बॉलीवुड में अक्सर किसी हीरो का किसी अभिनेत्री के साथ नाम जुड़ता रहता है। कई बार दोनों अपने रिश्ते को कबूल करके उसे अंजाम देते हैं तो वहीं कई प्रेम कहानियां सच्ची होने के बाद भी अधूरी रह जाती हैं। उन कहानियों को अपना मुकाम नहीं मिल पाता। ऐसी ही एक अधूरी प्रेम कहानी है नरगिस और राज कपूर की। बॉलीवुड में जब भी कभी अधूरी प्रेम कहानियों की चर्चा होती है तो पहला नाम राजकपूर और नरगिस का लिया जाता है। आज भी राज कपूर और नरगिस पर फिल्माया गाना ‘प्यार हुआ इकरार हुआ’ आज भी लोग गुनगुनाते हैं। आज ही के दिन 3 मई 1981 को नरगिस ने कैंसर की वजह से दम तोड़ दिया था। नरगिस की मौत के बाद राज कपूर बहुत दुखी हुए थे।
दोनों की जोड़ी ने रील लाइफ में काफी हिट फिल्में दी थीं। रियल लाइफ में भी बेपनाह मोहब्बत के बाद दोनों एक-दूजे के न हो सके। दोनों के बीच प्यार को उनकी फिल्मों में भी साफ देखा जा सकता था। राज कपूर जब पहली बार नरगिस ने मिले थे तब वह जानी-मानी अभिनेत्री बन चुकी थीं। बातचीत के दौरान एक बार राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर ने बताया था कि दोनों साल 1949 में फिल्म अंदाज के सेट पर मिले थे। नरगिस को देखते ही राजकपूर उनपर फिदा हो गए थे और नरगिस भी उन्हें चाहने लगी थीं।
दोनों ने मिलकर कई फिल्मों में काम किया। दोनों की पहली फिल्म ‘आग’ थी। इसके बाद दोनों ने बरसात (1949), प्यार (1950), आवारा (1951), आशियाना (1952), पापी (1953), श्री 420 (1955), चोरी-चोरी (1956) जैसी हिट फिल्में दीं। खबरों के मुताबिक 9 साल के लंबे रिलेशनशिप में रहने के दौरान राज कई बार नरगिस को ये भरोसा दिला चुके थे कि वह अपनी पत्नी से तलाक लेकर उनसे शादी करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
शायद नरगिस को इस बात का एहसास हो गया था कि राज कपूर अपनी पत्नी कृष्णा कपूर को कभी नहीं छोड़ेंगे। तब नरगिस ने ऐसा कदम उठाया जिसकी कल्पना भी राज कपूर ने नहीं की थी। साल 1957 में नरगिस ने बिना राज कपूर को बताए सुनील दत्त के साथ फिल्म मदर इंडिया साइन कर ली। कहा जाता है कि इस दौरान फिल्म के सेट पर आग लग गई थी और सुनील दत्त ने नरगिस को बचाया था, लेकिन वह खुद झुलस गए थे। इसके बाद 11 मार्च 1998 को नरगिस ने सुनील दत्त से शादी कर ली।
नरगिस की शादी की खबर ने राज कपूर को बिल्कुल तोड़ दिया था। राज कपूर के लिए नरगिस को भूल पाना आसान नहीं था। खबरों के मुताबिक राज कपूर की पत्नी कृष्णा कपूर ने खुलासा किया था कि वह रोज रात को शराब पीकर आते थे और बाथटब में गिरकर रोते रहते थे। ये भी कहा गया था कि वह सिगरेट से खुद को दागते थे ताकि ये समझ पाएं कि वह सपना नहीं देख रहे। साल 1981 में नरगिस का कैंसर की वजह से निधन हो गया था। जब यह बात राज कपूर को पता चली तो पहले वह हंसने लगे बाद में हंसते-हंसते रोने लगे थे।