंने साल 1985 में इलेक्ट्रिक्ल इंजीनियरिंग में B.Tech किया. साल 1987 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद (Indian Institute of Management Ahmedabad) से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में अपना पोस्ट ग्रेजुएट किया.

रघुराम राजन ने दुनिया की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी Massachusetts Institute of Technology (MIT) से पीएचडी किया है. रघुराम राजन सितंबर 2013 से सितंबर 2016 तक RBI गवर्नर रहे. रघुराम राजन अक्टूबर 2003 से दिसंबर, 2006 तक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund – IMF) के चीफ इकोनॉमिस्ट के रूप में काम किया. साल 2008 में भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रघुराम राजन को अपना आर्थिक सलाहकार (Economic Advisor) नियुक्त किया था.

Tags: Dr Raghuram Rajan, RBI, RBI Governor

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