इधर, सभी परिवार वाले एक साथ मिलकर होली का त्योहार मनाते हैं। उधर, घर में सपेरा आ जाता है और नागिन को ढूंढने लगता है। साथ ही, ऋषभ और प्रथा का मस्ती भरा होली डांस भी देखने को मिलता है। दूसरी तरफ, सपेरा, नागिन को अपने वश में करने के लिए बीन बजाना शुरू कर देता है और महक उसके बीन बजाते ही अपने नागिन रूप में आ जाती है, जिसे महासपेरा तुरंत कैद कर लेता है।
इसके बाद, महासपेरा, शेषनागिन को भी अपने वश में करने के लिए बीन बजाना शुरू कर देता है, जिसका असर प्रथा पर दिखने भी लगता है। वो शेषनागिन को पहचान भी लेता है। और अंत में सपेरा शेषनागिन को भी अपने कैद में ले लेता है। इसके बाद ऑडियंस को दोनों नागिनों का डांस भी देखने को मिलता है। लेकिन शेषनागिन मौका पाकर अपना वार करती है और सपेरे को डंस लेती है। इतना करते ही सपेरा बेहोश हो जाता है और वे दोनों वहां से बच निकलती हैं।