चौंतीस साल के इस खिलाड़ी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह रोलां गैरो और विम्बलडन में खिताब की रक्षा नहीं करने तथा अन्य टूर्नामेंट से बाहर रहने जैसी कीमत चुकाने को तैयार हैं। जोकोविच ने हालांकि कहा कि वह टीकाकरण के खिलाफ नहीं हैं।
लंदन| दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने कहा कि अगर उन्हें चुनने के लिए बाध्य किया गया तो वह कोविड-19 का टीका लगाने की जगह फ्रेंच ओपन और विंबलडन में नहीं खेलने का विकल्प चुनेंगे।
जोकोविच अगर फ्रेंच ओपन और विंबलडन में नहीं खेलने का फैसला करते हैं तो रफेल नडाल के रिकॉर्ड 21 पुरुष एकल ग्रैंडस्लैम खिताब की बराबरी करने का मौका भी गंवा देंगे।
जोकोविच को पिछले महीने आस्ट्रेलिया से निर्वासित कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने कोरोना वायरस का टीका नहीं लगवाया है।
इसके बाद दुनिया भर में काफी बवाल मचा था।
बीस बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन सर्बिया के जोकोविच ने मंगलवार को प्रसारित साक्षात्कार में बीबीसी से कहा कि उनका टीकाकरण नहीं हुआ है और अपनी इस स्थिति को बरकरार रखने के लिए वह खिताबों का बलिदान करने के लिए तैयार हैं।
चौंतीस साल के इस खिलाड़ी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह रोलां गैरो और विम्बलडन में खिताब की रक्षा नहीं करने तथा अन्य टूर्नामेंट से बाहर रहने जैसी कीमत चुकाने को तैयार हैं।
जोकोविच ने हालांकि कहा कि वह टीकाकरण के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने स्वयं को टीकाकरण रोधी अभियान से अलग करते हुए कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं कहा कि मैं इस अभियान का हिस्सा हूं।’’
लेकिन उन्होंने कहा, ‘‘सभी लोगों को अधिकार है कि वह उस चीज को चुने, वह काम करें या वह कहें जो उन्हें लगता है कि उनके लिए उचित है। आपको स्वतंत्रता होनी चाहिए कि आप अपने शरीर में क्या डालना चाहते हैं और मेरे लिए यह जरूरी है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब तक मुझे जो जानकारी मुझे मिली है उसके आधार पर आज तक की स्थिति के अनुसार मैंने टीका नहीं लगवाने का फैसला किया है। ’’
जोकोविच ने कहा, ‘‘मैं अपने फैसले के नतीजों को समझता हूं।’’
यह पूछने पर कि क्या वह मई में फ्रेंच ओपन से बाहर रहने के लिए तैयार हैं तो जोकोविच ने कहा, ‘‘मैं यह कीमत चुकाने को तैयार हूं।’’
यह पूछने पर कि क्या वह विंबलडन से भी बाहर रहने को तैयार हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘हां, क्योंकि मेरे शरीर को लेकर किए गए फैसलों के सिद्धांत मेरे लिए किसी खिताब या किसी अन्य चीज से अधिक महत्वपूर्ण हैं।’’
जोकोविच ने दो बार फ्रेंच ओपन का खिताब जीता हैं जबकि वह छह बार के विंबलडन चैंपियन हैं।
जोकोविच ने आस्ट्रेलिया से निर्वासित किए जाने के दौरान नाटकीय घटनाक्रम को लेकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को शायद यह नहीं बता कि मुझे आस्ट्रेलिया से इस आधार पर निर्वासित नहीं किया गया कि मेरा टीकाकरण नहीं हुआ या मैंने कोई नियम तोड़ा या मेरी वीजा घोषणा में कोई गलती थी।’’
जोकोविच ने कहा, ‘‘मुझे आस्ट्रेलिया से निर्वासित किए जाने का कारण यह था कि आव्रजन मंत्री ने अपने विवेकाधीन अधिकार का इस्तेमाल करके इस धारणा के आधार पर मेरा वीजा रद्द कर दिया कि मैं देश या शहर में टीकाकरण विरोधी भावना पैदा कर सका हूं, जिससे मैं पूरी तरह असहमत हूं।
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