जब गुस्से में दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छ्क्का लगाकर टीम इंडिया को दिलाई ऐतिहासिक जीत


नई दिल्ली. आखिरी गेंद पर जब भी छक्का मारकर मैच जिताने की बात होती है, तो सबसे पहले पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद (Javed Miandad) का नाम याद आता है. मियांदाद ने 1986 में भारत के खिलाफ यह कारनामा किया था. तब उन्होंने ऑस्ट्रेलेशिया कप के फाइनल मैच में आखिरी गेंद पर छ्क्का जड़कर पाकिस्तान को चैम्पियन बनाया था. हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी को मियांदाद को वो छक्का याद है. लेकिन इस घटना के 32 साल बाद एक भारतीय बल्लेबाज ने भी यही करिश्मा दोहराया था और तारीख थी 18 मार्च, 2018. इस बल्लेबाज का नाम था दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik).

इसी वजह से भारतीय क्रिकेट के इतिहास में आज का दिन यानी 18 मार्च (On This Day) खास है. इसी दिन कार्तिक ने बांग्लादेश के खिलाफ निदहास ट्रॉफी के फाइनल (2018 India vs Bangladesh Nidhas Trophy Final) की आखिरी गेंद पर छक्का उड़ाकर भारत को चैंपियन बनाया था. टीम इंडिया ने वो रोमांचक मुकाबला 4 विकेट से जीता था.

भारत को बांग्लादेश ने निदहास ट्रॉफी के फाइनल में 167 रन का लक्ष्य दिया था. इस स्कोर का पीछा करते हुए भारत ने पहले 2 विकेट 32 रन के स्कोर पर गंवा दिए थे. लेकिन कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) जरूर एक छोर पर डटे हुए थे. हालांकि, वो भी 56 रन बनाकर आउट हो गए. केएल राहुल (KL Rahul) भी 24 रन ही बना सके. भारत ने 100 रन के भीतर ही 4 विकेट गंवा दिए थे. भारत को पाचंवां झटका 133 रन के स्कोर पर लगा. मनीष पांडे 28 रन बनाकर आउट हो गए.

कार्तिक गुस्से में बल्लेबाजी के लिए उतरे थे
इस मैच में दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) को पांचवें के बजाए 7वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया था. वो इस बात को लेकर चिढ़े हुए थे. इस मैच के बाद उन्होंने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था. हालांकि, कार्तिक जब क्रीज पर उतरे तो टीम इंडिया को जीत के लिए 12 गेंद में 34 रन की जरूरत थी. कार्तिक का साथ निभाने के लिए 4 अंतरराष्ट्रीय मैच का अनुभव रखने वाले विजय शंकर थे. जो एक-एक रन के लिए जूझ रहे थे. ऐसा लगा कि मैच भारत के हाथ से फिसल जाएगा. लेकिन कार्तिक तो कुछ और ही इरादा करके आए थे. उन्होंने पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर इसे साबित भी कर दिया.

इसके बाद तो यह विकेटकीपर बल्लेबाज रूका ही नहीं. उन्होंने रूबेल हुसैन के 19वें ओवर की 6 गेंद में 22 रन कूट डाले. इसमें दो छक्के, दो चौके और 2 रन शामिल हैं.

कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर दिलाई जीत
अब भारत को आखिर 6 गेंद में 12 रन की दरकार थी. यह ओवर सौम्य सरकार फेंकने आए और स्ट्राइक पर विजय शंकर थे. शंकर पहली 2 गेंद में 2 रन ले पाए. इसमें एक अतिरिक्त रन था. अब भारत को 4 गेंद में 10 रन की जरूरत थी. तीसरी गेंद पर कार्तिक ने एक रन लिया. चौथी गेंद पर शंकर ने एक चौका जड़ दिया. अब 2 गेंद में 5 रन चाहिए थे. लेकिन पांचवीं गेंद में विजय शंकर बड़ा शॉट मारने के चक्कर में कैच आउट हो गए. लेकिन तब तक कार्तिक रन लेने के लिए दूसरे छोर पर पहुंच गए थे. ऐसे में स्ट्राइक बदल गई थी.

अब आखिरी गेंद पर भारत को जीत के लिए 5 रन चाहिए थे. बिना छक्के के जीत मुमकिन नहीं थी. सौम्य ने यह गेंद ऑफ स्टम्प के बाहर की तरफ फेंकी. कार्तिक ने सीधे कवर के ऊपर से उठाकर हवाई शॉट मारा और गेंद गोली की रफ्तार की तरह सीमा रेखा के पार जाकर गिरी और भारत ने निदहास ट्रॉफी जीत ली.

Tags: Dinesh karthik, On This Day, Rohit sharma, Team india



image Source

Enable Notifications OK No thanks