बंगाल: क्या अब ममता को भी बाय-बाय कहेंगे प्रशांत किशोर? टीएमसी नेताओं की नाराजगी के बाद मतभेद आया सामने


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Tue, 08 Feb 2022 09:58 AM IST

सार

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर टीएमसी के कई नेताओं के व्यवहार से खुश नजर नहीं आ रहे हैं। नगरपालिका चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर दोनों तरफ से नाराजगी बढ़ गई है। 
 

ख़बर सुनें

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बात की अटकलें तब लगने लगीं जब कई टीएमसी नेता नगरपालिका चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर प्रशांत किशोर से नाराजगी जताने लगे। इन नेताओं को प्रशांत किशोर की दखल अंदाजी पसंद नहीं आ रही है। वहीं प्रशांत किशोर भी टीएमसी नेताओं के व्यवहार से खुश नजर नहीं आ रहे हैं और अलग रास्ता अख्तियार करने का मन बना लिया है। सूत्रों के अनुसार प्रशांत ने ममता बनर्जी को यहां तक कह दिया है कि वे अब काम नहीं करना चाहते हैं। वहीं ममता ने भी दो टूक जवाब देते हुए थैंक-यू बोल दिया है।

विस्तार से जानिए आखिर क्यों हुआ विवाद 
विवाद शुक्रवार शाम को उस समय शुरू हुआ जब तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी और पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने पार्टी के उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी की जिस पर उनके हस्ताक्षर थे। पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर उम्मीदवारों की एक अलग अहस्ताक्षरित सूची दिखाई दी। दोनों सूचियों के बाहर होने के बाद, राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, क्योंकि कई असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को टायर जलाने और नारे लगाने के लिए सड़कों पर उतरते देखा गया।

ममता बनर्जी ने भी दी पार्टी नेताओं को ही तरजीह
ममता बनर्जी ने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, पार्थ चटर्जी और सुब्रत बख्शी द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूची अंतिम है। हर किसी को खुश नहीं किया जा सकता है। कुछ भ्रम है। 

टीएमसी ने किया समन्वय समितियों का गठन तो प्रशांत हुए नाराज
इन सब के अलावा तृणमूल कांग्रेस ने जब सोमवार को घोषणा की कि उसने पार्टी सदस्यों की शिकायतों को देखने के लिए सभी जिलों में समन्वय समितियों का गठन किया है जिसमें वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इसके बाद से टीएमसी और प्रशांत किशोर के संगठन आई-पीएसी के बीच संबंधों में तनाव की अटकलें और भी तेज हो गईं।

विस्तार

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बात की अटकलें तब लगने लगीं जब कई टीएमसी नेता नगरपालिका चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर प्रशांत किशोर से नाराजगी जताने लगे। इन नेताओं को प्रशांत किशोर की दखल अंदाजी पसंद नहीं आ रही है। वहीं प्रशांत किशोर भी टीएमसी नेताओं के व्यवहार से खुश नजर नहीं आ रहे हैं और अलग रास्ता अख्तियार करने का मन बना लिया है। सूत्रों के अनुसार प्रशांत ने ममता बनर्जी को यहां तक कह दिया है कि वे अब काम नहीं करना चाहते हैं। वहीं ममता ने भी दो टूक जवाब देते हुए थैंक-यू बोल दिया है।

विस्तार से जानिए आखिर क्यों हुआ विवाद 

विवाद शुक्रवार शाम को उस समय शुरू हुआ जब तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी और पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने पार्टी के उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी की जिस पर उनके हस्ताक्षर थे। पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर उम्मीदवारों की एक अलग अहस्ताक्षरित सूची दिखाई दी। दोनों सूचियों के बाहर होने के बाद, राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, क्योंकि कई असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को टायर जलाने और नारे लगाने के लिए सड़कों पर उतरते देखा गया।

ममता बनर्जी ने भी दी पार्टी नेताओं को ही तरजीह

ममता बनर्जी ने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, पार्थ चटर्जी और सुब्रत बख्शी द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूची अंतिम है। हर किसी को खुश नहीं किया जा सकता है। कुछ भ्रम है। 

टीएमसी ने किया समन्वय समितियों का गठन तो प्रशांत हुए नाराज

इन सब के अलावा तृणमूल कांग्रेस ने जब सोमवार को घोषणा की कि उसने पार्टी सदस्यों की शिकायतों को देखने के लिए सभी जिलों में समन्वय समितियों का गठन किया है जिसमें वरिष्ठ नेता शामिल हैं। इसके बाद से टीएमसी और प्रशांत किशोर के संगठन आई-पीएसी के बीच संबंधों में तनाव की अटकलें और भी तेज हो गईं।



Source link

Enable Notifications OK No thanks