सरकार की सफाई: पीयूष गोयल ने महंगाई को बताया अंतरराष्ट्रीय मुद्दा, कहा- कोरोना और यूक्रेन-रूस युद्ध जिम्मेदार


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Wed, 13 Apr 2022 11:08 PM IST

सार

देश में लगातार बढ़ रही महंगाई को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में सफाई दी और इसे एक अंतरराष्ट्रीय समस्या बताया। इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।

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केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि महंगाई एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा और पूरी दुनिया इसका सामना कर रही है। उन्होंने बढ़ती महंगाई के लिए कोरोना वायरस वैश्विक महामारी और यूक्रेन व रूस के बीच चल रहे युद्ध को महत्वपूर्ण कारण करार दिया। 

गोयल ने कहा, ‘यह (महंगाई) एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है। एक ओर कोरोना वायरस वैश्विक महामारी है और दूसरी ओर रूस व यूक्रेन के बीच विवाद चल रहा है। ऐसे में पूरी दुनिया महंगाई की समस्या का सामना कर रही है। फिर भी हम इसे नियंत्रण में लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।’ 

एक प्रेस वार्ता के दौरान खाद्यान्न की बढ़ती कीमतों के बावजूद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत वितरण जारी रखने के सवाल पर गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई को काबू में करने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। हमने इसके लिए कई कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि इस जनकल्याणकारी योजना के माध्यम से कोरोना काल के दौरान लगभग 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन दिया गया और इसे सितंबर 2022 तक बढ़ाना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संवेदनशील नेतृत्व को दर्शाता है।

‘महंगाई कम करने के लिए कदम उठा रही है सरकार’
पीयूष गोयल ने कहा कि यह सब जानते हैं कि तेल की कीमतें इस समय पूरी दुनिया में बहुत उच्च स्तर पर हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र ने जरूरत पड़ने पर दाल और ऑयलसीड्स का आयात बढ़ाने की अनुमति दे दी है। जिन चीजों की कमी है उन पर शुल्क पूरी तरह हटा दिया गया है।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के डाटा के अनुसार मार्च में भारत में खुदरा मुद्रास्फीति की दर अपने 17 महीनों के सबसे ऊंचे स्तर 6.95 फीसदी पहुंच गई थी। जबकि, फरवरी में यह दर 6.07 फीसदी थी। इसमें तेजी आने का एक प्रमुख कारण भोजन की कीमत में तेजी आना रहा है। 

विस्तार

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि महंगाई एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा और पूरी दुनिया इसका सामना कर रही है। उन्होंने बढ़ती महंगाई के लिए कोरोना वायरस वैश्विक महामारी और यूक्रेन व रूस के बीच चल रहे युद्ध को महत्वपूर्ण कारण करार दिया। 

गोयल ने कहा, ‘यह (महंगाई) एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है। एक ओर कोरोना वायरस वैश्विक महामारी है और दूसरी ओर रूस व यूक्रेन के बीच विवाद चल रहा है। ऐसे में पूरी दुनिया महंगाई की समस्या का सामना कर रही है। फिर भी हम इसे नियंत्रण में लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।’ 

एक प्रेस वार्ता के दौरान खाद्यान्न की बढ़ती कीमतों के बावजूद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत वितरण जारी रखने के सवाल पर गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई को काबू में करने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है। हमने इसके लिए कई कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि इस जनकल्याणकारी योजना के माध्यम से कोरोना काल के दौरान लगभग 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन दिया गया और इसे सितंबर 2022 तक बढ़ाना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संवेदनशील नेतृत्व को दर्शाता है।

‘महंगाई कम करने के लिए कदम उठा रही है सरकार’

पीयूष गोयल ने कहा कि यह सब जानते हैं कि तेल की कीमतें इस समय पूरी दुनिया में बहुत उच्च स्तर पर हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र ने जरूरत पड़ने पर दाल और ऑयलसीड्स का आयात बढ़ाने की अनुमति दे दी है। जिन चीजों की कमी है उन पर शुल्क पूरी तरह हटा दिया गया है।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के डाटा के अनुसार मार्च में भारत में खुदरा मुद्रास्फीति की दर अपने 17 महीनों के सबसे ऊंचे स्तर 6.95 फीसदी पहुंच गई थी। जबकि, फरवरी में यह दर 6.07 फीसदी थी। इसमें तेजी आने का एक प्रमुख कारण भोजन की कीमत में तेजी आना रहा है। 



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