Manipur Assembly Seat Result live: दलबदल और फेरबदल से रातोंरात बदल जाती है मणिपुर की सियासी समीकरण


Manipur Assembly Seat Result live: मणिपुर में कई विधानसभा सीटों के रूझान मिलने शुरू हो गए हैं (Maipur Vidhan Sabha Chunav Reuslt Live). शुरूआती ट्रेंड के मुताबिक कई जगहों पर बीजेपी आगे चल रही है, तो कई सीटों पर कांग्रेस आगे बढ़ रही है. कुछ देर में तस्वीर पूरी साफ हो जाएगी कि कौन बाजी मारेगा. इसी बीच हम आपको मणीपुर के सियासी समीकरण के बारे में बता दें. बीजेपी ने इस बार अकेले ही बहुमत का आंकड़ा हासिल करने की ठानी है. मणिपुर बीजेपी की कमान तेज तर्रार महिला शारदा देवी के हाथों में है.

राज्य में बीजेपी का मुख्य मुकाबला कांग्रेस के साथ ही है. साल 2016 में कांग्रेस का दामन छोड़कर आए एन बीरेन सिंह को गले लगाकार बीजेपी ने राज्य में चमत्कार करते हुए 15 साल की कांग्रेस को सत्ता को हटा दिया. मणिपुर छोटी विधानसभा है और यहां के हर विधानसभा क्षेत्र में औसतन 30 हजार वोटर ही होते हैं, यही वजह है कि यहां की राजनीति और मुद्दे अन्य राज्यों से अलग हैं.

दलबदल और फेरबदल

मणिपुर में मुद्दों से ज्यादा दलबदल और फेरबदल का बोलबाला रहा है. ऐसे में मणिपुर में रातोंरात कब समीकरण बदल जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता. जून से अगस्त के महीनों के बीच मणिपुर में समीकरण बदलने का 2020 में खेल शुरू हुआ था. जून में बीजेपी की एन बीरेन सिंह की गठबंधन सरकार से 6 विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया था. सरकार अल्पमत में आ गई तो कांग्रेस ने सदन में अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया. कांग्रेस ने भले 2017 में 28 सीटें जीती थीं, लेकिन उस वक्त तक उसके पास सिर्फ 24 विधायक ही थे. अगस्त 2020 में मतविभाजन हुआ था, कांग्रेस के 8 विधायक ही सदन से अनुपस्थित हो गए. सदन संख्या 53 थी और बीजेपी के पक्ष में 28 वोट पड़े. वहीं कांग्रेस के पास सिर्फ 16 विधायक. ऐसे में कांग्रेस के विधायकों ने ही एन बीरेन सरकार को बचा लिया.

क्या कहते हैं अभी के सियासी समीकरण

अभी के सियासी समीकरणों के हिसाब से राज्य में बीजेपी के आगे है. वहीं नेशनल पीपुल्स पार्टी का भी जनाधार राज्य में इन दिनों बढ़ा है. पर्वतीय इलाकों की बात करें तो वहा नगा पीपुल्स पार्टी का प्रतिनिधित्व ज्यादा है. कांग्रेस राज्य में कमजोर पड़ रही है, लेकिन ऐसा नहीं कहा जा सकता कि राज्य में फिर वह उठ कर नहीं खड़ी हो सकती. पार्टी नए चेहरों के दम पर चुनाव मैदान में होगी. मणिपुर में इस बार टीएमसी भी दांव आजमा रही है. साल 2012 में उसे 7 सीटें मिल चुकी हैं और 2017 में एक सीट पर उसका कब्जा रहा. ऐसे में मुकाबला राज्य में त्रिकोणीय भी हो सकता है.

Tags: Assembly elections, Manipur Elections



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