आरबीआई की मौद्रिक नीति से लेकर रूस-यूक्रेन संकट के बीच कौन से फैक्टर बाजार को प्रभावित करेंगे ? जानिए डिटेल


मुबंई . जियो पॉलिटीकल टेंशन कम होने, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और शुद्ध खरीदारों के रूप में घरेलू निवेशकों के खड़े होने के कारण, भारतीय शेयर बाजार ने वित्त वर्ष 2023 की शुरुआत मजबूत नोट पर की है. शुक्रवार को भारत के मार्च जीएसटी संग्रह के 1.42 लाख करोड़ रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद दलाल स्ट्रीट पर पॉजिटीव सेंटीमेंट बन गया.

शेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक भारतीय मार्केट के लिए अगला हफ्ता अहम होगा. आरबीआई की मौद्रिक नीति आने की उम्मीद है. एक्सपर्ट के मुताबिक, आरबीआई क्रेडिट पॉलिसी के अलावा, आरबीआई-यूक्रेन समाचारों पर नजर रखने की जरूरत है. इन खबरों से घरेलू के साथ साथ वैश्विक बाजार भी प्रभावित होंगे.

रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति बैठक फर नजर
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा कि नए वित्त वर्ष की शुरुआत के साथ सभी की निगाहें आठ अप्रैल को रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति बैठक के नतीजों पर रहेंगी. उन्होंने कहा,‘‘वृहद मोर्चे पर सप्ताह के दौरान चार और छह अप्रैल को क्रमश: विनिर्माण और सेवाओं के पीएमआई आंकड़े आएंगे.’’ इन सबके बीच वैश्विक संकेतक जैसे रूस-यूक्रेन युद्ध और कच्चे तेल की कीमतों पर भी सभी का ध्यान रहेगा.

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मिश्रा ने कहा कि अभी स्थानीय बाजार वैश्विक बाजारों के रुख से दिशा ले रहा है. रूस-यूक्रेन युद्ध के मोर्चे पर सकारात्मक घटनाक्रमों से बाजार में और सुधार आ सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘हम शेयर विशेष की कीमतों में उतार-चढ़ाव देख सकते हैं.’’

पिछले हफ्ते बाजार में रही तेजी
पिछले सप्ताह सेंसेक्स 1,914.49 अंक यानी 3.33 प्रतिशत और निफ्टी 517.45 अंक यानी 3.01 प्रतिशत के लाभ में रहा. शेयर बाजारों ने शुक्रवार को नए वित्त वर्ष की शुरुआत अच्छे लाभ के साथ की. सेंसेक्स शुक्रवार को 708 अंक से अधिक की तेजी के साथ 59,000 अंक पर पहुंच गया.

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सैमको सिक्योरिटीज में इक्विटी शोध प्रमुख येशा शाह ने कहा, ‘‘एफओएमसी (फेडरल ओपन मार्केट कमेटी) की बैठक का ब्योरा इसी सप्ताह आएगा. यह वैश्विक स्तर पर बाजारों को प्रभावित करेगा. घरेलू मोर्चे पर रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक बाजार की धारणा को तय करेगी’’

खबरों पर नजर जरूरी
बीते वित्त वर्ष में बीएसई सेंसेक्स 9,059.36 अंक यानी 18.29 प्रतिशत उछला जबकि निफ्टी 2,774.05 अंक यानी 18.88 प्रतिशत के लाभ में रहा. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में बाजार का ध्यान मुख्य रूप से रूस-यूक्रेन युद्ध, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और रिजर्व बैंक की नीतिगत घोषणाओं पर होगा.’’

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