सिंगापुर: प्रधानमंत्री ली ने किया भारत के सांसदों पर लगे हत्या-दुष्कर्म के आरोपों का जिक्र, विदेश मंत्रालय ने जताई नाराजगी


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Thu, 17 Feb 2022 08:20 PM IST

सार

सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लॉन्ग ने ‘देश में लोकतंत्र को कैसे काम करना चाहिए’ मसले पर संसद में एक जोरदार बहस के दौरान भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के बारे में बात की। इस दौरान उन्होंने इस्राइल और भारत में सांसदों पर लगे आपराधिक मुकदमों का भी जिक्र किया था।

सिंगापुर के पीएम ली सेन लॉन्ग और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर।

सिंगापुर के पीएम ली सेन लॉन्ग और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर।
– फोटो : Social Media

ख़बर सुनें

विस्तार

भारत ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लॉन्ग के उस बयान पर सख्ती नाराजगी जताई है, जिसमें उन्होंने भारत के सांसदों पर लगे हत्या और दुष्कर्म के आरोपों का जिक्र किया था। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को इस मामले को सिंगापुर के उच्चायुक्त के सामने उठाया और पीएम के बयान को गैरजरूरी करार दिया। 

क्या बोला विदेश मंत्रालय?

विदेश मंत्रालय ने कहा, “सिंगापुर के प्रधानमंत्री की ओर से की गई टिप्पणी गैरजरूरी थी। हमने इस बयान पर सख्त आपत्ति दर्ज कराते हैं। यह मामला सिंगापुर सरकार के सामने भी उठाया गया है।” 

क्या बोले थे सिंगापुर के प्रधानमंत्री?

सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लॉन्ग ने ‘देश में लोकतंत्र को कैसे काम करना चाहिए’ मसले पर संसद में एक जोरदार बहस के दौरान भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के बारे में बात की। इस दौरान उन्होंने इस्राइल और भारत में सांसदों पर लगे आपराधिक मुकदमों का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा, “कई देशों का राजनीतिक सिस्टम स्थापना के बाद से काफी बदल चुका है। डेविड बेन गुरियोन का इस्राइल अब ऐसा लोकतंत्र बन गया है, जहां वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों पर कई केस दर्ज हैं और इनमें से कई को जेल भी जाना पड़ा है।”

भारतीय सांसदों पर बोलते हुए ली ने कहा, “नेहरु का भारत ऐसा हो गया है कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब वहां लोकसभा के आधे सांसदों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से कई पर दुष्कर्म और हत्या के केस भी शामिल हैं। हालांकि, यह भी कहा जाता है कि इनमें से कई आरोप राजनीति से प्रेरित होते हैं।”

सिंगापुर पीएम ने नेहरु की तारीफ में क्या कहा?

ली ने मंगलवार को बहस के दौरान कहा, ‘ज्यादातर देश उच्च आदर्शों और महान मूल्यों के आधार पर स्थापित होते हैं और अपनी यात्रा शुरू करते हैं। हालांकि, अक्सर संस्थापक नेताओं और अग्रणी पीढ़ी से इतर, दशकों और पीढ़ियों में धीरे-धीरे चीजें बदलती हैं।’

उन्होंने कहा, ‘स्वतंत्रता के लिए लड़ने और जीतने वाले नेता अक्सर जबरदस्त साहस, महान संस्कृति और उत्कृष्ट क्षमता वाले असाधारण व्यक्ति होते हैं। वे मुश्किलों से पार पाये और जनता तथा राष्ट्रों के नेताओं के रूप में उभरे भी। डेविड बेन-गुरियन, जवाहर लाल नेहरू ऐसे ही नेता हैं।’



Source link

Enable Notifications OK No thanks