न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Sat, 05 Feb 2022 10:39 PM IST
सार
वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को दावा किया कि रिजर्व बैंक द्वारा अगले वित्तीय वर्ष से शुरू होने वाला प्रस्तावित डिजिटल रुपया काले धन पर लगाम लगाने में कारगर साबित होगा।
डिजिटल रुपया।
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विस्तार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट पेश करते हुए अपने भाषण में डिजिटल रुपये की शुरुआत की घोषणा की। इसे लेकर वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को दावा किया कि रिजर्व बैंक द्वारा अगले वित्तीय वर्ष से शुरू होने वाला प्रस्तावित डिजिटल रुपया काले धन पर लगाम लगाने में कारगर साबित होगा। हालांकि, जब आरबीआई अधिकारी के इस बयान पर अमर उजाला ने पोल कराया, तो इसमें पाठकों की राय काफी बंटी हुई नजर आई।
अमर उजाला के इस पोल में कुल 1482 लोगों ने हिस्सा लिया। इनमें 780 यानी करीब 52.63 फीसदी लोगों ने माना कि डिजिटल रुपया काले धन पर लगाम लगाने में सफल होगा। हालांकि, 702 लोग यानी करीब 47.37 फीसदी लोगों का मानना है कि रिजर्व बैंक की इस डिजिटल मुद्रा से काले धन को रोकने में कोई सफलता नहीं मिलेगी।
काले धन पर रोक के दावे के पीछे क्या था अधिकारी का तर्क?
वित्त मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि यदि आप किसी दुकानदार से कुछ खरीदते हैं और डिजिटल पैसे के माध्यम से भुगतान करते हैं और उस डिजिटल पैसे का इस्तेमाल दुकानदार द्वारा अपने विक्रेता को भुगतान करने के लिए किया जाता है, तो आरबीआई के पास डिजिटल रुपये के साथ किए गए लेन-देन का सारा डेटा होगा।