भारत और श्रीलंका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा और अंतिम मुकाबला शनिवार (12 मार्च) से बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा। टीम इंडिया मोहाली में पहला टेस्ट जीतकर सीरीज में 1-0 से आगे है। उसकी नजर टी20 के बाद टेस्ट सीरीज में भी क्लीन स्वीप करने पर होगी। बेंगलुरु में सीरीज जीतने के अलावा सबकी नजर विराट कोहली पर भी होगी। वे 28 महीनों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक का इंतजार कर रहे हैं।
कोहली ने पिछला शतक बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में खेले गए डे-नाइट टेस्ट में लगाया था। 22 नवंबर 2019 को विराट ने 136 रनों की पारी खेली थी। संयोग इस बार भी डे-नाइट टेस्ट ही है। इसके अलावा विराट अपने दूसरे होमग्राउंड पर यह मैच खेलेंगे। चिन्नास्वामी में कोहली 2008 से लगातार खेल रहे हैं। वे यहां की आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 14 सीजन से सदस्य हैं।
कोहली ने पिछली बार जब शतक लगाया था तब टीम इंडिया को बड़ी जीत मिली थी। उसने बांग्लादेश को पारी और 46 रनों से हराया था। विराट ने उसके बाद से 28 पारियों में बल्लेबाजी की है, लेकिन एक बार भी सैंकड़े तक नहीं पहुंच पाए। इस दौरान उनका उच्चतम स्कोर 79 रन रहा है। उन्होंने इस साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में यह पारी खेली थी।
कोहली ने विश्व क्रिकेट में खुद को एक महानायक की तरह विकसित किया है। इस स्टार भारतीय क्रिकेटर से हमेशा उम्मीदें ज्यादा होती हैं। शायद कोहली के करियर का यह सबसे कठिन दौर है। पिछले कुछ समय में उनके ऊपर 71वें शतक का दबाव साफ तौर से नजर आ रहा है।
कोहली अगर इस टेस्ट में शतक नहीं लगा पाएं तो उन्हें 106 दिन इंतजार करना होगा। टीम इंडिया को इस मैच के बाद सीधे एक जुलाई को टेस्ट मैच में उतरने का मौका मिलेगा। तब भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ मैदान पर उतरेगी।