नाती के लिए खिलौने लेने पहुंचे Nitin Gadkari, दुकान में टहलते नजर आए केंद्रीय मंत्री


नई दिल्ली. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी शुक्रवार को खरीदारी करते नजर आए. इस दौरान उन्हें एक खिलौने की दुकान पर देखा गया. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्रीय मंत्री अपने नाती के लिए खिलौने खरीदने के लिए काफी देर तक दुकान में रहे. इस दौरान उन्होनें अलग अलग तरह के खिलौनो का जायजा किया. रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शुक्रवार को Hamley’s store में पहुंचे थे. वे अपने नाती के लिए सरप्राइज गिफ्ट खरीदने के लिए यहां आए थे.

स्टोर में उन्होंने काफी समय बिताया और तरह तरह के खिलौनों को देखा. इस दौरान स्टोर मैनेजर उन्हें खिलौनों की खासियत बताती हुई नजर आई. तस्वीरों में केंद्रीय मंत्री खिलौनों के बारे में जानकारी लेते हुए भी दिखाई दिए.

15 से ज्यादा देशों में है Hamley’s store
बता दें कि हैमलेज एक ब्रिटिश टॉय ब्रांड है जो 15 से ज्यादा देशों में अपनी उपस्थिति रखती है और यह भारत में टॉय स्टोर्स की सबसे बड़ी चेन है. इसमें इस ब्रिटिश खिलौना कंपनी हैमलेज के साथ ही घरेलू टॉय ब्रांड रोवन (Rowan) भी शामिल है.

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भारतीय खिलौनों का है विदेशों में भी है दबदबा
आपको बता दें कि सिर्फ तीन चार साल पहले तक भारत में बिकने वाले 85 प्रतिशत खिलौने आयात किए जाते थे और अब अमेरिका, यूरोप, जापान, न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया जैसे देशों के बच्चे भारतीय खिलौने से खेलते हैं. भारतीय खिलौना निर्माता ग्लोबल टाय ब्रांड के मूल निर्माता के रूप में काम कर रहे हैं.

देश में विकसित हो रहे 32 टाय क्लस्टर
खिलौना उद्योग में आने वाले इतने बड़े बदलाव की वजह देश में विकसित हो रहे 32 टाय क्लस्टर हैं. कई यूनिट लग चुकी हैं और उत्पादन शुरू हो चुका है. आत्‍मनिर्भर भारत अभियान के लिए यह एक बड़ा कदम है. ग्लोबल टाय ब्रांड हसब्रो, हैमलेज, स्पीन मास्टर, ड्रैगन, शिफू, हार्नबाइ, एमजीए, आइएमसी और गोल्डन बियर के लिए भारतीय कंपनियां खिलौना बनाने का काम कर रही हैं.

वित्त वर्ष 2021 22 में 1612 करोड़ रुपये के खिलौनों का निर्यात किया
घरेलू बाजार में खिलौनों की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार आया है. इसी के साथ, उद्योग के प्रयासों की बदौलत वित्त वर्ष 2021 22 के दौरान 326 मिलियन डॉलर (2601.5 करोड़ रुपये) के बराबर खिलौनों का निर्यात किया गया है जो वित्त वर्ष 2018 19 के 202 मिलियन डॉलर (1612 करोड़ रुपये) की तुलना में 61 प्रतिशत से अधिक ज्यादा है. भारत के खिलौनों के निर्यात ने अप्रैल अगस्त 2022 में 2013 की समान अवधि के मुकाबले 636 प्रतिशत की असीम वृद्धि दर्ज कराई.

Tags: Business news, Export of Toys, Nitin gadkari

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