न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: जयदेव सिंह
Updated Thu, 03 Feb 2022 03:00 PM IST
सार
पल्लवी को सिराथू से उम्मीदवार बनाए जाने पर केशव प्रसाद मौर्य की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि पल्लवी मेरी छोटी बहन जैसी हैं, लेकिन प्रत्याशी के तौर पर सेंध लगाना उनके बस की बात नहीं है।
![UP Chunav 2022: कौन हैं पल्लवी जिन्हें अखिलेश ने केशव मौर्य के खिलाफ बनाया उम्मीदवार, क्या फिर बढ़ेगी अनुप्रिया पटेल के परिवार में रार? मां कृष्णा पटेल के साथ पल्लवी पटेल।](https://spiderimg.amarujala.com/assets/images/2022/02/03/750x506/pallavi-patel_1643880436.jpeg)
मां कृष्णा पटेल के साथ पल्लवी पटेल।
– फोटो : सोशल मीडिया
ख़बर सुनें
विस्तार
उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज कौशाम्बी जिले की सिराथू विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया। मौर्य को घेरने के लिए समाजवादी पार्टी ने यहां से पल्लवी पटेल को उतारा है। पल्लवी अपना दल (कमेरावादी) प्रमुख कृष्णा पटेल की बड़ी बेटी हैं।
पल्लवी को सिराथू से उम्मीदवार बनाए जाने पर केशव प्रसाद मौर्य की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि पल्लवी मेरी छोटी बहन जैसी हैं। सिराथू क्षेत्र में पल्लवी का बहन के रूप में स्वागत हो सकता है, लेकिन प्रत्याशी के तौर पर सेंध लगाना उनके बस की बात नहीं है।
मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल की बड़ी बहन हैं पल्लवी
पल्लवी की बहन अनुप्रिया पटेल हैं, जो अपना दल (सोनेलाल) की प्रमुख हैं। वे पल्लवी से एक साल छोटी हैं। पल्लवी ने बायो-टेक्नोलॉजी में स्नातक करने के बाद सब्जियों और फलों के फंगस पर डॉक्टरेट किया है। 2008 में पल्लवी ने राजनीति में कदम रखा। शुरुआत में सोनेलाल पटेल के सहयोगी के रूप में काम करना शुरू किया। पिता के निधन के बाद पल्लवी की मां कृष्णा पटेल पार्टी की अध्यक्ष बनीं। उनकी बहन अनुप्रिया पार्टी की महासचिव बनीं। वहीं, पल्लवी भी राजनीति में सक्रिय रहीं।
उपाध्यक्ष बनाए जाने का बहन ने किया विरोध
2014 में अपना दल अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने पल्लवी को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया। पल्लवी को उपाध्यक्ष बनाए जाने का विरोध उनकी छोटी बहन अनुप्रिया पटेल ने किया। अनुप्रिया का आरोप था कि पार्टी के संविधान में उपाध्यक्ष का कोई पद नहीं है, इसलिए पल्लवी की नियुक्ति असंवैधानिक है। पार्टी में अनुप्रिया और कृष्णा पटेल गुट में विवाद बढ़ता गया। मामला चुनाव आयोग तक पहुंचा। 2016 में पार्टी दो धड़े में बंट गई।
सोनेलाल परिवार का एक धड़ा भाजपा तो दूसरा अखिलेश के साथ
अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष पटेल के गुट वाले धड़े की पार्टी अपना दल (सोनेलाल) है। वहीं, कृष्णा और पल्लवी पटेल वाले धड़े की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) है। अनुप्रिया पटेल की पार्टी इस चुनाव में भाजपा के साथ है। वहीं, कृष्णा पटेल की पार्टी इस चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ लड़ रही है। जहां तक पल्लवी की बात है तो पल्लवी 2017 तक पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहीं। इस वक्त वो पार्टी की राष्ट्रीय कार्यवाहक हैं।
पल्लवी के पति फूलपुर से लड़ चुके हैं लोकसभा चुनाव
पल्लवी के पति पंकज निरंजन पटेल भी पार्टी में सक्रिय हैं। 2019 में पल्लवी की पार्टी का कांग्रेस के साथ गठबंधन था। कांग्रेस ने उनके पति पंकज पटेल को फूलपुर से टिकट दिया है। पंकज को इस चुनाव में 32 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। वे भाजपा और सपा उम्मीदवार के बाद तीसरे नंबर पर रहे थे।
छोटी बहन ने पल्लवी पर संपत्ति हड़पने के आरोप लगाए थे
सोने लाल पटेल की सबसे छोटी बेटी अमन पटेल ने पिछले साल अक्तूबर में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर सबसे बड़ी बहन पल्लवी पटेल पर पिता की संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया था। अमन ने मां कृष्णा पटेल को सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग भी की थी। अमन ने बड़ी बहन पल्लवी, उनके पति पंकज और मां कृष्णा पर अनर्गल दबाव बनाने का भी आरोप लगाया था। अमन ने 2021 में प्रयागराज में एक सभा के दौरान पल्लवी पटेल को राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किए जाने को जबरदस्ती लिया गया फैसला करार दिया था।
मां ने किया था छोटी बेटी के आरोपों का खंडन
छोटी बेटी अमन के आरोपों का उनकी मां कृष्णा पटेल ने खंडन किया था। उन्होंने अपने दामाद आशीष पटेल यानी अनुप्रिया पटेल के पति और भाजपा पर परिवार में फूट डालने का आरोप लगाया था। अमन की मां ने कहा था कि ट्रस्ट में चारों बेटियों का नाम है, अमन नादान है। उसने जो कुछ लिखा है, वह आशीष और भाजपा की भाषा है।