संजय दत्त के साथ नाना पाटेकर ने कभी नहीं की कोई फिल्म, 19 साल से गोविंदा ने भी छोड़ा साथ, पर क्यों?


आपको 1993 बम ब्लास्ट (1993 Mumbai Bomb Blast) याद होगा। इस धमाके से पूरा मुंबई शहर दहल गया था। इसी में बड़े-बड़े डॉन का नाम आने के साथ-साथ संजय दत्त (Sanjay Dutt) का भी लपेटे में आ गए थे। फिल्म ‘सनम’ के प्रड्यूसर हनीफ कड़ावाला ने पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने अपना मुंह खोल दिया था और नाम लिए बिना संजू बाबा की तरफ इशारा कर दिया था। 12 मार्च 1993 को हुए सिलसिलेवार बम धमाके में 257 लोगों की जान गई थी और 713 लोग गंभीर रूप से घायल हो गई थे। 19 अप्रैल को मुंबई पुलिस ने ऐक्टर को अरेस्ट किया और उनके घर से AK-56, हैंड ग्रेनेड्स, कुछ बुलेट्स, मैग्जीन्स बरामद किए गए थे। केस में दोषी पाए जाने के बाद 2007 में 6 साल के लिए मुन्ना भाई को जेल भेज दिया गया था। वहीं जब लोगों को पता चला कि इस बम ब्लास्ट में संजय दत्त का नाम है, तो उन्होंने ऐक्टर का सपोर्ट किया। बॉलिवुड ने भी आगे आकर अपना समर्थन दिया। बॉलिवुड डायरेक्टर सुभाष घई ने तो ये तक कहा था कि संजय की गिरफ्तारी साजिश है। वह निर्दोष हैं। लेकिन एक इंसान ऐसे भी थे, जिन्होंने खुलकर विरोध किया था और साथ कभी काम न करने की बात कही थी।

संजय दत्त को सुप्रीम कोर्ट ने पांच साल की सजा सुनाई थी। संजय दत्त को 60 महीने जेल में काटने थे जिसमें से 18 महीने उन्होंने पहले ही अंडरट्रायल जेल में बिता लिए थे। तो बाकी बचे 42 महीने की सजा कटाने के लिए 22 मई 2013 को संजय दत्त को यरवदा जेल भेज दिया गया था। अब 2016 तक उन्हें वहीं रहना था लेकिन नियम के अनुसार अगर किसी कैदी का बर्ताव अच्छा होता है तो उसकी कुछ सजा माफ हो जाती है। ऐसा संजू बाबा के साथ भी हुआ। उनकी 8 महीने की सजा कम कर दी गई। उन्हें जेल में 256 दिन पहले ही जेल से रिहा कर दिया गया। हालांकि कोर्ट में संजय दत्त ने हथियार मिलने की बात पर कहा था, ‘मैं अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित था। इसलिए इन्हें रखा था। मैं डर गया था और कुछ लोगों के कहने में आकर ऐसा किया।’ और यह वह समय था, जब संजय ‘थानेदार’, ‘सड़क’, ‘साजन’ और ‘खलनायक’ जैसी सुपरहिट फिल्में दे चुके थे।

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जेल जाते समय संजय दत्त

संजय दत्त की सजा माफ से नाखुश थे नाना
संजय दत्त को इतनी सज मिलने के बावजूद नाना पाटेकर खुश नहीं थे। आप सोच रहे होंगे कि उनका इस बम ब्लास्ट से क्या लेना लादना। तो बता दें कि इस धमाके में नाना पाटेकर ने अपने भाई को खो दिया था। इस वजह से वह संजय दत्त से खफा थे। उन्होंने मराठी न्यूज चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, ‘यही सजा मैं उसे दे सकता हूं। उसने जो अपराध किया गया वह डरावना है। उसके लिए न्याय की अलग परिभाषा क्यों है? एक गरीब आदमी के लिए कानून अलग हैं और मेरे लिए अलग क्योंकि मैं ऐक्टर हूं? ऐसा क्यों होना चाहिए?’ नाना पाटेकर ने संजय दत्त की सजा माफ होने पर सवाल उठाए थे। इंटरव्यू में नाना पाटेकर ने कहा था कि भले संजय दत्त ने सजा काट ली हो लेकिन वह उनके साथ कभी भी काम नहीं करेंगे। क्योंकि उस घटना में उन्होंने वर्ली बेस्ट बस ब्लास्ट में अपने भाई को खोया था।

नाना पाटेकर ने संजय दत्त के लिए कही थी ये बात
नाना पाटेकर के मुताबिक, ‘मेरी पत्नी अगर उस वक्त दूसरी बस न लेती तो उसकी भी बम ब्लास्ट में मौत हो जाती। मैं ये नहीं कह रहा कि इसके लिए संजय दत्त जिम्मेदार हैं। लेकिन उसका इसमें हाथ है और मैं उसके साथ काम नहीं करूंगा। मैं ऐसा उन लोगों के लिए कर रहा हूं, जिन्होंने इस हादसे में अपनों को खोया और हादसे में मारे गए।’ नाना पाटेकर का कहना था कि ‘लोग संजय दत्त की फिल्में देखते हैं। लोगों ने उसे हीरो बना रखा है। लेकिन बाद में वही लोग कहेंगे कि ऐक्टर को पैरोल क्यों मिल रही है। मैं बस उसकी फिल्में बायकॉट कर रहा हूं।’ और ये बात नाना पाटेकर ने करके भी दिखाई। वह दोनों आज तक किसी भी फिल्म में साथ नहीं आए। 2006 में एक फिल्म की थी, टैक्सी नंबर 9211 लेकिन इसमें भी संजय ने सिर्फ नैरेटर का काम किया था। नहीं तो कोई और फिल्म में इनका कोई काम नहीं दिखा।

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1993 बम ब्लास्ट में दोषी पाए गए थे संजय दत्त

संजय दत्त और गोविंदा के रिश्तों में भी आई खटास
संजय दत्त और गोविंदा के बीच भी रिश्ते थोड़े ठीक नहीं रहे। दोनों ने 1989 में ‘दो कैदी’, 1999 में ‘हसीना मान जाएगी’, 2001 में ‘जोड़ी नंबर 1’, 2003 में ‘एक और एक ग्यारह’ फिल्में की। लेकिन इसके बाद वह दोनों किसी फिल्म में नजर नहीं आए। वजह संजय दत्त ही थे। दरअसल, दो किस्से हैं। पहला बताते हैं। ये दोनों ही ऐक्टर बड़े पर्दे पर खूब पसंद किए जाते थे। लेकिन इनके रिश्तों में खटास आनी शुरू हो गई। जब ये दोनों साथ में डेविड धवन की फिल्म में लीड रोल करने लगे। यह थी ‘एक और एक ग्यारह।’ खबरों की मानें तो गोविंदा इस फिल्म के एक सीन में कुछ बदलाव चाहते थे। लेकिन ये बात डेविड धवन को पसंद नहीं आई। उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया। संजय दत्त को जब इस बारे में जानकारी हुई, तो उन्होंने भी डेविड धवन की तरफदारी की। ऐसे में गोविंदा नाराज हो गए। दोनों ने जैसे-तैसे फिल्म तो शूट कर ली लेकिन कई दिनों तक दोनों ने बात नहीं की।

साथ नजर नहीं आई ये ‘जोड़ी नंबर 1’
दूसरा किस्सा ये कि जब मुंबई बम ब्लास्ट केस में संजय दत्त का नाम सामने आया था तब ऐक्टर के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के बारे में भी पता चला था। इसके बाद उनकी फिल्म ‘कांटे’ की रिलीज डेट भी टाल दी गई थी। हालांकि तमाम कोशिशों के बाद इस फिल्म को रिलीज करवाया तो गया लेकिन पुलिस ने एक टेप रिलीज कर दिया। जिसमें संजय अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील से बात कर रहे थे और इसमें गोविंदा की शिकायत करते हुए सुनाई दे रहे थे। इस रिकॉर्डिंग में संजय दत्‍त ने गोविंदा का जिक्र किया और कहा कि वह सेट पर देर से आते हैं। खबरों के मुताबिक इस बीच संजय दत्‍त ने गोविंदा को गाली भी दी थी। साथ ही छोटा शकील से संजय ने गोविंदा को समझाने के लिए भी कहा था। खैर, डेविड धवन की इस फिल्म के बाद दोनों फिर पर्दे पर नजर नहीं आए।

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