इसरो मिशन 2022: इस साल का पहला प्रक्षेपण आज, सुबह 5.59 बजे होगा रवाना


एजेंसी, बेंगलुरु।
Published by: Jeet Kumar
Updated Mon, 14 Feb 2022 03:09 AM IST

सार

इसरो ने ट्वीट किया कि पीएसएलवी-सी52, ईओएस-04 मिशन के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती रविवार तड़के 04.29 बजे शुरू हुई है। पीएसएलवी-सी52 के जरिये 1,710 किलो वजनी ईओएस-04 को प्रक्षेपित किया जाएगा।

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के इस साल के पहले प्रक्षेपण मिशन के लिए 25.30 घंटे की उल्टी गिनती रविवार तड़के शुरू हुई। इसरो धरती पर नजर रखने के लिए सैटेलाइट ईओएस-04 को रवाना करेगा।

इसका प्रक्षेपण सोमवार सुबह करीब 5.59 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी52 के जरिये होगा। इसके साथ ही दो अन्य छोटे सैटेलाइट भी अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे।

इसरो ने ट्वीट किया कि पीएसएलवी-सी52, ईओएस-04 मिशन के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती रविवार तड़के 04.29 बजे शुरू हुई है। पीएसएलवी-सी52 के जरिये 1,710 किलो वजनी ईओएस-04 को प्रक्षेपित किया जाएगा। यह 529 किलोमीटर के सूर्य समकालिक ध्रुवीय कक्षा में चक्कर लगाएगा।

इसरो ने बताया कि ईओएस-04 राडार इमेजिंग सैटेलाइट है। इसका इस्तेमाल पृथ्वी की उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें लेने में होगा। इनसे कृषि, वानिकी, पौधरोपण, मिट्टी में नमी, पानी उपलब्धता और बाढ़ ग्रस्त इलाकों के नक्शा को तैयार करने में मदद मिलेगी।

ईओएस-04 के साथ दो अन्य सैटेलाइट इंस्पायर सेट-1 और आईएनएस-2टीडी भी प्रक्षेपित किए जाएंगे। इंस्पायर सेट-1 सैटेलाइट इंडियन इंस्टीट्यॅट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने कोलोराडो यूनिवर्सिटी के अंतरिक्ष भौतिक शास्त्र व वायुमंडलीय प्रयोगशाला के साथ तैयार किया है। इसमें एनटीयू सिंगापुर और एनसीयू, ताइवान का भी योगदान है।

साथ ही आईएनएस-2टीडी को भारत और भूटान के संयुक्त सैटेलाइट आईएनएस-2वी के तहत विकसित कर भेजा जा रहा है। यह पीएसएलवी की 54वीं उड़ान होगी और 6 पीएसओएस-एक्सएल (स्ट्रैप-ऑन मोटर्स) के साथ पीएसएलवी-एक्सएल कॉन्फिगरेशन का इस्तेमाल करते हुए 23वां मिशन होगा।

विस्तार

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के इस साल के पहले प्रक्षेपण मिशन के लिए 25.30 घंटे की उल्टी गिनती रविवार तड़के शुरू हुई। इसरो धरती पर नजर रखने के लिए सैटेलाइट ईओएस-04 को रवाना करेगा।

इसका प्रक्षेपण सोमवार सुबह करीब 5.59 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी52 के जरिये होगा। इसके साथ ही दो अन्य छोटे सैटेलाइट भी अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे।

इसरो ने ट्वीट किया कि पीएसएलवी-सी52, ईओएस-04 मिशन के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती रविवार तड़के 04.29 बजे शुरू हुई है। पीएसएलवी-सी52 के जरिये 1,710 किलो वजनी ईओएस-04 को प्रक्षेपित किया जाएगा। यह 529 किलोमीटर के सूर्य समकालिक ध्रुवीय कक्षा में चक्कर लगाएगा।

इसरो ने बताया कि ईओएस-04 राडार इमेजिंग सैटेलाइट है। इसका इस्तेमाल पृथ्वी की उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें लेने में होगा। इनसे कृषि, वानिकी, पौधरोपण, मिट्टी में नमी, पानी उपलब्धता और बाढ़ ग्रस्त इलाकों के नक्शा को तैयार करने में मदद मिलेगी।

ईओएस-04 के साथ दो अन्य सैटेलाइट इंस्पायर सेट-1 और आईएनएस-2टीडी भी प्रक्षेपित किए जाएंगे। इंस्पायर सेट-1 सैटेलाइट इंडियन इंस्टीट्यॅट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने कोलोराडो यूनिवर्सिटी के अंतरिक्ष भौतिक शास्त्र व वायुमंडलीय प्रयोगशाला के साथ तैयार किया है। इसमें एनटीयू सिंगापुर और एनसीयू, ताइवान का भी योगदान है।

साथ ही आईएनएस-2टीडी को भारत और भूटान के संयुक्त सैटेलाइट आईएनएस-2वी के तहत विकसित कर भेजा जा रहा है। यह पीएसएलवी की 54वीं उड़ान होगी और 6 पीएसओएस-एक्सएल (स्ट्रैप-ऑन मोटर्स) के साथ पीएसएलवी-एक्सएल कॉन्फिगरेशन का इस्तेमाल करते हुए 23वां मिशन होगा।



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