आईपीएल: कमान संभालने के बाद हार्दिक का जलवा, विलियमसन और रोहित नाकाम, जानें कप्तानों का कैसा है प्रदर्शन


सार

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डुप्लेसिस, भारत के ओपनर मयंक अग्रवाल, ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को पहली बार आईपीएल में कप्तानी करने का मौका मिला।

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आईपीएल में इस बार चार नए कप्तानों की एंट्री हुई। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डुप्लेसिस, भारत के ओपनर मयंक अग्रवाल, ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को पहली बार आईपीएल में कप्तानी करने का मौका मिला। रविवार (24 अप्रैल) तक 37 मैच होने तक कुल 10 कप्तानों में कुछ का प्रदर्शन बहुत शानदार रहा है तो कुछ का निराशाजनक। हार्दिक पांड्या ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया। वहीं, मयंक अग्रवाल सबसे ज्यादा निराश किया है। पांच बार के चैंपियन रोहित शर्मा भी पूरी तरह नाकाम रहे।

आइए जानते हैं 10 कप्तानों का कैसा रहा प्रदर्शन:
हार्दिक पांड्या: पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन करने वाले हार्दिक को टीम इंडिया से निकाल दिया गया था। हार्दिक पूरी तरह फिट भी नहीं थे तो उन्हें अब तक राष्ट्रीय टीम में चुना भी नहीं गया। फॉर्म और फिटनेस को लेकर लंबे समय तक आलोचनाओं का सामना करने वाले इस ऑलराउंडर को आईपीएल की नई टीम गुजरात टाइटंस ने अपना कप्तान बनाया। इस घोषणा के बाद सभी हैरान हो गए थे।

हार्दिक ने आईपीएल के मौजूदा सीजन में बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन कर आलोचकों के मुंह को बंद कर दिया। बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा उन्होंने अपनी कप्तानी से प्रभावित किया। नीलामी के बाद कमजोर कही जाने वाली गुजरात की टीम सात में से छह मैच जीतकर शीर्ष पर है। हार्दिक ने छह मैचों में 295 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 73.75 और स्ट्राइक रेट 136.57 का रहा। तीन अर्धशतक उनके बल्ले से निकले हैं। हार्दिक लगातार तीसरे या चौथे क्रम पर खेल रहे हैं। गेंदबाजी में भी 135 किमी प्रति घंटा से ज्यादा की रफ्तार से गेंद कर रहे हैं। उन्होंने चार विकेट भी लिए हैं। एक मैच में नहीं खेलने वाले हार्दिक इस सीजन में कप्तानी की जिम्मेदारी को सबसे बेहतर तरीके से निभा रहे हैं।
संजू सैमसन: गुजरात के बाद अगर किसी टीम ने इस सीजन में सबसे ज्यादा प्रभावित किया है तो वह राजस्थान रॉयल्स है। युवा कप्तान संजू सैमसन के नेतृत्व में टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है। सात में से पांच मैच जीतकर तीसरे स्थान पर है। बतौर कप्तान सैमसन बहुत ही ‘कूल’ दिखे हैं। उन्होंने बल्लेबाजी में रन भी बनाए हैं। सात मैचों में सैमसन ने 201 रन बनाए हैं। उनका औसत 33.50 और स्ट्राइक रेट 171.79 का रहा है। इस सीजन में सैमसन टीम के लिए फिनिशर की भूमिका निभाते दिख रहे हैं। उन्होंने अब तक 15 छक्के लगा दिए हैं।
केएल राहुल: जोस बटलर के बाद सीजन में अगर किसी बल्लेबाज ने सबसे ज्यादा रन बनाए हैं तो वह केएल राहुल हैं। एक बार फिर से बतौर बल्लेबाज राहुल के लिए आईपीएल शानदार जा रहा है। उन्होंने एक अर्धशतक लगाया है। वहीं उनके बल्ले से दो शतक निकले हैं। आठ मैचों में उनके नाम 368 रन हैं। राहुल इस बार बल्लेबाजी के अलावा कप्तानी में भी प्रभावित कर रहे हैं। राहुल की टीम लखनऊ सुपर जाएंट्स शीर्ष चार में काबिज है। पंजाब की टीम में रहते हुए बतौर कप्तान उन्होंने ज्यादा अच्छा काम नहीं किया था। इस बार अच्छी टीम और बेहतर टीम प्रबंधन के कारण बतौर कप्तान राहुल निखर रहे हैं।
फाफ डुप्लेसिस: विराट कोहली ने पिछले सीजन से पहले कप्तानी छोड़ने का एलान किया था। इस बार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम नए कप्तान के साथ उतरी। उसने फाफ डुप्लेसिस को कमान सौंपी। आईपीएल में पहली बार कप्तानी करने वाले इस खिलाड़ी के पास लंबे समय तक दक्षिण अफ्रीका की टीम की कप्तानी करने का अनुभव है। उन्होंने अनुभव से टीम को एकजुट किया और बेहतर प्रदर्शन करवाने में अब तक सफल रहे हैं। टीम आठ मैचों में पांच जीत और तीन हार के साथ पांचवें पायदान पर काबिज है। डुप्लेसिस ने 31.88 की औसत और 130.10 की स्ट्राइक रेट 255 रन बनाए हैं।
श्रेयस अय्यर: दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी कर चुके कोलकाता नाइटराइडर्स ने इयॉन मॉर्गन को हटाकर श्रेयस अय्यर को अपना नया कप्तान बनाया। उनके नेतृत्व में टीम का प्रदर्शन मिला जुला रहा है। शुरुआती मैचों में शानदार प्रदर्शन करने वाली नाइटराइडर्स की टीम पिछले कुछ मैचों में आउट ऑफ दिख रही है। उसने आठ मैचों में तीन जीते और पांच हारे हैं। अय्यर के प्रदर्शन की बात करें तो टीम के लिए उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। अय्यर ने आठ मैचों में 35.43 की औसत और 142.52 की स्ट्राइक रेट 174 रन बनाए हैं।
ऋषभ पंत: पिछले साल कप्तान बनाए गए पंत ने इस बार कप्तानी में कमाल का काम किया है। कोविड-19 से प्रभावित होने वाली टीम को उन्होंने एकजुट रखा। इसके अलावा शुरू में टीम के पास की बड़े खिलाड़ी उपलब्ध नहीं थे। इसके बावजूद दिल्ली ने ठीक-ठाक प्रदर्शन किया। टीम सात मैचों में तीन जीत और चार हार के साथ छठे स्थान पर है। पंत ने 37.60 की औसत और 154.09 की औसत से 188 रन बनाए हैं। उन्होंने अब तक औसत दर्जे का प्रदर्शन किया है।
केन विलियमसन: बल्ले से अब तक फेल रहने वाले न्यूजीलैंड के इस दिग्गज खिलाड़ी ने सनराइजर्स हैदराबाद को नीचे से ऊपर तक पहुंचा दिया। शुरुआती दो मुकाबलों में हार के बाद ऐसा लगा था कि सनराइजर्स की टीम इस सीजन में फिसड्डी साबित होगी, लेकिन विलियमसन ने अपनी कप्तानी का जादू चलाया। उन्होंने टीम को एकजुट किया और खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन करवाए। विलियमसन के गेंदबाज इस सीजन में सबसे ज्यादा कहर बरपा रहे हैं। टीम के शानदार प्रदर्शन के बावजूद खुद कप्तान अब तक फेल रहे हैं। उन्होंने सात मैचों में 23.83 की औसत और 94.70 की स्ट्राइक रेट से 143 रन बनाए हैं। सनराइजर्स को अगर टूर्नामेंट में आगे तक जाना है तो विलियमसन को रन बनाने होंगे।
मयंक अग्रवाल: केएल राहुल के जाने के बाद मयंक अग्रवाल को पंजाब किंग्स का नया कप्तान बनाया गया। टीम ने शुरुआती चार में से दो मैच जीतकर शानदार शुरुआत की। उसके बाद लगातार दो मैच हार गई। मयंक की कप्तानी में पंजाब की टीम सात मैच में तीन जीत और चार हार के बाद आठवें स्थान पर है। खुद मयंक का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। छह मैचों में मयंक ने 19.67 की औसत और 135.63 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 118 रन बनाए हैं। उनकी बल्लेबाजी पर कप्तानी का दबाव नजर आ रहा है। पिछले सीजन तक मयंक ज्यादा विस्फोटक बल्लेबाजी करते थे और लंबी पारियां खेल रहे थे। कप्तान बनने के बाद उनके बल्ले की धार खत्म हो गई है।
रवींद्र जडेजा: चार बार की चैंपियन टीम चेन्नई सुपरकिंग्स कप्तानी किसी को अचानक मिल जाए तो वह निश्चित रूप से दबाव में आ जाएगा। वही रवींद्र जडेजा के साथ हुआ है। आईपीएल शुरू होने से ठीक पहले महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तानी छोड़ दी। जडेजा को कमान सौंपी गई। टीम की शुरुआत लगातार चार के साथ हुई। खुद कप्तान जडेजा कोई कमाल नहीं दिखा सके। 

पांचवें मैच में टीम ने वापसी की और पहली जीत हासिल की। जडेजा की गेंदबाजी में भी धार लौटी। उन्होंने विकेट निकाले। बल्लेबाजी में अब तक जडेजा ने छोटी-छोटी पारी खेली है। टीम दो जीत के साथ नौवें स्थान पर है। अब अगर चेन्नई को टूर्नामेंट में आगे बढ़ना है तो जडेजा को बेहतर खेल दिखाना होगा। उन्होंने 18.20 की औसत और 119.73 की स्ट्राइक रेट से 91 रन बनाए हैं। उन्होंने पांच विकेट लिए हैं।
रोहित शर्मा: सबसे ज्यादा पांच खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियंस की टीम की हालत मौजूदा सीजन में पतली है। आठ मैचों में टीम को आठ हार मिली है। खुद कप्तान रोहित शर्मा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। उनकी प्रतिष्ठा को देखकर कह सकते हैं कि रोहित इस सीजन में अब तक पूरी तरह फेल रहे हैं। विलियमसन की तरह उनके बल्ले से भी रन नहीं निकले हैं। दोनों अनुभवी कप्तान हैं, लेकिन रन बनाने के लिए तरस रहे हैं। रोहित ने 19.13 की औसत से और 126.44 की स्ट्राइक रेट सिर्फ 153 रन बनाए हैं। उन्होंने अभी तक एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है।

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आईपीएल में इस बार चार नए कप्तानों की एंट्री हुई। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डुप्लेसिस, भारत के ओपनर मयंक अग्रवाल, ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को पहली बार आईपीएल में कप्तानी करने का मौका मिला। रविवार (24 अप्रैल) तक 37 मैच होने तक कुल 10 कप्तानों में कुछ का प्रदर्शन बहुत शानदार रहा है तो कुछ का निराशाजनक। हार्दिक पांड्या ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया। वहीं, मयंक अग्रवाल सबसे ज्यादा निराश किया है। पांच बार के चैंपियन रोहित शर्मा भी पूरी तरह नाकाम रहे।

आइए जानते हैं 10 कप्तानों का कैसा रहा प्रदर्शन:



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