चीन औैर पाकिस्‍तान सीमा पर नजर रखेगा सैटेलाइट, रक्षा मंत्रालय का सेना के लिए बड़ा फैसला


नई दिल्‍ली. रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defense) ने बड़ा फैसला लेते हुए चीन  (China) और पा‍किस्‍तान सीमा (Pakistan Border) पर नजर रखने के लिए निगरानी उपग्रह (Satellite) के लिए भारतीय सेना के 4,000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी. इससे भारतीय सेना के लिए एक प्रमुख क्षमता को बढ़ावा मिलेगा. सूत्रों ने बताया कि रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक ने मंगलवार को मेड इन इं‍डिया (Made in India) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.

उन्‍होंने कहा कि भारत ने भारतीय सेना के लिए यह डेडीकेटेड सैटेलाइट के लिए फैसला लिया है. यह परियोजना GSAT 7B सेटेलाइट के लिए होगी. इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ साझेदारी में किया जाएगा. इससे भारतीय सेना को सीमावर्ती क्षेत्रों में अपनी निगरानी बढ़ाने में मदद मिलेगी.

इससे पहले फरवरी 2022 में  भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो-ISRO) ने इस साल का अपना पहला रडार इमैजनिंग सैटेलाइट Earth Observation Satellite (EOS-04) को आंध्र प्रदेश के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया था. इसरो ने यह सैटेलाइट लॉन्च पैड से दो छोटे सह-यात्री उपग्रहों के साथ पीएसएलवी से लॉन्च किया था. पीएसएलवी के जरिए इसरो ने धरती के पर्यवेक्षण उपग्रह या अर्थ ऑब्जर्वेश उपग्रह (orbit earth observation satellite EOS-04) को अंतरिक्ष में भेजा. इस सैटेलाइट का नाम रडार इमैजनिंग उपग्रह भी है जो धरती की सतह की सटीक तस्वीर इसरो को भेजेगा.

इसरो ने इस सैटेलाइट के साथ छोटे-छोटे दो और सैटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजा था. पीएसएलवी-सी52 के जरिए 1,710 किलोग्राम वजन वाला ईओएस-04 उपग्रह को सूर्य की ध्रुवीय कक्षा में ग्रह से 529 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित किया जाएगा. इसरो ने चार चरणों वाला रॉकेट पीएसएलवी से एक स्टूडेंट्स का उपग्रह INSPIRESat और दूसरा INSAT-2DT उपग्रह भी इसी उपग्रह के साथ लॉन्च किया है. INSAT-2DT भारत और भूटान का संयुक्त मिशन है.

Tags: China, Made in India, Ministry of Defense, Satellite



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