‘रनवे 34’ में किए गए दावे गलत हैं: फेडरेशन
कैप्टन रंधावा आगे कहते हैं, ‘हम सभी मनोरंजन के लिहाज से फिल्म डायरेक्टर के आर्टिस्टिक लाइसेंस की सराहना करते हैं और इसका आनंद लेते हैं। लेकिन एक रोमांचक कहानी के नाम पर एयरलाइन पायलट्स के बीच जिस तरह से इसमें प्रोफेशनलिज्म दिखाया गया है और इसके होने का दावा किया गया है, यह सही नहीं माना जाना चाहिए। पायलट्स हर दिन हजारों फ्लाइट्स में जिम्मेदारी और पूरी सुरक्षा के साथ यात्रियों को लेकर उड़ान भरते हैं।’
‘मादक पदार्थों पर हमारी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’
एफआईपी ने अपने बयान में कहा है कि फेडरेशन फिल्म के इस दावे को खारिज करता है कि यह सच्ची घटना पर आधारित है। इस बात पर जोर देते हुए बयान में कहा गया है, ‘यह बात हम फिर से कह रहे हैं कि फिल्म में जो किरदार है, वह हमारे पेशे का सही और सच्चे तरीके से प्रतिनिधित्व नहीं करता है। हमारी इंडस्ट्री में मादक पदार्थों को लेकर जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी है। हमारे पायलट अपनी कंपनियों, एविएशन रेगुलरेटरी और जनता के भरोसे पर खरा उतरने के लिए प्रोफेशनलिज्म के के सबसे ऊंचे मानकों का पालन करते हैं।’
‘फिल्म किस रियलिटी की बात कर रही है, नहीं जानते’
अजय देवगन, अमिताभ बच्चन और रकुल प्रीत सिंह स्टारर ‘रनवे 34’ इसी शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। पायलट फेडरेशन ने कहा कि फिल्म जो दिखा रही है और जिस रियलिटी की बात कर रही है, उसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। देशभर में आठ हजार से अधिक पायलट हैं जो जवाबदेही, ट्रेनिंग और प्रोफेशनलिज्म के उच्चतम संभव मानकों को अपनाते हैं। किसी भी इंडस्ट्री में शायद ही कभी यह देखा जाता है। किसी भी पायलट के ऊपर दुनिया भर में लाखों यात्रियों और महंगे उपकरणों की जिम्मेदारी होती है।