किसने चलवाया बुलडोजर : जहांगीरपुरी में इन पांच लोगों ने लिया एक्शन, जानिए किसने कौन सी जिम्मेदारी निभाई?


सार

हिंसा वाली जगह अवैध अतिक्रमण पर अचानक बुलडोजर चलने से पूरे देश में चर्चा शुरू हो गई। विपक्ष के नेताओं ने सरकार पर तमाम तरह के आरोप लगाए।

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जहांगीरपुरी में बुधवार को दिल्ली नगर निगम का बुलडोजर चला। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इसपर स्टे दे दिया है। आज सुनवाई के बाद फिर से दो हफ्ते तक यथास्थिति बनाए रखने को कहा है। मतलब फिलहाल बुलडोजर नहीं चलाया जाएगा। 

16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में हिंसा हुई। आरोपियों की गिरफ्तारी हुई, लेकिन हिंसा वाली जगह अवैध अतिक्रमण पर अचानक बुलडोजर चलने से पूरे देश में चर्चा शुरू हो गई। विपक्ष के नेताओं ने सरकार पर तमाम तरह के आरोप लगाए। आज कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल भी जहांगीरपुरी पुहंचा। इस बीच लोग अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कराने वालों के बारे में भी जानना चाह रहे हैं? आइए हम उन पांच लोगों के बारे में बताते हैं, जिन्होंने इस पूरे एक्शन पर काम किया…
 
1.  राजा इकबाल : जहांगीरपुरी का इलाका नॉर्थ दिल्ली म्युनिसपल कॉरपोरेशन (एनडीएमसी) के अंतर्गत आता है। यहां के मेयर राजा इकबाल सिंह हैं। राजा इकबाल भाजपा के वरिष्ठ नेता भी हैं। राजा इकबाल ने ही जहांगीरपुरी में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का आधिकारिक आदेश अफसरों को दिया था। 

2. धर्मेंद्र : नॉर्थ दिल्ली म्युनिसपल कॉरपोरेशन (एनडीएमसी) के चेयरमैन धर्मेंद्र के दस्तखत से मेयर के आदेश को अमल में लाया गया। धर्मेंद्र आईएएस अफसर हैं। एनडीएमसी के अधीन आने वाले सभी कामों के लिए जिम्मेदार होते हैं। 
 
3. अजय कुमार :  डायरेक्टर इंफोरसमेंट एनडीएमसी अजय कुमार ही वह शख्स हैं, जिन्होंने पूरे इलाके में कहां-कहां अवैध अतिक्रमण है? कितना अतिक्रमण अवैध है और कितने पर कार्रवाई होनी है? इसकी जानकारी अफसरों से शेयर की।  

4. राकेश अस्थाना : दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की भूमिका इस पूरी कार्रवाई में काफी अहम है। भले ही अवैध अतिक्रमण को हटाने का आधिकारिक फैसला एनडीएमसी, पीडब्ल्यू और इंफोरसमेंट डिपार्टमेंट का था, लेकिन उसे सफल तरीके से पुलिस ने ही अमल कराया। अतिक्रमण अभियान से पहले एनडीएमसी के असिस्टेंट डायरेक्टर ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर 400 पुलिसकर्मियों की मदद मांगी थी।

5. दीपेंद्र पाठक : दिल्ली के जॉइंट पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) खुद पूरी कार्रवाई के दौरान जहांगीरपुरी में रहे। दो-तीन बार भगदड़ की स्थिति बनी। लोगों ने विरोध किया, लेकिन दीपेंद्र पाठक ने इसे ज्यादा बढ़ने नहीं दिया। पाठक ने पुलिस बल की ऐसी तैनाती की थी जिससे सारी कार्रवाई बिना किसी रूकावट के चलते रही। 

विस्तार

जहांगीरपुरी में बुधवार को दिल्ली नगर निगम का बुलडोजर चला। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इसपर स्टे दे दिया है। आज सुनवाई के बाद फिर से दो हफ्ते तक यथास्थिति बनाए रखने को कहा है। मतलब फिलहाल बुलडोजर नहीं चलाया जाएगा। 

16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में हिंसा हुई। आरोपियों की गिरफ्तारी हुई, लेकिन हिंसा वाली जगह अवैध अतिक्रमण पर अचानक बुलडोजर चलने से पूरे देश में चर्चा शुरू हो गई। विपक्ष के नेताओं ने सरकार पर तमाम तरह के आरोप लगाए। आज कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल भी जहांगीरपुरी पुहंचा। इस बीच लोग अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कराने वालों के बारे में भी जानना चाह रहे हैं? आइए हम उन पांच लोगों के बारे में बताते हैं, जिन्होंने इस पूरे एक्शन पर काम किया…

 



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