जब तक बॉलीवुड में ये किंग्‍स, बादशाह और सुल्‍तान हैं हिंदी सिनेमा डूबते रहेगा: विवेक अग्‍न‍िहोत्री


बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई सालों से बड़े एक्टर्स का डंका बजता रहा है। शाहरुख, सलमान, आमिर और अक्षय जैसे बड़े एक्टर्स हमेशा से ही बड़े पर्दे पर अपनी एक्टिंग का जादू चलाते आ रहे हैं। वैसे तो बीते सालों में काफी कुछ बदला है। खासकर कोविड महामारी ने ऑडियंस के टेस्ट में काफी फर्क ला दिया है। जहां लोग खान, कुमार और देवगन की फिल्में देखने के लिए बेताब रहा करते थे, वहां अब उन्हें केवल वही फिल्में अच्छी लगती हैं, जिनमें दम हो यानी कि फिल्म की कहानी में कोई बात हो। अब बॉलीवुड डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने इसी को लेकर कुछ ट्वीट किया है। उनका कहना है कि लोगों को अब इन एक्टर्स की फिल्मों में नहीं बल्कि अच्छी कहानियों में इंट्रेस्ट रह गया है।

खान, सुल्तान की इंडस्ट्री नहीं
विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया, ‘जब तक बॉलीवुड में किंग, बादशाह और सुल्तान हैं, ये डूबता रहेगा। इसे लोगों की इंडस्ट्री बनाया जाए, उनकी अपनी कहानियों के साथ। तब जाकर ये ग्लोबल फिल्म इंडस्ट्री बनेगी।’ इसके बाद उन्होंने हैशटैग फैक्ट लिखा।

संसद भवन के शेरों पर बोले डायरेक्टर
इससे पहले विवेक ने संसद भवन में शेर के स्टैच्यू पर भी स्टेटमेंट दिया था। जैसा कि नए संसद भवन के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक के कलाकारों ने कहा कि डिजाइन में कोई बदलाव नहीं हुआ है। फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने विरोधियों को फटकार लगाई और उन्हें ‘अर्बन नक्सल’ कहा। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के शेर के दावे के साथ उठे विवाद के बीच फिल्म निर्माता ने ट्वीट किया, ‘सेंट्रल विस्टा में नए राष्ट्रीय प्रतीक ने एक बात साबित कर दी है कि सिर्फ कोण बदलकर शहरी नक्सलियों को बेवकूफ बनाया जा सकता है।’ आइकन में एक आक्रामक शेर था। कलाकारों ने कहा कि नीचे के सीन को ऐसा बनाया गया क्योंकि यह एक बड़ी मूर्ति है।

National emblem row: अशोक स्तंभ के विवाद में कूदे विवेक अग्निहोत्री, विरोधियों को अर्बन नक्सल बोल निकाली भड़ास
‘द कश्मीर फाइल्स’ के बाद हुए बड़बोले
विवेक अग्निहोत्री हमेशा से ही कई मुद्दों पर अपनी बात रखते आए हैं। हालांकि तब से ये और ज्यादा हो गया है, जब से उनकी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने लोगों के दिलों में खास जगह बना ली है। विवेक को अपनी फिल्म के जरिए खूब तारीफें मिली हैं। ऑडियंस के भरपूर प्यार ने उन्हें खुशी से भर दिया है। यही कारण है कि लगभग हर मुद्दे पर विवेक अपनी राय रखना पसंद करते हैं।

image Source

Enable Notifications OK No thanks