PODCAST: रोहित शर्मा किस्मत के धनी, पर उनसे जीत का श्रेय नहीं छीन सकते… – rohit sharma maintained his captaincy unbeaten record on home soil across formats


रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने अभी तक शानदार प्रदर्शन किया है. श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टी20 और टेस्ट सीरीज में भारत ने मेहमान टीम को हर डिपार्टमेंट में पछाड़ा. श्रेयस अय्ययर, विकेटकीपर ऋषभ पंत, ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा सहित आर अश्विन व जसप्रीत बुमराह ने अपना काम बखूबी किया. अब सभी की निगाहें आईपीएल के 15वें सीजन पर है, जिसकी शुुरआत 26 मार्च से होगी. मिताली राज की कप्तानी वाली भारतीय महिला टीम इस समय न्यूजीलैंड में विश्व कप में शिरकत कर रही है. अंत में बात रणजी ट्रॉफी में 2021-22 सत्र के प्री क्वॉर्टर फाइनल मुकाबले की…


कप्तान के तौर पर रोहित शर्मा की किस्मत अब तक जोरदार रही है, कप्तान बनने के बाद रोहित ने अब तक भारत को सभी मैचों में जीत दिलाई है और श्रीलंका के खिलाफ बेंगलुरू डे-नाइट टेस्ट में सिर्फ ढाई दिनों मे जीत उनकी शान में इजाफा करती है. आईपीएल से पहले भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह आखिरी अंतरराष्ट्रीय सीरीज थी. श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज में एकतरफा जीत हौसला तो बढ़ाती है, लेकिन हमें यह भी याद रखना होगा कि श्रीलंका क्रिकेट में अब पहले सी बात नहीं रही. हालांकि इस तर्क पर रोहित और उनकी टीम से जीत का श्रेय छीना नहीं जा सकता. मस्कार… होली के रंगों की शुभकामनाओं के साथ, सप्ताह भर की क्रिकेट गतिविधियों के साथ इस पॉडकास्ट में मैं हूं संजय बैनर्जी. सुनो दिल से…

वेस्टइंडीज के बाद श्रीलंका का भी एकतरफा सफाया टीम इंडिया की कामयाबी तो है ही. राहुल द्रविड़ की कोचिंग का असर भी अब दिखने लगा है. इस सीरीज से कुछ बातें निकलकर सामने आई हैं। श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, आर. अश्विन और जसप्रीत बुमराह कुछ ऐसे नाम हैं जो यह बताने में सफल रहे कि जरूरत पड़ने पर उन पर पूरा भरोसा किया जा सकता है. अय्यर और पंत हाल-फिलहाल उभरकर आए हैं लेकिन जडेजा और अश्विन तो लगातार हर किसी के भरोसे पर खरे उतरते रहे हैं.

दिलचस्प यह कि भारत ने अपने देश में अब तक खेले गए तीनों डे-नाइट टेस्ट में जीत हासिल की है. बेंगलुरू का टेस्ट भारतीय बल्लेबाजों के संघर्ष और गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन का उदाहरण है. श्रेयस अय्यर पहली पारी में शतक से चूके और दूसरी पारी में भी अर्धशतक जड़ दिया. बाद में अपने इसी प्रदर्शन के कारण वह मैन ऑफ द मैच भी बने.

युवा ऋषभ पंत ने भी पहली पारी में जरूर अपना विकेट थ्रो किया पर, पर दूसरी पारी में उनकी धुआंधार बल्लेबाजी ने इतिहास बदलकर रख दिया. सिर्फ 28 गेंदों पर अर्धशतक बनाकर वह ऐसा करने वाले भारत के सबसे तेज बल्लेबाज बन गए. यह सही है कि भारत इस टेस्ट में हर समय बेहतर स्थिति में था, पर पंत की इनिंग्स के कारण ही मेजबान ने केवल ढाई दिन में मुकाबला जीत लिया. बावजूद इसके उनका अपनी गलती से अक्सर विकेट गंवा देना, कई बार अखर जाता है. जसप्रीत बुमराह ने आठ विकेट लेकर फिर यह साबित कर दिया है कि उनपर भरोसा रखा गया तो टीम इंडिया के लिए वह बड़ा योगदान करने में पीछे नहीं रहेंगे.

मयंक अग्रवाल ओपनर के तौर पर ठीक तो हैं, लेकिन निरंतरता के मामले मे थोड़ा संघर्ष करते दिखाई दे रहे हैं। रणजी ट्रॉफी के दौरान कुछ ओपनर उभरकर सामने आए हैं और अगर उन्हें मौका मिल गया तो फिर मयंक के लिए मुश्किल हो सकती है. दूसरी ओर श्रीलंका की टीम भारत आई और एक ‘टूरिस्ट’ की तरह लौट गई. उसने न तो टी-20 में और न ही टेस्ट में भारत के सामने कोई मुश्किल चुनौती रखी. कभी श्रीलंका क्रिकेट का ग्राफ काफी ऊंचा था, लेकिन अब उसका शुमार दुनिया की फिसड्डी टीमों मे होता है. हलाकी दिमुथ करुणारत्ने ने फ्रंट से लीड किया और शानदार कप्तानी पारी खेली. करुणारत्ने ने चौथी पारी में टीम के कुल स्कोर 208 रन में से अकेले 107 रन बनाए.

उधर, न्यूजीलैंड मे चल रहे महिला विश्व कप मे भारतीय टीम अब तक खेले गए चार में से दो मैचों में हार चुकी है. न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ हार ने भारत को थोड़ा मुश्किल मे ला खड़ा किया है। टीम का सामना कल टेबल टॉपर ऑस्ट्रेलिया से होगा, और यह मुकाबला सेमीफाइनल मे पहुंचने की भारत की संभावनाओं को कमजोर या मजबूत बना सकता है. मिताली राज और झूलन गोस्वामी बेहतर कर रही हैं, पर टीम मे मारक क्षमता की अब तक कमी दिखाई दे रही है. वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया था, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ इसे बनाए न रख सके. इंग्लैंड की हार भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को निराश करनी वाली है, यह इंग्लैंड की इस विश्व कप में पहली जीत थी. भारत के खिलाफ उसकी जीत ने पिछले विश्व कप के फाइनल की याद दिला दी, जब उसने टीम इंडिया को हराकर खिताब जीता था.

वेस्टइंडीज के खिलाफ स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर ने शतक ठोका था, पर इंग्लैंड के खिलाफ कोई भी बैटर टिक नहीं सकीं. शेफाली वर्मा का फॉर्म मे न होना भारत के लिए परेशानी का सबब है. पहले मैच में खाता नहीं खोला बाद के तीनों मैच मे शामिल नहीं किया गया. न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ हरमनप्रीत को छोड़कर कोई भी बेहतर बैटिंग नहीं कर सकी ऐसे मे कल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्या शेफाली को मौका दिया जाएगा.

उधर, दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने चारों मैच जीतकर नॉकआउट में पहुंचने के बिलकुल नजदीक है. भारत के खिलाफ ओपनर राशेल हेंस, कप्तान मैग लेनिंग, विकेटकीपर एलीसा हीली या फिर एलिस पैरी और ताहलिया मैक्ग्रा का बल्ला रनों का अंबार खड़ा कर सकता है. इसी तरह गेंदबाजी में एलिस पैरी और अलाना किंग भारतीय बैटरों के रन बटोरने पर अंकुश लगा सकती हैं. इसलिए इन सभी का तोड़ निकालना जरूरी है. इससे पहले 2017 के वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलियाई को हराया था.

इस बीच, आईपीएल का 15वां संस्करण 26 मार्च से शुरू होगा, इस बार भी बीसीसीआई ने एहतियातन बायो-बबल को लेकर कठोर कदम उठाये हैं. अगर नियम टूटे तो सात दिन के क्वारंटीन में जाने के अलावा मैच से निलंबन और पूरे टूर्नामेंट से बाहर किए जाने की सजा भी भुगतनी पड़ सकती है. मैच फीस काटे जाने का भी प्रावधान है. यही नहीं नियम पालन मे कोताही फ्रेंचाइजी को भी भारी पड़ सकती है. इसके एवज में टीम के अंक कटने और एक करोड़ रुपए का जुर्माना भरने को भी तैयार रहना पड़ सकता है. खिलाड़ियों को परिवार साथ रखने की इजाजत तो है, पर सभी को बायो-बबल में रहना अनिवार्य होगा.

इधर, ऑक्शन में नहीं बिकने वाले ऑस्ट्रेलिया के आरोन फिंच को आखिरकार खेलने का मौका मिलने वाला है. उनको कोलकाता नाइटराइडर्स ने एलेक्स हेल्स की जगह टीम में शामिल किया है, जिसने खुद का नाम वापस ले लिया था. हार्दिक पंड्या लगातार अनफिट चल रहे हैं. वह पिछले टी-20 वर्ल्ड कप के बाद से एक्शन में नहीं दिखे. अब हार्दिक ने आईपीएल में खेलने से पहले जरूरी ‘यो-यो’ टेस्ट पास कर लिया है. वह नई टीम गुजरात टाइटंस को लीड करने वाले हैं.

इस बार के आईपीएल में कोविड विकल्प भी दिया गया है जिसके तहत मैच के लिए 12 खिलाड़ियों का होना जरूरी है और अंतिम 11 में कम से कम सात खिलाड़ी मौजूद रहने तक मैच जारी रखा जा सकता है. अब डीआरएस की संख्या भी बढ़ा दी गई है. पहले एक रेफरल की अनुमति थी, अब दो बार यह मौका मिलेगा. जैसा कि आपको पता है, पहले दिन चैंपियन सीएसके का मुकाबला केकेआर से होना है, देखना होगा कि चेन्नई की टीम चोटिल दीपक चहर के बिना शुरुआत कैसे करेगी. उधर आरसीबी ने फाफ डूप्लेसी को नया कप्तान बना दिया है, देखना होगा की कोहली किस क्रम पर बल्लेबाजी करते हैं.

अंत में रणजी ट्रॉफी जिसका पहला चरण खत्म हो चुका है. दूसरा चरण अब आईपीएल के बाद शुरू होगा जिसमें चारों क्वार्टर फाइनल के बाद सेमीफाइनल और फाइनल मैच खेले जाएंगे. इससे पहले इस सप्ताह पहले चरण में लीग मैचों के अलावा एकमात्र प्री क्वार्टर फाइनल मैच खेला गया. झारखंड ने नागालैंड के खिलाफ पहली पारी की विशाल बढ़त के आधार पर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. झारखंड ने पहली पारी में 880 और दूसरी पारी में 417 रन का स्कोर खड़ा किया.

जवाब में अपनी एकमात्र पारी में नागालैंड ने 289 रन बनाए. हालांकि झारखंड इस मैच में नागालैंड को फॉलोआन खेलने के लिए कह सकता था लेकिन उसने दोबारा बल्लेबाजी करना उचित समझा. झारखंड के लिए पहली पारी में कुमार कुशाग्र ने दोहरा शतक जमाया जबकि विराट सिंह और शाहबाज नदीम ने भी सेंचुरी जमाई. दूसरी पारी में अनुकूल रॉय ने भी शतक जमाया. इसके बावजूद तारीफ करनी होगी नागालैंड के चेतन बिष्ट की, जिन्होंने अकेले संघर्ष किया और शतक ठोका. चेतन बिष्ट ने पिछली छह पारियों में पांचवीं बार शतक जमाया है. वैसे घरेलू क्रिकेट का सिलसिला सीके नायडू ट्रॉफी के साथ जारी रहेगा, जिसका पहला राउंड 22 मार्च से खेला जाएगा. इसमें चार-चार टीमों के आठ एलीट ग्रुप और पांच टीमों का एक प्लेट ग्रुप बनाया गया है.

तो यह था, सप्ताह भर की क्रिकेट गतिविधियों पर आधारित पॉडकास्ट, सुनो दिल से. अगले हफ्ते फिर मिलेंगे, संजय बैनर्जी को अनुमति दीजिए, नमस्कार

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