डब्ल्यूएचओ ने चेताया : छह हफ्ते में यूरोप में कोरोना के मामले तीन गुना, अस्पताल में भर्ती होने वाले दोगुने हुए


ख़बर सुनें

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेताया है कि यूरोप में पिछले छह हफ्ते के दौरान कोरोना संक्रमण के मामले तीन गुना हो गए हैं। यह पूरी दुनिया में मिले संक्रमण के मामलों के करीब 50 फीसदी हैं। अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या भी दोगुनी हो चुकी है। हालांकि इनमें से ज्यादातर को आईसीयू में भर्ती कराने की नौबत नहीं आई है।

डब्ल्यूएचओ यूरोप के निदेशक डॉक्टर हेंस क्लूग के मुताबिक, कोरोना को हल्के में नहीं लेना चाहिए। नए मामले इसके ओमिक्रॉन स्वरूप के कारण सामने आ रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के यूरोप क्षेत्र में शामिल 53 देशों में (मध्य एशिया के करीब) पिछले हफ्ते कोरोना के 30 लाख नए मामले सामने आए हैं। 

संक्रमण हर हफ्ते तीन हजार लोगों की जान ले रहा है। वैश्विक स्तर पर भी संक्रमण पांच हफ्ते से लगातार बढ़ रहा है। देशों में अब दोबारा टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही अस्पतालों में मरीज बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों की भविष्यवाणी हालात और बिगड़ने की है, जो 2020 के बाद पहले ही खस्ताहाल स्वास्थ्य ढांचे के सामने बड़ी चुनौती है। 

इसी सप्ताह ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के कामरान अब्बासी और स्वास्थ्य सेवा जर्नल के एलेस्टेयर मैक्लेलन एक संयुक्त लेख में कहा, कोविड के कारण ब्रिटिश सरकार मरीजों की समस्याओं से निपटने में नाकाम रही है। अस्पतालों के बाहर एंबुलेंस की कतार हैं। वहां नए मरीजों के लिए जगह ही नहीं है। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेताया है कि यूरोप में पिछले छह हफ्ते के दौरान कोरोना संक्रमण के मामले तीन गुना हो गए हैं। यह पूरी दुनिया में मिले संक्रमण के मामलों के करीब 50 फीसदी हैं। अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या भी दोगुनी हो चुकी है। हालांकि इनमें से ज्यादातर को आईसीयू में भर्ती कराने की नौबत नहीं आई है।

डब्ल्यूएचओ यूरोप के निदेशक डॉक्टर हेंस क्लूग के मुताबिक, कोरोना को हल्के में नहीं लेना चाहिए। नए मामले इसके ओमिक्रॉन स्वरूप के कारण सामने आ रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के यूरोप क्षेत्र में शामिल 53 देशों में (मध्य एशिया के करीब) पिछले हफ्ते कोरोना के 30 लाख नए मामले सामने आए हैं। 

संक्रमण हर हफ्ते तीन हजार लोगों की जान ले रहा है। वैश्विक स्तर पर भी संक्रमण पांच हफ्ते से लगातार बढ़ रहा है। देशों में अब दोबारा टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही अस्पतालों में मरीज बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों की भविष्यवाणी हालात और बिगड़ने की है, जो 2020 के बाद पहले ही खस्ताहाल स्वास्थ्य ढांचे के सामने बड़ी चुनौती है। 

इसी सप्ताह ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के कामरान अब्बासी और स्वास्थ्य सेवा जर्नल के एलेस्टेयर मैक्लेलन एक संयुक्त लेख में कहा, कोविड के कारण ब्रिटिश सरकार मरीजों की समस्याओं से निपटने में नाकाम रही है। अस्पतालों के बाहर एंबुलेंस की कतार हैं। वहां नए मरीजों के लिए जगह ही नहीं है। 



Source link

Enable Notifications OK No thanks