JK में गृहमंत्री अमित शाह की उच्चस्तरीय बैठक, सीमापार आतंकवाद की सख्ती से कमर तोड़ने का दिया निर्देश


जम्मूः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit shah) ने शनिवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के सुरक्षा हालात को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की. इस बैठक में लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) के अलावा तमाम बड़े प्रशासनिक अफसर भी मौजूद थे. जम्मू में हुई इस बैठक में अमित शाह ने प्रदेश में घटते आतंकवाद की तरफ गौर किया और आतंकवादियों व उनके हमदर्दों को हर तरह की मदद सख्ती से रोकने का निर्देश दिया. अमित शाह ने अफसरों से ऐसे इंतजाम करने को कहा जिससे नार्को टेररिजम (narco terrorism) पर अंकुश लगाया जा सके.

केंद्रीय गृह मंत्री का ये दौरा ऐसे समय हुआ है, जब खुफिया एजेंसियां सीमापार से हथियारों की तस्करी को लेकर लगातार आगाह कर रही हैं. खुफिया जानकारी के मुताबिक, सीमापार पाकिस्तान से आतंकवादी संगठन जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर IED जैसे विस्फोटक तस्करी करके भेजने पर काम कर रहे हैं. इनके जरिए जम्मू कश्मीर ही नहीं, देश के अन्य राज्यों में भी धमाके करने की साजिश रची जा रही है. घाटी में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैबा और द रेजिस्टेंस फोर्स जैसे आतंकवादी संगठन अपनी कारगुजारियों को अंजाम देने की फिराक में हैं. हाल के समय में आतंकियों द्वारा ग्राम प्रधानों को निशाना बनाने की घटनाए भी बढ़ी हैं. पिछले हफ्ते कुलगाम में एक सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पिछले 10 दिनों में ये इस तरह की तीसरी वारदात थी.

जम्मू में हुई उच्चस्तरीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने उन आंकड़ों की तरफ ध्यान दिलाया, जिनमें बताया गया है कि राज्य में आतंकवादी घटनाओं में लगातार कमी आ रही है. होम मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, 2018 में जहां 417 आतंकवाद संबंधी घटनाएं हुई थीं, 2021 में ये घटकर 229 रह गईं. हमलों में हताहत होने वाले सुरक्षाबलों में भी कमी दर्ज की गई है. 2018 में जहां 91 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे, वहीं पिछले साल इनकी संख्या घटकर 42 करने में कामयाबी मिली.

अमित शाह ने आतंकवादियों और उन्हें पनाह देने वालों पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को वित्तीय या अन्य किसी तरह की मदद देने वालों पर सख्ती से लगाम कसी जाए. इसके लिए जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर काम करें. अमित शाह ने प्रदेश में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को भी मजबूत करने की जरूरत बताई ताकि ड्रग्स के जरिए आतंकवाद फैलाने वालों के मंसूबों को नाकाम किया जा सके. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू कश्मीर में शांति और समृद्धि लाने के मिशन को पूरा करने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा. सिक्योरिटी ग्रिड को ऐसा मजबूत बनाना होगा कि सीमापार से एक भी आतंकी घुसपैठ न कर सके और प्रदेश में आतंकवाद को शह देने वालों पर नकेल कसी जा सके.

इससे पहले, अमित शाह जम्मू के एमए स्टेडिम में सीआरपीएफ के 83वें स्थापना दिवस परेड में शामिल हुए. यह पहली बार है जब सीआरपीएफ का स्थापना दिवस समारोह दिल्ली से बाहर जम्मू कश्मीर में मनाया गया है.

Tags: Amit shah, Jammu kashmir



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