Electric Vehicle Fire: इलेक्ट्रिक वाहनों में क्‍यों लग रही आग, विशेषज्ञों से जानें बचाव के तरीके


नई दिल्‍ली. पेट्रोल डीजल (Petrol-Diesel की बढ़ती कीमतों और पर्यावरण प्रदूषण (Pollution) को कम करने की दिशा इलेक्ट्रिक व्‍हीकल्‍स (Electric Vehicles) को बेहतर विकल्‍प माना जा रहा है. यही वजह है कि ईवी के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है. इतना ही नहीं केंद्र और राज्‍य सरकारें भी लोगों को परंपरागत वाहनों के बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने के लिए प्रेरित कर रही हैं. जानकारों की मानें तो ईवी (EV) आने वाले समय के बेहतर यातायात विकल्‍प हैं. हालांकि पिछले कुछ दिनों से इलेक्ट्रिक व्‍हीकल्‍स में आग लगने की घटनाएं काफी ज्‍यादा देखी जा रही हैं. इन घटनाओं को देखते हुए हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इलेक्ट्रिक कंपनियों से कहा कि वह वाहनों को ठीक करने के लिए तुरंत कदम उठाएं. सरकार के लिए सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और मानव जीवन के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता.

पिछले कुछ दिनों में कई तमिलनाडू, मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान सहित कई राज्‍यों में इलेक्ट्रिक वाहनों में अचानक आग लग गई. ऐसी गई घटनाओं के लगातार सामने आने के बाद से लोगों में ईवीज (EVs) को खरीदने को लेकर एक प्रकार का डर और आशंका भी बैठ रही है. हालांकि सबसे बड़ा सवाल अभी भी यही है कि इलेक्ट्रिक वाहनों में आग (Fire in Electric Vehicles) आखिर क्‍यों लग रही है? ईवी लंबे समय से बाजार में हैं लेकिन हाल ही में आग की घटनाएं बढ़ने के पीछे क्‍या वजह हो सकती है? क्‍या ईवी सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं हैं?

इसलिए लग रही इलेक्ट्रिक व्‍हीकल्‍स में आग
विशेषज्ञों के मुताबिक इलेक्‍ट्रिक व्‍हीकल्‍स को लेकर लगातार अध्‍ययन और रिसर्च चल रहे हैं. ये पता करने की कोशिश की जा रही है कि आखिर आग लगने की सही सही वजह क्‍या है. अभी तक इस संबंध में किसी भी ईवी निर्माता कंपनी की ओर से भी स्‍पष्‍ट जवाब नहीं दिया गया है लेकिन ऑटोमोबाइल इंडस्‍ट्री और इलेक्ट्रिक एनर्जी क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों की मानें तो ईवी में आग की कुछ वजहें हो सकती हैं.

. ईवी में आग लगने के संभावित कारणों में बैटरी व इसकी सेल की गुणवत्ता जिम्‍मेदार हो सकती है.
. बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (बीएमएस) का सही से काम न करना या खराब होना भी एक कारण हो सकता है.
. खराब वेंटिलेशन और इस्तेमाल करने के पैटर्न संबंधी कमियों को रखा जा सकता है.
. ईवी को चार्ज करने के दौरान शॉर्ट सर्किट की वजह से भी आग लग सकती है.
. इन वाहनों में हैवी लिथियम आयन बैटरी का इस्‍तेमाल होता है, जिसके क्षतिग्रस्‍त होने या अन्‍य किसी कमी की वजह से इसमें आग लगने का खतरा रहता है.
. ईवी का मैन्‍यूफैक्‍चरिंग डिफेक्‍ट भी आग लगने के लिए जिम्‍मेदार होता है.

ऐसे करें ईवी का रखरखाव, ताकि न लगे आग
काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर-सेंटर फॉर एनर्जी फाइनांस (सीईईडब्ल्यू-सीईएफ), प्रोग्राम लीड, ऋषभ जैन का कहना है कि अगर कुछ तकनीकी चीजों का ध्‍यान रखा जाए तो इलेक्ट्रिक व्‍हीकल्‍स को आग लगने से बचाया जा सकता है.

. ईवी यूजर्स को उपकरणों के मूल निर्माता (OEM) की ओर से सुझाए गए चार्जिंग निर्देशों का पालन करना चाहिए.
. ईवी यूजर्स को खराब या कम गुणवत्ता के उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
. यदि संभव हो तो यूजर्स को एप या व्हीकल डैशबोर्ड के जरिए बैटरी की सेहत की निगरानी करनी चाहिए.
. भले ही फास्ट चार्जिंग (fast charging) से टाइम बचता है, लेकिन जहां तक संभव हो यूजर्स को स्लो चार्जिंग (slow charging) को प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि इससे बैटरी की उम्र बढ़ती है.

इसके अलावा भी कुछ सामान्‍य चीजों का ध्‍यान रखा जाए तो न केवल इलेक्ट्रीकल व्हीकल को बल्कि किसी भी अन्‍य वाहन को सुरक्षित रखा जा सकता है. जैसे कि बैटरी को कभी कड़ी धूप में न रखें. वाहन पूरा चार्ज हो जाए तो उसके प्‍लग को निकाल दें. गर्म वाहन को तुरंत चार्ज करने के लिए न लगाए. उसे कुछ देर छोड़ें फिर चार्ज करें. हमेशा अच्‍छे उपकरणों का इस्‍तेमाल करें फिर चाहे वे चार्जर हों, या बैठरी हो.

Tags: Electric, Electric Scooter, Electric Vehicles, Fire

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