Covid-19: रूस में सामने आया ओमिक्रॉन का नया और ज्यादा घातक वैरिएंट, बीजिंग में बार से फैला कोरोना, 166 संक्रमित


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रूस में ओमिक्रॉन का एक नया सब वैरिएंट मिला है, जो अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है। बीए.4 ओमिक्रॉन के अब तक पाए गए सब-वेरिएंट के मुकाबले अधिक खतरनाक है। रूस में स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। 

रोस्पोट्रेबनादजोर में सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर एपिडेमियोलॉजी में जीनोम रिसर्च के प्रमुख कामिल खफीजोव के मुताबिक, दो राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं ने बीए.4 सबलाइन के वायरल जीनोम का पता लगाया गया है।

इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने मई में चेतावनी दी थी कि जिन देशों में टीकाकरण की दर कम है, वहां ओमिक्रॉन के बीए.4 और बीए.5 सब-वेरिएंट्स के मामले अधिक संख्या में देखने को मिल रहे हैं, जबकि बीए.2 की उपस्थिति दुनिया के कई हिस्सों में दर्ज हुई है। 

कामिल खफीजोव ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए काम कर रहे इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसीओजी) ने भारत में ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट बीए.4 और बीए.5 के संक्रमण की पुष्टि की थी। 

जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान तमिलनाडु की एक 19 वर्षीय युवती में भारत के पहले बीए.4 सब-वेरिएंट का पता चला था, वहीं तेलंगाना के एक 80 वर्षीय पुरुष में पहले बीए.5 का मामला सामने आया था। विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना के नए सब-वेरिएंट मूल ओमिक्रॉन स्ट्रेन बीए.2 की तुलना में अधिक गंभीर संक्रमण का कारण नहीं बनते हैं, हालांकि म्यूटेशन के साथ इनकी संक्रामक दर जरूर अधिक बनी हुई है।

चीन : 6158 क्वारंटीन, 275 नए मरीज चीन में 24 घंटों में सामने आए
चीन की राजधानी बीजिंग के एक बार में आए 166 लोग कोविड संक्रमित मिले हैं। बार में फूटे इस कोविड बम से निपटने के लिए संक्रमितों के संपर्क में आए 6,158 लोगों को क्वारंटीन किया गया है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में देश में कुल 275 नए कोविड संक्रमित सामने आए। इनमें से 134 बिना लक्षण वाले और 141 लक्षण वाले मरीज थे। इससे एक दिन पहले 210 मामले पाए गए थे।

चाओयांग में सबकी जांच के आदेश
बीजिंग के चाओयांग जिले के सैनलीतूं इलाके के हेवन सुपरमार्केट बार से फैले संक्रमण को काबू करने के लिए शहर के प्रशासन ने पूरे जिले की आबादी की तीन बार कोविड जांच का फैसला किया किया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 166 में से 145 लोग बार में गए थे, जबकि बाकी उनके संपर्क में आए थे।

फिर लौटा लॉकडाउन
शहर प्रशासन के प्रवक्ता शू हाजियन ने बताया कि अप्रैल के आखिर में कोविड के मामले कम होने पर बीजिंग में धीरे-धीरे नियमों में ढील दी जाने लगी थी। जीरो कोविड नीति अब भी जारी है, जिसके तहत इस बार से फैले संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

भारत व रूस के संबंध दुनिया के सबसे ज्यादा व्यापक सहयोगों में : रूसी राजदूत
भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा, भारत-रूस के बीच बहुआयामी सहयोग दुनिया के सबसे विस्तृत सहयोगों में से एक है और देश “सच्ची दोस्ती और आपसी विश्वास का निर्माण” करने में सफल रहे हैं, जिसमें कई गौरवपूर्ण मील के पत्थर हैं।

 रूस-भारत राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर उन्होंने रूस डाइजेस्ट पत्रिका के विशेष संस्करण में एक प्रस्तावना में यह टिप्पणी की। 12 जून को रूस का राष्ट्रीय दिवस भी मनाया जाता है। वर्ष 2022 भारत की स्वतंत्रता के 75 साल और अप्रैल 1947 में स्थापित भारत-रूस राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ दोनों असवरों का मिलन वर्ष है।

दोनों देशों के बीच संबंधों में हासिल किए गए मील के पत्थर पर बात करते हुए अलीपोव ने 1950-1960 के दशक में सोवियत सहायता से भारत में औद्योगीकरण और बिजली संयंत्रों के निर्माण के बारे में बताया।

उन्होंने 1958 में बॉम्बे में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना, 1971 की शांति, मित्रता और सहयोग की संधि, 1984 में सोयुज टी-11 अंतरिक्ष यान पर पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री की उड़ान, 2000 की रणनीतिक साझेदारी की घोषणा और कई अन्य उपलब्धियों का जिक्र किया। एजेंसी

दोनों देश के बीच खास पहल
राजदूत ने खास पहलों के बारे में विस्तार से बताया। इनमें से कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र निर्माण और मेक इन इंडिया व आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रमों के भीतर एके -203 राइफल निर्माण, लड़ाकू विमान और मुख्य युद्धक टैंक उत्पादन के साथ-साथ फ्रिगेट, पनडुब्बी, ब्रह्मोस और अन्य मिसाइल परियोजनाओं जैसे उन्नत रक्षा संबंध हैं।

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रूस में ओमिक्रॉन का एक नया सब वैरिएंट मिला है, जो अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है। बीए.4 ओमिक्रॉन के अब तक पाए गए सब-वेरिएंट के मुकाबले अधिक खतरनाक है। रूस में स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। 

रोस्पोट्रेबनादजोर में सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर एपिडेमियोलॉजी में जीनोम रिसर्च के प्रमुख कामिल खफीजोव के मुताबिक, दो राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं ने बीए.4 सबलाइन के वायरल जीनोम का पता लगाया गया है।

इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने मई में चेतावनी दी थी कि जिन देशों में टीकाकरण की दर कम है, वहां ओमिक्रॉन के बीए.4 और बीए.5 सब-वेरिएंट्स के मामले अधिक संख्या में देखने को मिल रहे हैं, जबकि बीए.2 की उपस्थिति दुनिया के कई हिस्सों में दर्ज हुई है। 

कामिल खफीजोव ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए काम कर रहे इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसीओजी) ने भारत में ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट बीए.4 और बीए.5 के संक्रमण की पुष्टि की थी। 

जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान तमिलनाडु की एक 19 वर्षीय युवती में भारत के पहले बीए.4 सब-वेरिएंट का पता चला था, वहीं तेलंगाना के एक 80 वर्षीय पुरुष में पहले बीए.5 का मामला सामने आया था। विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना के नए सब-वेरिएंट मूल ओमिक्रॉन स्ट्रेन बीए.2 की तुलना में अधिक गंभीर संक्रमण का कारण नहीं बनते हैं, हालांकि म्यूटेशन के साथ इनकी संक्रामक दर जरूर अधिक बनी हुई है।



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