जम्मू-कश्मीरः अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू बेस कैंप से रवाना हुआ तीर्थयात्रियों का नया जत्था


श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के चलते हजारों श्रद्धालुओं की जान फंसी हुई है. वहीं 13 लोगों की मौत की बात सामने आ रही है. हालांकि अमरनाथ यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की हिम्मत में कोई कमी नहीं आई है. इसी कड़ी में शुक्रवार की देर रात को अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू बेस कैंप से कश्मीर में बालटाल और पहलगाम बेस शिविरों के लिए रवाना हुआ. इस दौरान न्यूज एजेंसी एएनआई से एक तीर्थ यात्री ने बात करते हुए कहा कि हम पहलगाम शिविर की ओर जा रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि यात्रा फिर से शुरू होगी. हम सभी तीर्थयात्रियों की रक्षा के लिए बाबा भोलेनाथ से प्रार्थना करते हैं. बता दें कि दक्षिण कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम को बादल फटने से आयी आकस्मिक बाढ़ के कारण कई लोग बह गये एवं कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई. एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि करीब 40 लोग लापता हैं तथा पांच को बचाया गया है.

पुलिस एवं एनडीआरएफ अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में कई टेंट तथा सामुदायिक रसोईघर नष्ट हो गए. जम्मू कश्मीर प्रशासन के एक अधिकारी ने बातया कि इस त्रासदीके कारण अमरनाथ यात्रा निलंबित कर दी गयी है तथा उसे बहाल का निर्णय बचाव अभियान पूरा हो जाने के बाद ही लिया जाएगा. अमरनाथ यात्रा तीन जून को शुरू हुई थी. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के निदेशक जनरल अतुल करवार ने ‘पीटीआई -भाषा’ को बताया कि इस बल की एक टीम पहले से ही प्रभावित क्षेत्र में है तथा बरारी मार्ग एवं पंचतरणी से एक-एक और टीम वहां पहुंच गयी है. वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘ शोकसंतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है. बचाव एवं राहत कार्य वहां फंसे लोगों की मदद के लिए पूरी गति से चल रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, “श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. मनोज सिन्हा जी से बात की और स्थिति की जानकारी ली.” वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमितशाह ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर के स्थिति का जायजा लिया. शाह ने कहा, “बाबा अमरनाथ जी की गुफा के पास बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के संबंध में मैंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात कर स्थिति की जानकारी ली है. एनडीआरएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगे हैं. लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है. सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की कामना करता हूं.”

(इनपुट न्यूज एजेंसी भाषा से)

Tags: Amarnath Yatra, Jammu kashmir



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